Tuesday, August 13, 2019

बहुचर्चित नीलेश द्विवेदी हत्याकाण्ड का पुलिस ने किया खुलासा

  •   मामले में 9 आरोपी गिरफ्तार, 2 कट्टा एवं 2 जिन्दा कारतूस बरामद
  •   हत्याकाण्ड का एक आरोपी अज्जू उर्फ अजय परमार अभी भी फरार
  •   आरोपी की पन्ना पुलिस द्वारा की जा रही सरगर्मी से तलाश


आयोजित प्रेस वार्ता में हत्याकाण्ड का खुलासा करते हुये पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी। 

अरुण सिंह,पन्ना। बहुचॢचत नीलेश द्विवेदी हत्याकाण्ड मामले में पन्ना पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण कामयाबी हासिल की है। इस मामले का एक आरोपी अज्जू उर्फ अजय परमार अभी भी फरार है जिसकी पुलिस द्वारा सरगर्मी के साथ तलाश की जा रही है। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से दो कट्टा व दो जिन्दा कारतूस भी बरामद किया है। मालुम हो कि विगत एक पखवाड़ा पूर्व 26 जुलाई को भाजपा नेता नीलेश द्विवेदी को आरोपियों द्वारा उस समय गोली मारी गई थी जब वे मोटर साइकिल से अपने  गाँव की ओर जा रहे थे। घटना को लेकर इलाके में अभी भी भय और दहशत का माहौल बना हुआ है। आरोपियों की गिरफ्तारी की माँग को लेकर लोगों द्वारा धरना और प्रदर्शन भी किये जा रहे थे। जिससे पुलिस के ऊपर भी  खासा दबाव था। हत्याकाण्ड के 9 आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस ने भी राहत की साँस ली है। पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने प्रेसवार्ता आयोजित कर आज इस सनसनीखेज हत्याकाण्ड का खुलासा किया। मामले की जानकारी देते हुये उन्होंने बताया कि 26 जुलाई को फ रियादी राजेश शुक्ला पिता रामचरण शुक्ला उम्र 40 वर्ष निवासी मोहनपुरा द्वारा चौकी ककरहटी में रिपोर्ट की गई थी कि आज मैं सब्जी खरीदकर नीलेश द्विवेदी के साथ उसकी मोटर साइकिल पर पीछे बैठकर अपने घर वापस आ रहा था तभी रास्ते में अटरहा नाला के पास रिपटा के पास लाल साहब उर्फ  वासुदेव बुन्देला अपने साथियों भूपत अहिरवार , जगदीश राजपूत और सत्तार खान निवासी पन्ना के साथ रोड पर खड़े थे। इन्होंने मोटर साईकिल रोककर भूपत अहिरवार एवं जगदीश राजपूत मुझे मोटर साईकिल से उतार कर गले में हाथ डाल कर रोड के किनारे ले गये और आगे पुलिया के पास नीलेश द्विवेदी को रोककर लाल साहब बुन्देला ने पिछली सरपंची के चुनाव की बुराई पर से जान से मारने की नियत से कट्टा से दो फायर नीलेश द्विवेदी को मारे, जो बाये पैर के घुटना व घुटना के नीचे लगे। नीलेश को गोली मार कर चारो लोग मोटर साईकिलों में बैठकर मुराज तरफ  भाग गये । नीलेश को इलाज हेतु अस्पताल ले जाया गया। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली पन्ना में अप.क्र. 522/19 धारा 307,34 भादवि 25,27 आर्म्स  एक्ट का कायम किया गया।

आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु गठित की गई थीं तीन टीमें


मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी द्वारा स्वयं घटना स्थल पर पहुँचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। इलाज दौरान रीवा अस्पताल में आहत नीलेश द्विवेदी की मृत्यु हो जाने पर मामले में आरोपियों के विरूद्ध धारा 302 भादवि का इजाफ ा किया गया। पुलिस अधीक्षक पन्ना के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बी.के.एस. परिहार के कुशल मार्गदर्शन तथा एसडीओपी आर.एस. रावत के नेतृत्व में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु 3 विशेष पुलिस टीमो का गठन किया गया जिसमें एक टीम की कमान नगर निरीक्षक कोतवाली पन्ना अरविन्द कुजूर दूसरी टीम की कमान उनि एम.एल. यादव एवं तीसरी टीम की कमान उनि सुशील शुक्ला को सौपी गई। उक्त पुलिस टीम एवं सायबर सेल की मदद से आरोपियो की गिरफ्तारी हेतु घटना दिनांक से सतत् प्रयास किये गये। पुलिस द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को भी सक्रिय किया गया। मुखबिर सूचना  एवं सायबर सेल की मदद से तकनीकी साक्ष्यो के आधार पर घटना के मुख्य आरोपी लाल साहब उर्फ  वासुदेव सिंह  बुन्देला निवासी समाना की बातचीत एफआईआर में नामजद आरोपियों के अलावा छतरपुर तरफ  के अन्य लोगो से होना पाया गया एवं लाल साहब एवं छतरपुर तरफ  के अन्य संदेहियों की मौजूदगी घटना स्थल के आस-पास एवं घटना स्थल पर 1 दिन पूर्व से घटना समय तक पाई गई। उक्त व्यक्तियों का संपर्क लाल साहब सिंह से होना पाया गया तकनीकी साक्ष्य के आधार पर घटना स्थल पर उपस्थित सन्तराजा उर्फ  मानवेन्द्र सिंह परमार निवासी बुढरख, विवेक सिंह बुन्देला निवासी भगवां, विकास द्विवेदी निवासी बजरंग नगर छतरपुर, गोलू उर्फ  महिपाल सिंह परमार निवासी नयागाँव, अभिषेक शुक्ला के घरों में जाकर पुलिस द्वारा पता किया गया जो घटना के एक दिन पूर्व से अपने अपने घरों में मौजूद नहीं थे। संदेहियों की पतारसी एवं गिरफ्तारी में लगी पुलिस टीमों द्वारा अलग-अलग संभावति जगहों में तलाश की गई।

