Wednesday, February 27, 2019

जीर्ण - शीर्ण हो चुका है महेबा का ऐतिहासिक किला

  • पुरातत्व विभाग भी इस प्राचीन धरोहर के प्रति उदासीन 
  • किले के निकट स्थित मानसरोवर तालाब की दशा दयनीय


पन्ना जिले के महेबा गांव में स्थित राजा मल्लार के प्राचीन किले का प्रवेश द्वार

।।  अरुण सिंह,पन्ना ।।   

बुन्देलखण्ड अंचल के पन्ना जिले को प्रकृति ने जहां अनमोल उपहारों व सौगातों से खूबसूरती प्रदान की है, वहीं यह जिला प्राचीन भव्य मंदिरों, ऐतिहासिक इमारतों व किलों तथा राजाशाही जमाने की हवेलियों की मौजूदगी के चलते हर किसी को सहज ही अपनी ओर आकृष्ट करता है. जिले के ग्रामीण अंचलों में ऐसे अनेकों स्थल हैं जहां पुरा संपदा बिखरी पड़ी है. प्राचीन हवेलियां व किले उपेक्षित और लावारिश हालत में हैं, जिनकी कोई देखरेख नहीं होती. फलस्वरूप इस जिले के अतीत की गौरव गाथा व इतिहास नष्ट हो रहा है.

उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले के अजयगढ़ किले के बारे में तो हर कोई जानता है, लेकिन अजयगढ़ से ही ताल्लुक रखने वाला लगभग चार सौ वर्ष पुराना एक किला महेबा में भी है, जो पूरी तरह से उपेक्षित व बद्हाल स्थिति में है. जिला मुख्यालय पन्ना से लगभग 50 किमी. दूर अमानगंज - गुनौर मार्ग पर ग्राम पंचायत महेबा में यह प्राचीन किला स्थित है जो उपेक्षा और समुचित देखरेख के अभाव में खण्डहर में तब्दील हुआ जा रहा है. 

जिले की इस ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण व सुरक्षा की ओर न तो प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही पुरातत्व विभाग ने इस किले को बचाने की कोई पहल की है. इन हालातों के चलते ऐतिहासिक महत्व का यह प्राचीन और भव्य किला जमीदोज हुआ जा रहा है. यदि इस किले को बचाने के लिए कारगर पहल नहीं की गई तो आने वाले वर्षों में महेबा किले के सिर्फ अवशेष ही नजर आयेंगे, किले का आकार नष्ट हो जायेगा.

समुचित देखरेख व संरक्षण के अभाव में इस धरोहर की दुर्दशा का नजारा 

महेबा किले के बारे में बताया जाता है कि सन् 1600 के आसपास अजयगढ़ महाराज ने इस किले का निर्माण कराया था. शुरू में यह किला गढ़ी की शक्ल में था, लेकिन बाद में अजयगढ़ महाराज ने यह गढ़ी दासी पुत्र राजा मल्लारी को सौंप दिया. जिन्होंने गढ़ी को किले में परिवर्तित किया. इस प्राचीन किले का मुख्य प्रवेश द्वार 22 फिट ऊंचा है, जिसके अन्दर प्रवेश करने पर अब चारो तरफ झाड़ झंखाड़ नजर आते हैं. राजा मल्लारी के इस किले में राजस्थानी कलाकारी के दर्शन होते हैं. 

समुचित देखरेख न होने से यह किला खण्डहर हो चुका है लेकिन अभी भी इस किले की भव्यता देखते ही बनती है. महेबा का किला लगभग 5 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, इसके उत्तर में धनुषधारी महाराज की 10वीं शताब्दी की अद्भुत मूर्ति विराजमान है. इस किले के अन्दर 9वीं शताब्दी की अनेकों कलाकृतियां व पुरातात्विक महत्व की मूर्तियां थीं जो नष्ट हो रही हैं.
इस प्राचीन किले के पूर्व में 65 एकड़ का विशाल मानसरोवर तालाब है, जिसका निर्माण राजा मल्लारी द्वारा करवाया गया था. यह तालाब आज भी महेबा गांव के जीवन का आधार है. प्रशासनिक उदासीनता के चलते यह प्राचीन जलाशय अब अपना अस्तित्व खोता जा रहा है. तालाब का तकरीबन 10 एकड़ क्षेत्र अतिक्रमण की गिरफ्त में आ चुका है तथा पुराने घाट जीर्ण - शीर्ण हो चुके हैं. 

तालाब की खुदाई व जीर्णाेद्वार न होने से इस विशाल जलाशय में मलबा पट गया है. गांव के बड़े बुजुर्गों का कहना है कि 10 से 15 फिट मलबा तालाब में जमा है, फलस्वरूप तालाब की जल धारण क्षमता अब आधी भी नहीं बची. मान सरोवर तालाब के कारण ही महेबा गांव में जल का स्तर बना रहता है जिससे कुंओं व हैण्ड पम्पों से पानी मिलता रहता है. तालाब का वजूद नष्ट हो जाने पर 8 - 9 हजार की आबादी वाले महेबा गांव में पानी के लिए त्राहि - त्राहि मच जायेगी.

किले में है देवी की रहस्यमयी प्रतिमा 




महेबा किले में जगह- जगह पुरा संपदा बिखरी पड़ी है, लेकिन इस किले के भीतर एक रहस्यमयी देवी प्रतिमा भी है जिसके बारे में तरह-तरह की किवदंतियां प्रचलित हैं. बताया जाता है कि इस देवी प्रतिमा को कोई भी व्यक्ति स्पर्श नहीं करता, यदि कोई धोखे से भी इस प्रतिमा को छू लेता है तो कुछ ही देर के बाद वह व्यक्ति तेज बुखार से पीडि़त हो जाता है. ऐसा क्यों होता है यह रहस्य है, इस रहस्य का राज कोई नहीं जानता. 

