Friday, May 16, 2025

पन्ना टाइगर रिजर्व में मादा तेंदुआ शावक की मौत

मृत मादा तेंदुआ शावक जिसका शव परिक्षेत्र पन्ना बफर की झिन्ना बीट में मिला है। 

पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में परिक्षेत्र पन्ना बफर की झिन्ना बीट के कक्ष क्रमांक पी 282-283 की सीमा पर वन मार्ग में एक मादा तेंदुआ शावक का शव मिला है। मादा तेंदुआ शावक की आयु लगभग 4 माह बताई जा रही है। चिकित्स्कों द्वारा ऐसी आशंका जताई गई है कि मादा तेंदुआ शावक की मौत किसी अज्ञात बीमारी के कारण हुई है। 

क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व कार्यालय से घटना के पांचवे दिन आज शुक्रवार को मिली जानकारी के मुताबिक विगत 12 मई को मृत तेंदुआ शावक का शव ग्रामीणों द्वारा देखा गया था, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पार्क प्रबंधन को दी गई थी। सूचना पाकर परिक्षेत्र अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा पूरे क्षेत्र की सर्चिंग कराई गई। क्षेत्रीय वन मंडल सतना के श्वान दल के द्वारा भी मौके की सर्चिंग की गई।

सर्चिंग उपरांत क्षेत्र संचालक एवं अन्य अमले की उपस्थिति में 13 मई को वन्य प्राणी चिकित्सक डॉक्टर संजीव कुमार गुप्ता एवं अजयगढ़ के पशु चिकित्सक डॉक्टर मोतीलाल प्रजापति के द्वारा मादा तेंदुए शावक का शव परीक्षण किया जाकर समस्त अंगों को जलाकर विनष्टीकरण किया गया। प्रथम दृष्टया चिकित्सकों का मानना है कि तेंदुए शावक की मृत्यु किसी बीमारी से होना प्रतीत हो रही है। शावक के अंगों के सैंपल जांच हेतु शोध संस्थान में भेज दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत ही तेंदुआ शावक के मौत की असल वजह का खुलासा हो सकेगा।

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Wednesday, May 14, 2025

अमलतास के अप्रतिम सौंदर्य को देख मंत्रमुग्ध हो रहे लोग

 

न्यायलय परिसर पन्ना में लगे अमलतास के पेड़ का मनमोहक द्रश्य।  

पन्ना। गर्मियों के इस मौसम में अमलतास के पेड़ों का सौंदर्य देखते ही बनता है। सुनहरे फूलों से लदे इसके पेड़ को देखकर मन जहाँ प्रफुल्लित हो जाता है, वहीं यह आँखों को भी सुकून देता है। सुनहरे फूलों की मालाओं से आच्छादित अमलतास के पेड़ पन्ना के जंगलों में खूब नजर आते हैं। पन्ना शहर से लगे चोपड़ा मंदिर मार्ग व बाईपास मार्ग पर भी अमलतास के फूलों से लदे कई पेड़ हैं, जो इन दिनों सुबह की सैर करने वाले लोगों व राहगीरों को सहज ही अपनी और आकर्षित कर रहे हैं। न्यायलय परिसर में लगे अमलतास के पेड़ों का अप्रतिम सौंदर्य ऐसा है कि लोग ठिठककर उन्हें निहारते हैं और प्रकृति के इस रूप से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। 

अमलतास (वैज्ञानिक नाम: Cassia fistula) को "गोल्डन शॉवर ट्री" के नाम से भी जाना जाता है। इसकी सुनहरी फूलों की माला जैसी लटकती शाखाएँ इसे अत्यधिक आकर्षक बनाती हैं। यह भारत का एक पारंपरिक और औषधीय पेड़ है, जो अपनी खूबसूरती और उपयोगिता के लिए जाना जाता है। भारत में इसके वृक्ष प्राय: सब प्रदेशों में मिलते हैं। गर्मी (अप्रैल, मई) में पूरा पेड़ पीले फूलों के लंबे लंबे गुच्छों से भर जाता है। ऐसा माना जाता है कि फूल खिलने के बाद 45 दिन में बारिश होती हैं। इस कारण इसे गोल्डन शॉवर ट्री और इंडियन रेन इंडिकेटर ट्री भी कहा जाता है।

