Monday, March 10, 2025

पन्ना की बाघिन आज सुबह माधव टाइगर रिज़र्व के लिए हुई रवाना

 

माधव टाइगर रिज़र्व के लिए रवाना करने से पूर्व बाघिन को रेडियो कॉलर पहनाते डॉ. नितिन गुप्ता व रेस्क्यू टीम
 

।। अरुण सिंह ।। 

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर की बाघिन पी-234 (23) 22 उम्र लगभग 25 माह को आज सुबह शिवपुरी जिले के माधव टाइगर रिज़र्व के लिए रवाना किया गया। इस युवा बाघिन को विगत 5 मार्च को ट्रेंकुलाइज कर बड़गड़ी स्थित बाड़े में आब्जर्वेसन हेतु रखा गया था। बाघिन का बर्ताव व स्वास्थ्य सब कुछ सामान्य पाए जाने पर नियत तिथि को आज रेस्क्यू वाहन द्वारा माधव टाइगर रिज़र्व भेज दिया गया है। वहां इस बाघिन को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा स्वच्छंद विचरण हेतु खुले जंगल में छोड़ा जायेगा।  

क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिज़र्व अंजना सुचिता तिर्की ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) भोपाल से प्राप्त अनुमति अनुसार पन्ना टाइगर रिजर्व की बाघिन पी-234 (23) 22 उम्र लगभग 25 माह को सोमवार 10 मार्च की सुबह 8 बजे रेस्क्यू वाहन द्वारा माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी हेतु रवाना किया गया है। उक्त बाघिन को प्राप्त करने के लिए माधव राष्ट्रीय उद्यान से डॉक्टर जितेंद्र जाटव वन्य प्राणी चिकित्सक, परिक्षेत्र अधिकारी रूप कुमार दीक्षित एवं वनरक्षक उपस्थित रहे। 

क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व की उपस्थिति में डॉक्टर नितिन गुप्ता द्वारा निश्चेतन (ट्रंक्यूलाइजेशन) की कार्यवाही संपन्न की गई। बाघिन के साथ पन्ना टाइगर रिजर्व से राजवेंद्र मिश्रा अधीक्षक केंद्र घड़ियाल अभ्यारण के नेतृत्व में परिक्षेत्र अधिकारी पन्ना बफर, बाघ अनुश्रवण सदस्य एवं रेस्क्यू दल भी गया है। वाइल्डलाइफ कंजर्वेशन ट्रस्ट के डॉक्टर प्रशांत देशमुख भी कॉलरिंग हेतु इस ऑपरेशन में शामिल रहे।

माधव टाइगर रिज़र्व जाने वाली पन्ना की यह दूसरी बाघिन



प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित माधव राष्ट्रीय उद्यान में पन्ना से भेजी जाने वाली यह दूसरी बाघिन है। इससे पहले 13 मार्च 2023 को भी पन्ना टाइगर रिज़र्व की दो साल की बाघिन पी-141 (12) को माधव टाइगर रिज़र्व में भेजा जा चुका है। अब पन्ना की दो बाघिनें वहां के जंगल में अपना ठिकाना बनाकर वंशबृद्धि करेंगी। मालूम हो कि अभी हाल ही में माधव राष्ट्रीय उद्यान को टाइगर रिज़र्व का दर्जा दिया गया है, जो प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व होगा। 

इस नए माधव टाइगर रिजर्व का कोर क्षेत्र 375 वर्ग किलोमीटर व बफर क्षेत्र 1276 वर्ग किलोमीटर तथा कुल क्षेत्रफल 1751 वर्ग किलोमीटर होगा। माधव टाइगर रिजर्व, पन्ना टाइगर रिजर्व एवं रणथम्बोर टाइगर रिजर्व के बीच स्थित है। इन दोनों के बीच यह टाइगर कॉरिडोर को और अधिक सुदृढ़ करता है। जानकारों के मुताबिक माधव टाइगर रिजर्व बनने एवं इसमें टाइगर की पुनर्स्थापना होने से यहाँ के सम्पूर्ण लैण्ड स्केप में बाघों की संख्या में सुधार होगा एवं जेनेटिक डॉयवर्सिटी बढ़ेगी।


माधव नेशनल पार्क प्रदेश के 9वें टाइगर रिजर्व के रूप में अधिसूचित होने से यह क्षेत्र पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। वर्ष 1956 में स्थापित माधव नेशनल पार्क टाइगर रिजर्व घोषित होने से प्रदेश का 9वां टाइगर रिजर्व बन गया है, जो प्रदेश के वाइल्ड लाइफ टूरिज्म को बढ़ावा देगा। दो वर्ष पूर्व माधव राष्ट्रीय उद्यान में दो मादा और एक नर बाघ छोड़े गए थे। मादा बाघ ने दो शावकों को जन्म दिया है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता और माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघ होने से पर्यटको को दो बड़े वन्य जीव देखने का अवसर प्राप्त होगा। माधव राष्ट्रीय उद्यान में बाघ के साथ ही तेंदुआ, भेड़िया, सियार, साही, अजगर, चिंकारा आदि वन्य प्राणी भी पाए जाते हैं।

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