महेबा गांव के एक बुजुर्ग  ने बताया कि वे इस बात पर भरोसा नहीं करते थे, फलस्वरूप उन्होंने देवी प्रतिमा के रहस्य को परखने के लिए तीन बार प्रतिमा का स्पर्श किया. उन्होंने  बड़े ही विश्मय विमुग्ध होकर बताया कि हर बार उन्हें तेज बुखार आया, फलस्वरूप अब वे भी न सिर्फ विश्वास बल्कि भरोसा करते हैं कि इस देवी प्रतिमा में जरूर कोई राज है.
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Sunday, February 24, 2019

आल्हादित और गौरवान्वित है समूचा बुन्देलखण्ड


  •  वरिष्ठ पत्रकार दीपक तिवारी को मिल रही बड़ी जवाबदारी
  •  माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के बनेंगे कुलपति

अरुण सिंह,पन्ना। 
दीपक तिवारी वरिष्ठ पत्रकार 

बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास और यहां की समस्याओं के निराकरण हेतु पिछले ढाई दशक से निरंतर कलम चलाने वाले वरिष्ठ पत्रकार दीपक तिवारी जी को उनके कदए योग्यता और क्षमता के अनुरूप बड़ी जवाबदारी सौंपी जा रही है। उन्हें माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय का नया कुलपति बनाया गया है। यह खबर सुनकर समूचे बुंदेलखंड क्षेत्र के लोग विशेषकर पत्रकार आल्हादित हैं और गौरव का अनुभव कर रहे हैं। अपनी विशिष्ट लेखन क्षमता और लगन के चलते पत्रकारिता के क्षेत्र में आपने जो मुकाम हासिल किया है निश्चित ही नई पीढ़ी के पत्रकारों के लिए वह किसी प्रेरणा से कम नहीं है। आम जनता से जुड़ी समस्याओंए विकास की संभावनाओं तथा राजनीति पर आपका गंभीर लेखन हमेशा शासन व प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराता रहा है। मानवीय संवेदनाओं से जुड़ी खबरों को कवर करने के लिए सैकड़ों किलोमीटर लंबा सफर तय करने व हर तरह की चुनौतियों का सामना करने को भी हमेशा तत्पर रहे हैं। यही वजह है कि दीपक तिवारी भीड़ से अलहदा अपनी एक अलग पहचान बनाने में न सिर्फ कामयाब हुए अपितु लोगों का भरोसा और विश्वास भी अर्जित किया है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में रहकर पत्रकारिता करने वाले तिवारी जी का पन्ना जिले से भी नाता रहा है उन्होंने यहां आकर आदिवासी बहुल कल्दा पठार की समस्याओं तथा वहां के आदिवासियों की जिंदगी पर जहां बेहतरीन स्टोरी की हैं वहीं पन्ना की रत्नगर्भा धरती से निकलने वाले बेशकीमती हीरो के काले कारोबार पर भी अपनी प्रखर लेखनी से सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया है। मुझे प्रसन्नता है कि इन अवसरों पर मैं भी तिवारी जी के साथ रहा और नवभारत के लिए कवरेज किया।
यह तकरीबन डेढ़ दशक पुरानी बात है जब दीपक तिवारी जी पन्ना की उथली हीरा खदानों से निकलने वाले हीरो के काले कारोबार पर रिपोर्टिंग के लिए पन्ना आए हुए थे। उसी समय मेरी मुलाकात आपसे हुई और कुछ देर की बातचीत में ही मैं उनसे इतना प्रभावित हुआ कि हीरा खदानों की स्टोरी करने उनके साथ जाने को तैयार हो गया। उस समय मैं पन्ना में  जिला ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य कर रहा था तथा  संजय तिवारी मंटु मेरे सहयोगी फोटोग्राफर थे। हम तीनो लोग क्षेत्र की उथली हीरा खदान क्षेत्र में पहुंचे उस समय इस इलाके में कई डकैत गिरोह भी सक्रिय थे। जिसे दृष्टिगत रखते हुए ब्रजपुर थाना में जाकर हमने थाना प्रभारी को अवगत कराया कि हम हीरा खदानों का कवरेज करना चाहते हैं। थाना प्रभारी ने हम लोगों के साथ एक राइफल धारी आरक्षक को भेज दिया। वृजपुर के निकट ही बृहस्पति कुंड क्षेत्र में चलने वाली हीरा खदानों को कवर करने जब हम पहुंचे तो सैकड़ों फीट नीचे कुंड में बड़ी संख्या में लोग खदानों में काम करते हुए दिखाई दिए। हम लोग नीचे उतर कर काम करने वाले मजदूरों से बातचीत कर पाते इसके पूर्व ही उस आरक्षक ने ऊपर से ही फायर कर दिया जिसकी आवाज पूरे इलाके में गूंज उठी। राइफल की आवाज सुनकर सारे मजदूर वहां से नौ दो ग्यारह हो गए। फलस्वरुप सिर्फ खदानें देखने को मिली कोई मजदूर वहां बातचीत के लिए नहीं मिला। बाद में पता चला कि यहां की खदाने पुलिस की सह पर ही चलती है। हम लोग हकीकत न जान सके इसलिए उस आरक्षक ने फायर कर मजदूरों को भागने का संकेत दिया था।

