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आपसी संघर्ष में जख्मी हुए बाघ पी- 243 को उपचार उपरांत खुले जंगल में छोड़ा गया। |
पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में बाघों के बीच होने वाली टेरिटोरियल फाइट (आपसी संघर्ष) में विगत माह 10 वर्षीय बाघ पी-243 बुरी तरह जख्मी हो गया था, इस बाघ के सिर में गहरा घाव था। पर्यटकों ने जब इस जख्मी बाघ की तस्वीर ली, तब पता चला कि वह जख्मी है।
सोशल मीडिया में बाघ की फोटो वायरल होने पर पार्क प्रबंधन का ध्यान इस जख्मी बाघ की ओर गया। बाघ विशेषज्ञों की सलाह पर वन्य प्राणी स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना टाइगर रिजर्व के द्वारा इस बाघ का उपचार किया गया, लेकिन अपेक्षित लाभ न होने पर बाघ को ट्रेंकुलाइज करके बाड़े में रखकर उसका गहन उपचार हुआ। फलस्वरूप जख्मी बाघ का घाव भरने लगा और वह अब पूरी तरह से ठीक हो गया है।
क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की ने जानकारी देते हुए आज बताया कि पन्ना टाइगर रिजर्व के अंतर्गत हिनौता परिक्षेत्र में पिछले दिनों बाघ पी- 243 के सिर पर चोट का निशान दिखाई देने पर पार्क प्रबंधन द्वारा 20 अप्रैल 25 को ट्रेंकुलाइज किया जाकर बड़गड़ी बाडे में वन्य प्राणी स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना टाइगर रिजर्व की सतत निगरानी में उपचार हेतु रखा गया था। बाघ पी- 243 के घाव वर्तमान में ठीक होने के उपरांत 3 जून 25 को शाम लगभग 6:00 बजे उप संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व की उपस्थिति में स्वच्छंद विचरण हेतु बाड़ा खोला गया।
बाड़े का गेट खोले जाने के उपरांत लगभग 8:00 बजे बाघ बाड़े से निकलकर वन क्षेत्र में स्वच्छंद विचरण हेतु चला गया। बाघ की निगरानी हाथियों एवं क्षेत्रीय कर्मचारियों द्वारा की जा रही है। उपरोक्त कार्रवाई उपसंचालक के निर्देशन व वन्य प्राणी स्वास्थ्य अधिकारी के तकनीकी मार्गदर्शन में संपन्न की गई, जिसमें परिक्षेत्र अधिकारी हिनौता, हाथी महावत एवं अन्य क्षेत्रीय कर्मचारी उपस्थित रहे।
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