पन्ना शहर से लगे चोपड़ा मंदिर मार्ग पर जंगल में लगा अमलतास का पेड़।  

आयुर्वेद में बताया गया है कि इस वृक्ष के सब भाग औषधि के काम में आते हैं। कहा गया है, इसके पत्ते मल को ढीला और कफ को दूर करते हैं। फूल कफ और पित्त को नष्ट करते हैं। फली और उसमें का गूदा पित्तनिवारक, कफनाशक, विरेचक तथा वातनाशक है। फली के गूदे का आमाशय के ऊपर मृदु प्रभाव ही होता है, इसलिए दुर्बल मनुष्यों तथा गर्भवती स्त्रियों को भी विरेचक औषधि के रूप में यह दिया जा सकता है। 

अमलतास के फल के गूदे  का उपयोग अत्यंत लाभकारी बताया गया है। यह एक ऐसा पौधा है जो जंगलों में खुद-ब-खुद उगता है, लेकिन यह पेड़ औषधीय गुणों का भंडार है। यह सिर्फ एक आम पेड़ नहीं, बल्कि गठिया और पाइल्स जैसी तकलीफदेह बीमारियों के लिए किसी जादुई औषधि से कम नहीं है। 

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Thursday, May 8, 2025

प्रदेश की मेरिट सूची में आए पन्ना जिले के 8 मेधावी छात्र-छात्राओं का हुआ सम्मान

  • मेहनत और साहस सफलता के मूल मंत्र : कलेक्टर
  • छात्र-छात्राओं और अभिभावको को दी शुभकामनाएं



पन्ना। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल द्वारा आयोजित हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी की परीक्षा में प्रदेश की प्रावीण्य सूची में स्थान प्राप्त करने वाले पन्ना जिले के 8 मेधावी छात्र-छात्राओं का सम्मान गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर सुरेश कुमार द्वारा किया गया। 

मेधावी छात्र सम्मान कार्यक्रम में हाई स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा 2025 में प्रदेश में सातवां स्थान प्राप्त करने पर सरस्वती उ.मा. विद्यालय देवेन्द्रनगर की छात्रा प्रिया पटेल, नौवां स्थान प्राप्त करने पर रैनबो पब्लिक स्कूल की छात्रा ओशी जैन एवं शासकीय मॉडल उ.मा. विद्यालय अजयगढ़ के छात्र महेन्द्र यादव, दसवां स्थान प्राप्त करने पर बीपी मेमोरियल उ.मा. विद्यालय शाहनगर के छात्र सौरभ कुशवाहा एवं सरस्वती ज्ञान मंदिर हाई स्कूल गुनौर के छात्र राज सिंह राजपूत का सम्मान किया गया। 

इसी तरह हायर सेकेण्डरी परीक्षा में कला संकाय के शासकीय मॉडल उ.मा. विद्यालय पन्ना के छात्र रंजीत कुमार पटेल को चौथा स्थान प्राप्त करने पर, शासकीय मॉडल उ.मा. विद्यालय अजयगढ़ की छात्रा चंचल विश्वकर्मा को नौवां स्थान प्राप्त करने पर तथा शासकीय मॉडल उ.मा. विद्यालय पन्ना के छात्र प्रकाश कुशवाहा को प्रदेश की प्रावीण्य सूची में दसवां स्थान प्राप्त करने पर कलेक्टर द्वारा सम्मानित किया गया। कलेक्टर ने बच्चों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचाई।

कलेक्टर ने प्रावीण्य सूची में आने वाले छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावको, शिक्षकों को बधाई और हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बच्चों से परीक्षा की तैयारी एवं अनुभवों को साझा करते हुए उनके भविष्य के लक्ष्य की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मेहनत और साहस के दो मूल मंत्रो के साथ आगे बढ़ें। कलेक्टर ने मेधावी छात्रों के अभिभावकों से भी उनके त्याग और सहयोग की जानकारी लेकर इच्छा के अनुसार तय किए गए लक्ष्य के अनुसार आगे बढ़ने में मदद करने की बात कही। कलेक्टर ने बच्चों से कहा कि सफलता पर रुकें नहीं, बल्कि सफलता को निरंतर बनाए रखने के लिए मेहनती प्रयास जारी रखें। अपने माता-पिता और गुरुजनों का सदैव आदर करें। 