जब दीपक तिवारी को बनाया हीरा व्यापारी

उथली हीरा खदानों का कवरेज अधूरा रह जाने पर हमने उस आरक्षक को थाने में छोड़ा और कवरेज के लिए नई योजना बनाई। इलाके में हीरो की चोरी से कैसे खरीद.फरोख्त होती है यह जानने के लिए तिवारी जी को हीरा व्यापारी का रोल अदा करने के लिए कहा जिसके लिए वे तैयार भी हो गए ।अब हम लोग अपनी गाड़ी से बृजपुर से कुछ ही दूर स्थित बडगड़ी गांव की एक दुकान पर पहुंचे। सड़क किनारे स्थित इस दुकान में चाय नाश्ता करते हुए दुकानदार से हीरो के संबंध में चर्चा की और तिवारी जी की ओर इशारा करते हुए उसे बताया कि यह एक बड़े हीरा व्यापारी हैं और हीरा खरीदना चाहते हैं। दुकानदार को भी भरोसा हो गया और उसने तुरंत एक युवक को वहां बुलवाया जिसके पास हीरे थे । उस युवक ने अपनी जेब से कई हीरे निकालकर दिखाएं जिन्हें देख तिवारी जी भी हैरत में पड़ गए। उस युवक से काफी देर तक चर्चा हुई तथा हीरो की कीमत के संबंध में मोलभाव भी किया गया फिर पैसों की व्यवस्था कर वापस आने की बात कहकर हम लोग पन्ना आ गए। इस रोमांचक यात्रा को दीपक तिवारी जी ने बड़े ही प्रभावी अंदाज में लिखा। अंग्रेजी पत्रिका द वीक में कवर स्टोरी द ग्रेट डायमंड लूट प्रकाशित हुई जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया।

कल्दा पठार की यात्रा भी रही अविस्मरणीय

पन्ना जिले के आदिवासी बहुल दुर्गम इलाके कल्दा पठार की यात्रा भी कम रोचक नहीं है। उस समय डॉक्टर रविंद्र पस्तोर पन्ना कलेक्टर थे और अपने अभिनव प्रयोगों व कार्यों के लिए प्रदेश स्तर पर चर्चा में बने रहते थे। कल्दा पठार चूंकि जंगली क्षेत्र है इसलिए वहां वन्य प्राणियों की बहुलता के कारण खेती किसानी कर पाना बेहद कठिन था। इस समस्या से निपटने के लिए डीपीआईपी द्वारा खेतों के चारों ओर पत्थर की सुरक्षा दीवार बनाने की योजना बनाई गई थीए जिसे कार्य रूप में भी परणित किया गया। यह सुरक्षा दीवार भी प्रदेश स्तर पर चर्चित हुई जिसे कवर करने दीपक तिवारी जी कल्दा आए हुए थे। कल्दा पठार के लोगों की जिंदगी को निकट से देखने व समझने के लिए हम लोग पठार में ही स्थित वन विभाग के श्याम गिरी स्थित रेस्ट हाउस में रात्रि रुके। इस प्रवास में डॉक्टर रविंद्र पस्तोर व डीपीआईपी के जिला समन्वयक डीपी सिंह भी थे। कल्दा पठार की यह स्टोरी भी द वीक में प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी तथा स्थानीय स्तर पर मेरे द्वारा नव भारत में कल्दा की फसल सुरक्षा दीवार पर केंद्रित स्टोरी लिखी गई थी। इन अवसरों पर तिवारी जी के साथ बहुत कुछ सीखने को मिला। तकरीबन डेढ़ दशक बाद तिवारी जी के नई भूमिका में आने की खबर सुनकर पुरानी यादें तरोताजा हो गई और यह संस्मरण लिख डाला। निश्चित ही तिवारी जी की इस भूमिका से बुंदेलखंड अंचल के पत्रकारों को नई ऊर्जा और प्रेरणा मिलेगीए जिसका लाभ इस पिछड़े क्षेत्र को मिलेगा।

Saturday, February 23, 2019

जुआ के विवाद में युवक की दोस्त ने गोली मारकर की हत्या



  •   पन्ना जिले के बृजपुर थाना के ग्राम पहाड़ीखेरा की घटना 
  •   रात में दोस्तों के साथ जुआ खेला, सुबह ढाबे में हुआ विवाद


 ढाबे के पास मृतक युवक का शव तथा मौजूद भीड़।

 पन्ना। म.प्र. के पन्ना जिले में बृजपुर थाना अंतर्गत ग्राम पहाड़ीखेरा में जुआ के विवाद में एक नवयुवक की गोली मारकर हत्या करने का सनसनीखेज घटनाक्रम सामने आया है। शुक्रवार 22 फ रवरी की सुबह करीब 5 बजे हुई हत्या की इस वारदात के बाद से इलाके में तनावपूर्ण स्थिति निर्मित है। मृतक सुमन राज उर्फ अंशुल मिश्रा एवं हत्यारोपी अच्छे दोस्त बताये जा रहे हैं। पुलिस की अब तक की तहकीकात में पता चला है कि सुमन राज उर्फ  अंशुल मिश्रा ने रात में अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ जुआ खेला और कथित तौर पर सभी ने शराब भी पी। आज सुबह चारों युवक दो बाइक में सवार होकर खाना खाने के लिये पहाड़ीखेरा-कालिंजर मार्ग किनारे स्थित गौतम ढाबा पहुंचे जहाँ उनके बीच हुये विवाद के चलते प्रीतम बुंदेला ने गोली मारकर अंशुल मिश्रा की हत्या कर दी। इस जघन्य वारदात को अंजाम देने के बाद प्रीत उर्फ  प्रीतम बुंदेला अपने दो अन्य दोस्तों विक्रम व्यापारी और हरिनारायण गुप्ता के साथ मौके से फरार हो गया।

