बरियारपुर डैम के किनारे मृत अवस्था में पाया गया मगर जिसे पोस्ट मार्टम के बाद जलाया गया। |
पन्ना। केन नदी में बने बरियारपुर डैम के किनारे मृत अवस्था में रविवार 27 अक्टूबर को एक मगर मिला है। मृत मगर की अनुमानित उम्र लगभग 4 वर्ष बताई गई है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से प्रवाहित होने वाली केन नदी मगर व घड़ियाल जैसे सरीसृप जीवों के लिए अनुकूल आश्रय स्थल है। केन नदी की बलुई चट्टानों में आराम करते मगरमच्छों का दिखना यहां आम बात है। केन नदी पर बने बरियारपुर डैम में भी मगरमच्छों की अच्छी खासी मौजूदगी है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी केन घड़ियाल अभ्यारण्य लाल बाबू तिवारी ने बताया कि सिंचाई विभाग के बरियारपुर डैम में रविवार को मृत अवस्था में मगर पाया गया है। ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि तकरीबन 4 वर्षीय इस नर मगर की मौत आपसी द्वंद में हुई है। किसी बड़े आकार के मगर ने हमला करके इसे जख्मी कर दिया, फलस्वरुप इसकी मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मृत पाए गए मगर का निरीक्षण किया तथा पंचनामा की कार्यवाही के उपरांत पोस्टमार्टम के लिए मगर को पन्ना टाइगर रिजर्व के राजाबरिया निगरानी कैंप में लाया गया। यहां पर पन्ना टाइगर रिज़र्व की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की, उप संचालक मोहित सूद, तहसीलदार अखिलेश प्रजापति, व एनटीसीए के प्रतिनिधि की मौजूदगी में पन्ना टाइगर रिजर्व के वन्य प्राणी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव कुमार गुप्ता द्वारा सोमवार की सुबह 11 बजे पोस्ट मार्टम किया गया।
मृत मगर के थूथन की हड्डी टूटी पाई गई, जिससे यह संकेत मिला कि किसी बड़े मगर ने इसके ऊपर हमला किया है। मगर के पेट में कुछ भी नहीं मिला जाहिर है कि मरने के तकरीबन 8 घंटे पूर्व तक उसने कुछ भी नहीं खाया था। पोस्टमार्टम के दौरान मृत मगर के शरीर से सैंपल लिए गए जिसे जांच के लिए भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट आने पर मगर की मौत कैसे व किन परिस्थितियों में हुई इस बात का खुलासा हो सकेगा। पोस्टमार्टम के उपरांत मगर को राजाबरिया में ही अधिकारियों की मौजूदगी में जला दिया गया।
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