बायपास रोड झांसी से गिरफ्तार हुये मुख्य आरोपी


पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दिनांक 12-13 अगस्त की दरिम्यानी रात सत्तार खान निवासी पन्ना, लालसाहब उर्फ  वासुदेव सिंह बुन्देला निवासी समाना, सन्तराजा उर्फ  मानवेन्द्र सिंह परमार निवासी बुढरख व सन्तराजा के साथी अभिषेक शुक्ला निवासी बरोल को दतिया, ग्वालियर तरफ  जाने की सूचना प्राप्त होने पर बायपास रोड झाँसी से पकड़ा गया। आरोपियों से पूछताछ किये जाने पर लालसाहब द्वारा अपने साथी जगदीश राजपूत, भूपत अहिरवार, सत्तार खान, सन्तराजा परमार, अभिषेक शुक्ला, विकास द्विवेदी, गोलू परमार, विवेक सिंह व अज्जू उर्फ अजय परमार के साथ घटना कारित करना बताया । बाद पूछताछ चारों को अभिरक्षा में लिया एवं विवेक सिंह बुन्देला, विकास द्विवेदी, गोलू उर्फ  महिपाल सिंह परमार की तलाश हेतु उनि एम.एल. यादव को सतना-रीवा तरफ  रवाना किया गया था जो उक्त तीनों आरोपियों को सतना रोड शेरगंज के पास एवं भूपत अहिरवार, जगदीश राजपूत को उनि सुशील शुक्ला द्वारा दमोह जबलपुर रोड जबलपुर नाका के पास से पकड़ा गया। आरोपियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा जुर्म स्वीकारने पर पुलिस अभिरक्षा में लिया गया। आरोपी सन्तराजा उर्फ  मानवेन्द्र सिंह परमार एवं उसके साथी अभिषेक पिता घनश्याम शुक्ला निवासी बरोल अन्धेरी ईस्ट मुंबई से मुताबिक मेमोरेण्डम घटना में प्रयुक्त आलाजर्ब एक 12 बोर का देशी कट्टा, 1 जिन्दा कारतूस सन्तराजा से एवं एक 315 बोर का देशी कट्टा व 1 जिन्दा कारतूस अभिषेक शुक्ला से जप्त किया गया है।

पुलिस ने इन आरोपियों को किया है गिरफ्तार


मामले में पुलिस ने जिन 9  आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें लालसाहब उर्फ  वासुदेव सिंह बुन्देला पिता स्व.मुन्नू राजा उर्फ  दिवाकरदेव बुन्देला 30 साल निवासी समाना थाना कोतवाली पन्ना, जगदीश सिंह पिता रामसिंह राजपूत उम्र 55 वर्ष निवासी रनवाहा थाना कोतवाली पन्ना जिला पन्ना, भूपत पिता नन्दी अहिरवार  45 साल निवासी घटारी थाना कोतवाली पन्ना, शेख सत्तार पिता शेख सकूर 53 साल निवासी आगरा मोहल्ला पन्ना थाना कोतवाली पन्ना, गोलू उर्फ  महिपाल सिंह पिता बहादुर सिंह परमार 23 साल नि. नयागांव थाना पिपट छतरपुर, विकास द्विवेदी पिता कृष्णकुमार द्विवेदी 22 साल निवासी पन्ना नाका बजरंगनगर जीवन ज्योती कालोनी छतरपुर, सन्तराजा उर्फ  मानवेन्द्र सिंह पिता गोविन्द सिंह परमार निवासी बुढरख थाना महराजपुर छतरपुर, विवेक सिंह पिता बलबीर सिंह बुन्देला 24 साल निवासी भगवां जिला छतरपुर एवं अभिषेक पिता घनश्याम शुक्ला 26 साल निवासी निवासी बरोल अन्धेरी ईस्ट मुंबई ( महाराष्ट्र ) शामिल हैं। मामले में आरोपी अज्जू उर्फ  अजय परमार निवासी बड़ामलहरा फरार है जिसकी गिरफ्तारी होना शेष है।

गिरफ्तारी में इनकी रही सराहनीय भूमिका


हत्याकाण्ड के आरोपियों की गिरफ्तारी व सम्पूर्ण कार्यवाही में नगर निरीक्षक कोतवाली अरविन्द कुजूर, उनि एम.एल. यादव, उनि सुशील शुक्ला, उनि राकेश तिवारी, उनि एम.डी. शाहिद, प्र. आर. रामकृष्ण पाण्डेय , शिवेन्द्र सिंह, कुंजबिहारी सिंह,प्रेमलाल पाण्डेय, आर. बृषकेतु रावत, सरवेन्द्र , बीरेन्द्र , रामपाल, राहुल सिंह बघेल, आईमात सेन, नितिन मिश्रा, तेजेन्द्र राजौरा , दीपप्रकाश, बृह्मदत्त शुक्ला, सलीम खान, रविकरन सिंह, प्रदीप पाण्डेय, कमलेश नगायच एवं सायबर सेल से सूबेदार नेहा सिंह, नीरज रैकवार, आशीष अवस्थी, धर्मेन्द्र सिंह राजावत का सराहनीय योगदान रहा। उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा पुरुष्कृत करने की घोषणा की गई है।
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