घटना के बाद बाइक से फरार  हुये आरोपी 


सुबह-सुबह हुये हत्याकाण्ड की सूचना मिलने पर पहाड़ीखेरा चौकी प्रभारी आर.बी. द्विवेदी जब मौके पर पहुंचे तो अंशुल मिश्रा पुत्र रविशंकर मिश्रा 22 वर्ष निवासी ग्राम बृजपुर मृत अवस्था में ढाबा के सामने पड़ा था। अंशुल के सीने पर बाईं ओर गोली लगी है जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना स्थल से पुलिस ने एक हीरो पैशन प्रो मोटरसाइकिल जप्त की है। उधर, कुछ समय बाद अजयगढ़ एसडीओपी इसरार मंसूरी ने भी पहाड़ीखेरा पहुँचकर घटना स्थल व शव का मुआयना किया, साथ ही वारदात के संबंध में जानकारी प्राप्त की। ढाबा संचालक पुष्पेन्द्र गौतम एवं उसके कर्मचारी ने पुलिस को बताया कि सुमन राज उर्फ अंशुल मिश्रा समेत उसके चार दोस्त सुबह करीब 5 बजे ढाबा में खाना खाने के लिये आये थे। उन्हें जब ढाबा के कर्मचारी पवन गौंड़ ने खाना खत्म होने की जानकारी दी तो वे नाराज होकर गालियाँ देने लगे। इसके पश्चात उक्त युवकों ने सिगरेट खरीदी और ढाबा के बाहर खड़े होकर सिगरेट पीने लगे। कुछ मिनिट बाद उनके बीच आपस में विवाद हो गया जिसमें एक युवक ने सुमन राज उर्फ  अंशुल मिश्रा के ऊपर फ ायर कर उसकी हत्या कर दी। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी मोटरसाईकिल लेकर फ रार हो गये।

मौत की खबर से परिवार में मचा कोहराम

घटना के संबंध में प्रकरण पंजीबद्ध करती पुलिस।

जवान बेटे की हत्या होने का दुखद समाचार मिलते ही बृजपुर से मिश्रा परिवार के सदस्य और ग्रामीण बड़ी तादाद में पहाड़ीखेरा पहुँचे। ऐसी चर्चा है कि सुमन राज उर्फ  अंशुल मिश्रा गुरूवार शाम से घर नहीं पहुंचा था।  शुक्रवार की सुबह बेटे की मौत की खबर मिलने पर मिश्रा परिवार में कोहराम मच गया। आक्रोशित और व्यथित परिजनों ने  हत्याकाण्ड को ढाबा के अंदर अंजाम दिये जाने और ढाबा संचालक पर हत्याकाण्ड की वास्तविकता को छिपाने सरीके गंभीर आरोप लगाये जिससे वहाँ कुछ देर के लिये तनावपूर्ण स्थिति निर्मित हो गई। उधर, पुलिस ने घटना पर हत्या का मामला पंजीबद्ध कर फ रार आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास तेज कर दिये हैं। उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले का पहाड़ीखेरा चौकी क्षेत्र पिछले कुछ माह से संगीन वारदातों को लेकर सुर्खियों में बना है। कुछ समय पूर्व यहाँ डकैत गिरोह द्वारा एक वन श्रमिक का अपहरण करने, युवकों से लूटपाट करने और फि र जंगल में एक महिला का जला हुआ क्षत-विक्षत शव मिलने की घटना सामने आई थी। इन घटनाओं को लोग अभी भूले भी नहीं थे कि आज नवयुवक अंशुल की जघन्य हत्या की वारदात ने एक बार फि र इस सीमावर्ती इलाके को दहला दिया है। क्षेत्र में बढ़ती संगीन अपराधिक वारदातों को लेकर लोगों में गुस्सा और भय व्याप्त है।

इनका कहना है...

  जुआ के विवाद में अंशुल की हत्या उसके दोस्त ने गोली मारकर की है, संभवत: उक्त युवक शराब के नशे में थे, फ रार आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु सीमवर्ती पुलिस थानों को सूचना दी जा चुकी है, नाकेबंदी और सॄचग की जा रही है। सभी आरोपी बहुत जल्द पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

इसरार मंसूरी, एसडीओपी अजयगढ़, जिला पन्ना

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Thursday, February 21, 2019

पन्ना जिले के कुडऱा गाँव तक पहुँचना नहीं है आसान

  •   आवागमन के लिये सुगम मार्ग का नहीं हो सका निर्माण
  •   बारिश के चार माह टापू में तब्दील हो जाता है गाँव


पन्ना जिले का कुड़रा गांव जहाँ पहुँचने के लिए नहीं है सड़क मार्ग। 

अरुण सिंह

पन्ना। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पन्ना जिले में आज भी ऐसे अनेकों गाँव हैं जहां पहुँच पाना बेहद कठिन और दुश्कर है। इन ग्रामों तक आज भी सुगम आवागमन के लिये सड़क मार्ग का निर्माण नहीं हो सका है जिससे ग्रामीण विकास की मुख्यधारा से कटे हुये हैं। बुनियादी और आवागमन सुविधाओं से वंचित ग्रामों की फेहरिस्त में एक गाँव अजयगढ़ जनपद क्षेत्र का कुडऱा है जहां के रहवासियों की जिन्दगी कठिनाईयों और मुसीबतों की पर्याय बन चुकी है।

उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले के अजयगढ़ जनपद क्षेत्र में आने वाली धरमपुर ग्राम पंचायत के राजस्व ग्राम कुडऱा के निवासी आज भी आवागमन की सुविधा के लिये तरस रहे हैं। वर्षों से ग्रामवासी कुडऱा से धरमपुर तक सुगम सड़क मार्ग के निर्माण की माँग करते आ रहे हैं लेकिन उनकी यह माँग आज तक पूरी नहीं हो सकी है।
 जिला मुख्यालय पन्ना से लगभग 52 किमी. दूर अजयगढ़ जनपद की सबसे बड़ी पंचायत धरमपुर के अन्तर्गत आने वाले कुडरा गांव की आबादी तकरीबन 600 है। 