जिला कलेक्टर ने कहा कि विद्यार्थी एवं शिक्षकों के सार्थक प्रयास से इस वर्ष के परीक्षा परिणाम में उल्लेखनीय सुधार आया है। उन्होंने सभी स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं तथा शैक्षिक गुणवत्ता में अपेक्षित सुधार के लिए आवश्यक प्रयास की बात कही। जिला पंचायत उपाध्यक्ष संतोष सिंह यादव ने भी सम्मान कार्यक्रम के अवसर पर छात्र-छात्राओं को बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लगन और परिश्रम से आगे की पढ़ाई कर सफलता की निरंतरता बनाए रखें। 

जिला शिक्षा अधिकारी रविप्रकाश खरे ने परीक्षा परिणाम में सुधार के लिए परीक्षा पूर्व किए गए विभागीय स्तर पर समन्वित प्रयासों की जानकारी से अवगत कराया। साथ ही जिला कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ द्वारा समय समय पर प्रदान किए गए मार्गदर्शन के प्रति आभार भी जताया। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी, सहायक संचालक शिक्षा अमित जैन, एडीपीसी भारती श्रीवास्तव, परियोजना अधिकारी संजय सिंह परिहार सहित संबंधित विद्यालय के प्राचार्य और शिक्षक एवं अभिभावक भी उपस्थित थे।

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Friday, May 2, 2025

सभी ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन और सामुदायिक भवन का होगा निर्माण : श्री पटेल

  • अधिकारों के प्रति सजग रहकर कर्त्तव्यों का बेहतर निर्वहन करें सरपंच  
  •  पंच सरपंच सम्मेलन में शामिल हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री

पंच-सरपंच सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में आयोजित पंच-सरपंच सम्मेलन एवं जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नदी पूजन कार्यक्रम को पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने आज संबोधित किया। उन्होंने कहा कि त्रि-स्तरीय पंचायत राज व्यवस्था को प्रभावी एवं उद्देश्यपरक बनाने की दिशा में जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें। ग्राम पंचायतें स्वयं विकास की कार्ययोजना तैयार कर तरक्की की दिशा में आगे बढ़ें।  

पन्ना विकासखंड की ग्राम पंचायत इटवांखास के बंदरखोह में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में स्वयं का पंचायत भवन और वैवाहिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों के लिए सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही पांच हजार से अधिक आबादी वाली ग्राम पंचायतों में 2 सामुदायिक भवन की स्वीकृति भी मिलेगी। कैबिनेट मंत्री श्री पटेल ने कहा कि सभी सरपंच अपने अधिकारों के साथ कर्त्तव्यों के प्रति भी जागरूक रहकर जिम्मेदार बनें। पंचायत के सभी विकास कार्यों को समय पर पूर्ण कराएं। ग्राम विकास की बेहतर कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन कराएं। मंत्री ने जानकारी दी कि नवीन प्रावधान अनुसार अब तीन मंजिला पंचायत भवनों का निर्माण भी कराया जा सकेगा। सरपंचों को 25 लाख रुपए तक के वित्तीय अधिकार प्रदान किए गए हैं। भविष्य में जिला और जनपद पंचायत के भवन भी आगामी 50 वर्ष की आवश्यकताओं के मुताबिक तैयार किए जाएंगे। यहां रिकार्ड रूम का भी बेहतर तरीके से संधारण हो सकेगा। 

वर्ष 2026 तक आवास प्लस योजना में सर्वे के माध्यम से आवास से वंचित सभी ग्रामीण परिवारों को स्वयं के पक्के आवास की सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने सभी सरपंच और पंचायत प्रतिनिधियों से विकास कार्यों के लिए तेजी के साथ काम करने की आदत विकसित करने की सलाह भी दी। साथ ही पंचायत को आवंटित राशि का सदुपयोग करने की नसीहत देते हुए आगामी एक अप्रैल 2026 से 16वें वित्त आयोग से मिलने वाली राशि से विकास कार्यों के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए भी कहा।

