पन्ना। म.प्र. के पन्ना जिले की रत्नगर्भा धरती में उथली खदान से विगत दो माह पूर्व मिला 32.80 कैरेट वजन वाला नायाब हीरा खुली नीलामी में आज बिक गया। यह हीरा 6 लाख 76 हजार रू. प्रति कैरेट की दर से 2 करोड़ 21 लाख 72 हजार 800 रू. में बिका है, जिसे पन्ना के हीरा व्यापारी सत्येन्द्र जड़िया ने खरीदा है।
उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले की उथली खदानों से निकले हीरों में अब तक का यह दूसरा सबसे कीमती हीरा है। दो माह पूर्व 12 सितम्बर 24 को यह हीरा सरकोहा गाँव की उथली हीरा खदान में गरीब किसान स्वामीदीन पाल को मिला था। हीरा बिकने के साथ ही यह किसान अब करोड़पति बन गया है।
हीरा अधिकारी रवि पटेल ने बताया कि नीलामी के अंतिम दिन आज 98.02 कैरेट वजन के 25 नग हीरे रखे गए थे, जिनमें 97.45 कैरेट वजन के 24 नग हीरे 2 करोड़ 80 लाख 18 हजार 13 रुपये में बिके हैं। आज बिके इन हीरों में 32.80 कैरेट वजन वाला नायाब हीरा भी शामिल है। हीरा अधिकारी ने बताया कि तीन दिनों तक चली हीरों की इस नीलामी में 230.81 कैरेट वजन के कुल 86 नग हीरे 5 करोड़ 38 लाख 62 हजार 233 रुपये में नीलम हुए। इससे शासन को 61 लाख 94 हजार 156 रूपए की राजस्व रायल्टी भी प्राप्त होगी।
मालूम हो कि वर्ष 2018 में 42.59 कैरेट वजन वाला नायाब हीरा खुली नीलामी में 6 लाख रू. प्रति कैरेट की दर से 2 करोड़ 55 लाख रू. में बिका था। इस लिहाज से आज की नीलामी में 32.80 कैरेट वजन वाला हीरा सबसे मंहगा 6 लाख 76 हजार रू. प्रति कैरेट की दर से नीलम हुआ, जो एक रिकॉर्ड है।
हीरा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार 69.32 कैरेट वजन के 41 नग हीरों का शासकीय बोली प्राप्त न होने के कारण इन्हें आगामी हीरा नीलामी में रखा जाएगा। हीरा नीलामी में सबसे महंगा हीरा 32.80 कैरेट वजन का 6 लाख 76 हजार रूपए के भाव से कुल 2 करोड़ 21 लाख 72 हजार 800 रूपए में विक्रय किया गया।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर सुरेश कुमार के निर्देशानुसार उथली हीरा खदानों से प्राप्त हीरों का घोष विक्रय 4 से 6 दिसम्बर 2024 तक संपन्न किया गया। नीलामी में 300.13 कैरेट वजन के 127 नग हीरों का प्रदर्शन किया गया था।
32.80 कैरेट वजन वाला नायाब हीरा जो सबसे मंहगा बिका -
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