धरमपुर तक तो पक्का सड़क मार्ग है तथा यात्री बसों का भी अवागमन होता है, लेकिन धरमपुर से कुडरा गांव तक 7 किमी. की दूरी तय करना आसान नहीं है। धरमपुर से कुडरा के लिए जो कच्चा मार्ग है, उस मार्ग से जाने पर रास्ते में जो परिद्रश्य और माहौल नजर आता है, उसे देख चंबल के बीहडों की याद ताजा हो जाती है। मिट्टी के ऊंचे टीलों के बीच से गुजरने वाले इस टेढ़े - मेढ़े कच्चे मार्ग पर यदा - कदा पैदल या साईकिल सवार ग्रामीण मिलते हैं, दूर - दूर तक और कुछ नजर नहीं आता।मुख्य मार्ग से 8 किमी दूर बसे इस गांव तक पहुचने में दर्जनों बरसाती नाले और ऊंचे नीचे टीलों सहित गहरी खईयों से गुजरना पड़ता है।
 
बारिश के दिनों में यह मार्ग नदी नालों में तब्दील हो जाने से संपूर्ण गांव टापू में तब्दील हो जाता है। ग्रामवासी बताते है कि बारिश के चार माह हमारे लिये काला पानी की सजा से कम नहीं होते, इन दिनों बीमार व्यक्ति को इलाज के लिये भी कहीं ले जाना नामुमकिन हो जाता है, जिससे अब तक बारिश के दिनों में इलाज के अभाव में सैकड़ों लोगों की असमय मौत हो चुकी है। आजादी के इतने वर्षों बाद भी कुडऱा गांव को एक सड़क नसीब नहीं हो सकी जिसके कारण यहां के निवासी बदहाली की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। बच्चे पढऩे नहीं जा पाते, किसान अपना माल बेंचने बाजार नहीं जा पाते और बीमार व्यक्ति को समय पर जरूरी चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाती।


गांव के लिए ऐसे बीहड़ नुमा रास्तों से होकर जाना पड़ता है। 

ग्रामीणों की असुविधा और परेशानी यहीं खत्म नहीं होती, बुनियादी सुविधाओं के अभाव व सड़क मार्ग न होने के कारण इस गाँव के युवक कुंवारे ही रह जाते हैं। इस गांव में दूसरे गांव के लोग अपने बेटी या बेटे का विवाह नहीं करना चाहते, जिससे यहां का सामाजिक ताना बाना भी प्रभावित हो रहा है। लोग इस गाँव के पहाड़ी पथरीले मार्गों को देख कर ही डर जाते हैं और रिश्ता होने से पहले ही टूट जाता है। 

ऐसा नहीं कि यहां की बदहाली के बारे में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जानकारी नहीं है। सैकड़ों बार यहां के निवासियों ने सामूहिक रूप से अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के दरवाजे खटखटाये, आवेदन-पत्र देकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से गांव तक सड़क बनवाये जाने की प्रार्थना की, पर उनकी फरियाद पर आज तक अमल नहीं किया गया जिससे आज भी कुडऱा गांव के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। 

रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा बुलन्द करते हुये कुडऱा गाँव के लोगों ने अभी हाल ही में संपन्न हुये विधानसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार की घोषणा भी की थी जिस पर अधिकारियों की समझाईश पर ग्रामीण मतदान करने को इस शर्त पर तैयार हुये कि उनके गाँव तक सड़क मार्ग का निर्माण शीघ्र कराया जायेगा। विधानसभा चुनाव संपन्न हो गये और प्रदेश में नई सरकार ने कार्यभार भी संभाल लिया लेकिन कुडऱा गाँव के लोगों की समस्याओं से अधिकारियों ने फिर मुँह फेर लिया है जिससे ग्रामवासियों में आक्रोश है।

पेयजल और सड़क सबसे बड़ी समस्या 


गांव की महिलाऐं पत्रकारों से अपनी समस्यायें बताते हुए। 

इस गांव की सबसे बड़ी समस्या पेयजल और सड़क मार्ग का अभाव है. दुनिया से अलग - थलग पड़े तथा विकास से अछूते इस गांव के लोगों में आक्रोश तो है लेकिन वे बेवश और लाचार हैं. इन्द्रपाल सिंगरौल का कहना है कि हम चाहते हैं गांव की पेयजल समस्या दूर हो तथा सड़क बन जाय। अभी गांव में सिर्फ एक हैण्डपम्प है तथा खेत में बना एक निजी कुंआ है जिससे गांव का निस्तार होता है। इन्द्रपाल ने बताया कि वह 40 साल का हो गया लेकिन हमारी समस्या दूर करने का कोई प्रयास नहीं हुआ अब तो ऐसा लगता है कि इस गांव का भविष्य अंधकारमय है। आप लोगों  ने इस गांव की सुध ली है  तो एक उम्मीद जागी है कि शायद पानी और सड़क की समस्या दूर करने के लिए कोई पहल हो।

आठवीं के बाद नहीं पढ़ पाते बच्चे 


गांव में सिर्फ आठवीं कक्षा तक के लिए स्कूल है, इसलिए गांव के लड़के व लड़कियां आठवीं तक पढ़ाई कर लेते हैं, लेकिन आगे की पढ़ाई नहीं कर पाते। ग्रामवासी अपने बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं लेकिन मजबूरी ऐसी है कि चाहकर भी वे पढ़ा नहीं पाते। पक्की सड़क न होने से बारिश के मौसम में पैदल जाना मुश्किल हो जाता है। कुडरा से धरमपुर तक 7 किमी. लम्बे मार्ग पर सात नाले पड़ते हैं जिन्हें बारिश में पार करना कठिन हो जाता है। ठंड के मौसम में भी बच्चे जंगली रास्ते से होकर नहीं जा पाते, जिससे आगे की पढ़ाई थम जाती है। गांव के कुछ बच्चों ने साहस दिखाते हुए उच्च शिक्षा हासिल करने का प्रयास भी किया है,  कई अन्य युवक भी शिक्षा हासिल करना चाहते हैं लेकिन हालात इतने विपरीत हैं कि उन्हें कामयाबी नहीं मिल पाती।
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रोमांचक फुटवॉल मैच देखने के लिये उमड़ रहे खेल प्रेमी