मंत्री ने संबल योजना को लाभकारी बताते हुए कहा कि इस माह के अंत तक गत वित्तीय वर्ष के समस्त प्रकरणों में राशि का भुगतान हो जाएगा। आगामी दिनों में 15 से 20 दिवस की तय समय सीमा में हितग्राहियों को संबल योजना का लाभ मिल सकेगा। इस अवसर पर सरपंचों के अधिकार हनन नहीं होने का भरोसा भी दिया। पंचायत भवनों में क्रमशः ई-ऑफिस व्यवस्था के क्रियान्वयन की बात भी कही। उन्होंने भ्रमण कर ग्रामीण क्षेत्र की प्राथमिकता वाले विकास कार्यों की रिपोर्ट बनाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि पंचायत स्तर पर आगामी 30 मई तक शासकीय जमीन की फेंसिंग व सुरक्षा सुनिश्चित करने पर ही पौधरोपण की स्वीकृति मिलेगी। कार्यक्रम में उन्होंने समस्त जनप्रतिनिधियों से जनकल्याण और विकास कार्यों के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया।

इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक पन्ना बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि पन्ना जिले में नदियों के उद्गम स्थल पर पूजन और प्राचीन जल स्रोतों के जीर्णोद्धार कार्य का वृहद स्तर पर कार्यक्रम आयोजन का यह पहला शुभ अवसर है। उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा पवित्र नर्मदा नदी की पद यात्रा के माध्यम से 2700 किलोमीटर की परिक्रमा को प्रेरणास्पद बताया और उनके कुशल नेतृत्व, प्रशासनिक क्षमता, दूरदृष्टि सोच, स्पष्टवादी विचार और व्यक्तित्व की सराहना की। उन्होंने पन्ना नगर को पानी उपलब्ध कराने और प्रमाणी संप्रदाय के लिए ऐतिहासिक महत्व की किलकिला नदी के पुनरुद्धार के संबंध में जरूरी सहयोग की अपेक्षा की। साथ ही इसके माध्यम से छोटे तालाबों में जल संचयन के बारे में अवगत करते हुए राम वन पथ गमन स्थल के बीच बाघिन नदी के उद्गम स्थल बंदरखोह तक पहुंच मार्ग के निर्माण की आवश्यकता भी बताई। उन्होंने क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध स्थल वृहस्पति कुंड की महत्ता के बारे में भी अवगत कराया तथा कहा कि विकासपरक सोच व प्रतिबद्धता से अब क्षेत्र के विकास का नया आयाम स्थापित होगा। 

गुनौर विधायक डॉ. राजेश वर्मा ने प्रदेशव्यापी जल गंगा संवर्धन अभियान में जनता के सहयोग से प्राचीन जल स्रोतों के पुनर्जीवन कार्य को सराहनीय बताया और इसके लिए संचालित विभिन्न गतिविधियों व जागरूकता कार्यक्रमों इत्यादि के बारे में जानकारी दी। जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे द्वारा भी कार्यक्रम को संबोधित किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष संतोष सिंह यादव, नगर पालिका अध्यक्ष मीना पाण्डेय, जिला सहकारी प्रेस के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ पत्रकार बृजेन्द्र गर्ग एवं अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर सुरेश कुमार, पुलिस अधीक्षक साईं कृष्ण एस थोटा, जिला पंचायत सीईओ उमराव सिंह मरावी, सीएमओ शशिकपूर गढ़पाले, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग सतीश शर्मा भी उपस्थित रहे। ग्राम पंचायत इटवांखास की सरपंच उर्मिला पटेल द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

किलकिला नदी के उद्गम स्थल पर किया पूजन



पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने पन्ना शहर के निकट स्थित किलकिला नदी के उद्गम स्थल पहुंचकर पूजन किया। जल गंगा संवर्धन आभियान अंतर्गत ग्राम पंचायत जनवार के छापर गांव में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने किलकिला नदी के विकास और पुनरुद्धार कार्यों की जानकारी भी ली। साथ ही उपस्थित ग्रामीणजनों की समस्याएं सुनकर तत्काल निराकरण के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस दौरान उन्होंने जल कलश में नदी का जल अर्पण कर जल संरक्षण का संकल्प भी दिलाया। मंत्री श्री पटेल के आगमन पर महिलाओं ने कलश यात्रा निकलकर जल संरक्षण का संदेश दिया। जनप्रतिनिधि और अधिकारियों द्वारा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री का आत्मीय स्वागत किया गया।

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