  •   चौथे दिन मैदान में उतरी पन्ना की दो टीमें
  •   मेजबान से हार कर भटगांव छत्तीसगढ़ और सुहावल हुई बाहर
  •   शिवजीत सिंह  फुटवाल क्लब पन्ना ने किया तीसरे राउण्ड में प्रवेश
  •   बीएसबी पन्ना ने शानदार जीत से किया आगाज



पन्ना। शहर के ऐतिहासिक नजरबाग स्टेडियम में आयोजित हो रहे स्व. बृजेन्द्र सिंह बुंदेला मेमोरियल अखिल भारतीय फुटवाल टूर्नामेंट में आज चौथे दिन 3 मैच हुये। यहां आयोजित हो रहे रोमांचक फुटवॉल मैच को देखने के लिये बड़ी संख्या में खेल प्रेमी प्रतिदिन पहुँच रहे हैं। टूर्नामेंट में आज पन्ना की दो टीमों ने हिस्सा लिया। पहला मैच दूसरे राउण्ड में पहुंची शिवजीत सिंह भईयाराजा फुटवॉल क्लब पन्ना और रायल स्र्पोटिंग क्लब भटगांव छत्तीसगढ़ के बीच हुआ। दोनों ही टीमें अपना 1-1 मैच जीत कर मजबूत हौसलों के साथ उतरी थीं। भटगवां और पन्ना के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिला। जिसमें पन्ना की टीम ने 1-0 से जीत दर्ज की। दूसरा मुकाबला मेजबान बृजेन्द्र सिंह बुंदेला फुटवॉल क्लब पन्ना और जनता स्र्पोंटिग क्लब सुहावल के बीच खेला गया। इस मैच में पन्ना ने एकतरफा   मुकाबले में सुहावल को 6-1 से मात देकर शानदार आगाज किया। वहीं तीसरा मुकाबला एमपी पुलिस भोपाल और आदिवासी स्पोर्टिंग  क्लब इंदौर के बीच हुआ। यह मुकाबला समयाभाव के कारण 7 मिनट पहले ही स्थगित कर दिया गया। खेल समाप्त होने तक दोंनों टीमें 1-1 से बराबरी पर रहीं।

आज के दिन की शुरूआत सर्वप्रथम स्व. बृजेन्द्र सिंह बुंदेला के चित्र पर माल्यापर्ण के साथ हुई। पहले मैच में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल अमानगंज नगर परिषद के सीएमओ महमूद हसन और विशिष्ट अतिथि लोकेन्द्र प्रताप सिंह, अनिल सक्सेना सुरेन्द्र सिंह परमार, रॉनी जेम्स, सलीम खान, उपस्थित रहे। सभी ने खिलाडियों का परिचय प्राप्त कर खेल की शुरूआत कराई। वहीं दूसरे मैच में प्रो. ए.के. खरे मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुये, उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्रसाल महाविद्यालय स्टाफ  एस.एस. राठौर, पी.पी. गौर, सुखेन्द्र पटेल, एच.एन. शर्मा, सुरेन्द्र प्रताप सिंह साथ रहे। सभी ने खिलाडियों का अभिवादन किया। वहीं तीसरे मैंच में भान प्रताप सिंह हल्के राजा मुख्य अतिथि रहे। उनके साथ वरिष्ट अधिवक्ता कैलाश बिहारी खरे, डीके दुबे, विनोद तिवारी ने खिलाडियों से परिचय प्राप्त किया।
पहले मैच में पन्ना ने शानदार शुरूआत करते हुये पहले हाफ के 10वें मिनट पर गोल दाग दिया। इसके बाद दोनों टीमों के बीच संघर्ष देखा गया। पूरे मैच में भटगांव की टीम कोई भी गोल नहीं बना सकी और पन्ना के खिलाड़ी चिंटू के द्वारा किये गये एक मात्र गोल के सहारे पन्ना ने यह मैच 1-0 से जीत लिया। वहीं दूसरा मैच जनता स्पोटिंग क्लब सुहावल और मेजबान बृजेन्द्र सिंह बुंदेला फुटवाल क्लब पन्ना के बीच हुआ। इस मैच में सुहावल पर पन्ना ने बड़ी जीत दर्ज की। इस जीत में पन्ना के भरत बाल्मीक हीरो बने। भरत ने 4 गोल दाग की पन्ना को बड़ी जीत दिलाई। पहले हाफ में पन्ना की ओर से भरत ने 8वें मिनट पर गोल दागा। इसके बाद पन्ना के जावेद ने शानदार अंदाज में दर्शकों को रोमांचित करते हुये गोल किया। इसके बाद भरत ने एक और गोल कर पहले हाफ का खेल खत्म होने तक स्कोर को 3-1 कर दिया। सुहावल की ओर से एक गोल पन्ना के गोलकीपर की गलती से स्वत: ही हो गया। इसके बाद सुहावल को पन्ना के खिलाडियों ने कोई मौका नहीं दिया। दूसरे हाफ में लगातार अंतराल में तीन गोल दागे गये। जिसमें एक गोल उजैव व दो भरत बाल्मीक ने किये। इस तरह पन्ना ने 6-1 से सुहावल को बुरी तरह शिकस्त किया। आदिवासी स्पोटिंग क्लब इंदौर और एमपी पुलिस के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिला। पहले हाफ में इंदौर ने बढ़त बनाई और इंदौर के आकाश भगोरे ने शानदार गोल किया। वहीं दूसरे हाफ में भोपाल के आकाश राय ने मैच को बराबर कर दिया। मैच खत्म होने से पूर्व ही अंधेरा हो जाने के कारण मध्यप्रदेश फुटवॉल संघ से आये मैच रेफरी ने मैच को रोक दिया। निर्णय हुआ कि 7 मिनट का शेष मैच गुरूवार को खेला जायेगा।
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Wednesday, February 20, 2019

पन्ना के खिलाडिय़ों ने 2-1 से बिड़ला क्लब सतना को दी मात


  •   एकतरफा मुकाबले में एनएमडीसी मझगवां को एसीबी कोरबा ने दी करारी शिकस्त
  •   टूर्नामेंट के तीसरे दिन आयोजित हुये 4 मैच
  •   रतलाम, पन्ना, कोरबा और बालाघाट ने किया दूसरे राउण्ड में प्रवेश



पन्ना। अखिल भारतीय फुटवाल टूर्नामेंट में आज तीसरे दिन 4 मैच आयोजित किये गये। जिसमें लोगों का खासा उत्साह देखने को मिला। आज जिले की दो टीमों के मैच होने से नजरबाग में लोगों की खासी भीड़ देखी गई। दोपहर 12 बजे पहला मुकाबला युनियन फुटवॉल क्लब रतलाम और डीएफए टीकमगढ़ के बीच खेला गया। जिसमें रतलाम की टीम ने टीकमगढ़ को 2-0 से मात दी। इसके बाद दूसरा मुकाबला मेजबान शिवजीत सिंह भईयाराजा फुटवॉल क्लब पन्ना और बिड़ला क्लब सतना के बीच खेला गया। इस मुकाबले में पन्ना के खिलाडियों ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुये कांटे के मुकाबले में 2-1 से जीत दर्ज की। वहीं तीसरा मुकाबला एनएमडीसी मझगवां और एसीबी कोरबा के बीच खेला गया। जिसमें कोरबा के खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन करते हुये 6-0 से मैच अपने नाम किया। इसके बाद अंतिम मैच बालाघाट एकेडमी और इंडीपेेंडेंट क्लब नागौद के बीच खेला गया, जिसमें ंबालाघाट ने नागौद को 4-0 से मात दी।
पहले मैच में खिलाडियों का उत्साह बढ़ाने के लिये कई पूर्व खिलाडी और जिले के गणमान्य नागरिक नजरबाग ग्राउण्ड पर नजर आये। प्रथम दो मैचों में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस नेता शिवजीत सिंह भईयाराजा विशिष्ट अतिथि डॉ. नवीन दीवान, सुरेन्द्र सिंह परमार, विनोद तिवारी उपस्थित रहे। वहीं तीसरे और चौथे मैच में बुंदेलखण्ड विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक विजय बहादुर सिंह बुंदेला छतरपुर से मुख्य अतिथि के रूप में पन्ना पन्ना पहुंचे। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष मोहनलाल कुशवाहा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला फुटवाल संघ पन्ना के अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने की। इस दौरान समस्त अतिथियों का स्वागत आयोजक मंडल की ओर से अजेन्द्र सिंह बुंदेला, अकरम खान, रॉनी जैम्स, प्रकाश खरे, हनुमत प्रताप सिंह, मृगेन्द्र सिंह गहरवार, मनू बुंदेला, नीलमराज शर्मा, केपी सिंह परिहार, लखनराजा, मानवेन्द्र सिंह बुंदेला द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि विजय बहादुर सिंह ने जिला फुटवाल संघ को अपनी ओर से 51 हजार रूपये की सहयोग राशि देने की घोषणा की। जिसके लिये आयोजन समिति की ओर से विनोद तिवारी ने उनका आभार जताया। संपूर्ण मैच के दौरान इशाक अली, पहलवान सिंह और लॉरेंस एट्स ने शानदार कॉमेंट्री करते हुये पल-पल की जानकारियों दी।

मेजबान पन्ना की जीत के साथ शुरूआत

टूर्नामेंट के तीसरे दिन पहला मैच युनियन फुटवॉल क्लब रतलाम और डीएफए टीकमगढ़ के बीच खेला गया। इस मैच के पहले हाफ में ही रतलाम की टीम हावी दिखी। रतलाम के खिलाड़ी ने शुरूआती समय में ही 1 गोल की बढ़त बनाई। दूसरे हाफ में 1-0 की बढ़त के साथ उतरी रतलाम की टीम ने टीकमगढ़  कोई मौका नहीं दिया और एक और गोल कर बढ़त को 2-0 कर दिया। मैच समाप्त होने तक टीकमगढ़ की टीम कोई गोल नहीं बना सकी और उसे मैच गंवाना पड़ा। इसके बाद टूर्नामेंट में अपना पहला मैच खेलने उतरी मेजबान पन्ना की टीम ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। शिवजीत सिंह भईयाराजा फुटवॉल क्लब पन्ना और बिड़ला क्लब सतना के बीच हुये इस मुकाबले में पन्ना के खिलाड़ी सतना पर आक्रमक नजर आये। 10वें मिनट पर पन्ना की ओर से गोलू ने पहला गोल कर लोगों को उत्साहित कर दिया। पहले हाफ का खेल खत्म होने से पूर्व सतना की ओर से एक गोल कर मैच को बराबरी पर ला दिया गया। दूसरे हाफ में दोनों ही टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल। इसी बीच दूसरे हाफ में पन्ना के आमीन ने शानदार किक से बॉल को गोल में डाला और टीम को निणार्यक जीत दिलाई। पन्ना की जीत से नजरबाग में खासा उत्साह देखने को मिला।
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Monday, February 18, 2019

गंभीर मामलों में होगी तेज व त्वरित कार्यवाही: एसपी


  •   गरीबों, महिलाओं व बच्चों के मामलों पर दिखेगी संवेदनशीलता
  •   रेत व शराब के अवैध कारोबार पर लगायेंगे प्रभावी अंकुश
  •   नवागत पुलिस कप्तान से पत्रकारों की हुई रूबरू चर्चा


अनिल सिंह  कुशवाह पुलिस अधीक्षक।
अरुण सिंह,पन्ना। गरीबों, महिलाओं और बच्चों से जुड़े प्रकरणों की सुनवाई और कार्यवाही प्राथमिकता के साथ हो यह सुनिश्चित किया जायेगा। गंभीर किस्म के मामलों में भी तेज और त्वरित कार्यवाही होगी। यह बात पन्ना जिले के नवागत पुलिस कप्तान अनिल सिंह  कुशवाह ने सोमवार को पत्रकारों से रूबरू चर्चा के दौरान कही। पदभार संभालने के बाद जिले के पत्रकारों से अपनी पहली मुलाकात में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में उनकी यह पहली पदस्थापना है। इसके पूर्व इन्दौर, बुरहानपुर, ग्वालियर, मालवा व जबलपुर क्षेत्र में वे कार्य कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि बतौर पन्ना एसपी कार्यभार गृहण करने के बाद तीन-चार दिनों तक जिले के सीमावर्ती इलाकों सहित अन्य क्षेत्रों का भ्रमण कर यहां की भौगोलिक स्थिति, समस्याओं व चुनौतियों को समझने का प्रयास किया है। यही वजह है कि आप लोगों से मुलाकात करने में थोड़ा विलम्ब हुआ।
पुलिस अधीक्षक श्री कुशवाह ने कहा कि जिले में किसी भी तरह का गैरकानूनी कार्य बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुये कहा कि रेत के अवैध कारोबार के संबंध में उन्हें जानकारी मिली थी। आपने आश्वस्त किया कि रेत व शराब के अवैध कारोबार पर प्रभावी रोक लगाई जायेगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पिछले दिनों चित्रकूट क्षेत्र में हुई अपहरण की घटना को दृष्टिगत रखते हुये सीमावर्ती पहाड़ीखेरा क्षेत्र के जंगलों में पिछले तीन दिनों से विभिन्न दिशाओं में सघन सर्चिंग  कराई गई है, इसके लिये पुलिस टीमों का गठन किया गया है। आपने बताया कि उन्होंने स्वयं चहला नाला सहित आस-पास के क्षेत्र का भ्रमण कर जायजा लिया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिये ट्राफिक व्यवस्था में आवश्यक सुधार किया जायेगा। जनता के बीच पुलिस की छवि बेहतर बने इस दिशा में भी ठोस व प्रभावी कदम उठाये जायेंगे।अपराधों से सम्बंधित समाचारों के संकलन में आने वाली कठिनाइयों की ओर ध्यान आकृष्ट कराये जाने पर पुलिस कप्तान ने आश्वस्त किया कि समस्या के समाधान हेतु यथोचित कदम उठाये जाएगें।
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अंतर्राज्यीय फुटवॉल टूर्नामेंट का हुआ भव्य शुभारंभ

  •   नजरबाग स्टेडियम में स्व. बृजेन्द्र सिंह  बुंदेला की स्मृति में आयोजित हो रहा टूर्नामेंट
  •   उद्घाटन मैच में भटगांव छत्तीसगढ़ ने डीएफ ए सीधी को दी 7-1 से मात
  •   वरिष्ट खिलाडिय़ों एवं गणमान्य नागरिकों की मौजूदगी में शहीदों को किया गया नमन



पन्ना। शहर के ऐतिहासिक नजरबाग स्टेडियम में जिला फुटवॉल संघ पन्ना के तत्वाधान में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष स्वर्गीय बृजेन्द्र बृजेन्द्र सिंह बुंदेला स्मृति अंतर्राज्जीय फु टवॉल टूर्नामेंट का भव्य शुभारंभ किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में फु टवाल प्रेमी मैदान में नजर आए। दोपहर बाद विधिवत स्टेडियम में गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में सर्वप्रथम पुलवामा में शहीद हुए अमर जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कैंडल जलाकर नमन किया गया। तदुपरांत महाराजा छत्रसाल और स्वर्गीय  बृजेन्द्र सिंह बुंदेला के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। 

उद्घाटन समारोह में चिरगांव उत्तरप्रदेश से आये राघवेन्द्र सिंह  मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष मोहनलाल कुशवाहा, पूर्व नपाध्यक्ष बाबूलाल यादव, मुरारीलाल थापक, पूर्व खिलाड़ी अब्दुल मजीद मुन्ना मास्टर, विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला फुटवाल संघ पन्ना के अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह द्वारा की गई। 

आयोजन समिति के सदस्य अजेन्द्र  सिंह  बुंदेला, सुरेन्द्र सिंह  परमार, रॉनी जेम्स, प्रकाश खरे, डॉ. नवीन दीवान, रविशंकर डनायक, केपी बुंदेला, बबलू चौहान, मृगेन्द्र सिंह  गहरवार, अंकित शर्मा, पप्पू भाई ने अतिथियों का स्वागत किया। तदुपरांत उद्घाटन मैच के लिए तैयार भटगवां छत्तीसगढ़ और डीएफ ए सीधी के खिलाडियों से अतिथियों ने परिचय प्राप्त किया। 

खेर माई दुर्गा उत्सव समिति के नन्हें कलाकारों तनमई शर्मा, उत्तरा नामदेव और प्रतिष्ठा शर्मा ने सांस्कृतिक नृत्य की प्रस्तुतियां दी। वहीं संस्कृत संगीत महाविद्यालय पन्ना के बच्चों ने भगवत मिश्रा के नेतृत्व में संगीतमय राष्टगान वंदे मातरम गाया। इसके साथ ही उद्घाटन मैच प्रारंभ हुआ।


मैच के पहले मिनट से भटगांव छत्तीसगढ़ की टीम ने सीधी पर दवाब बनाते हुए शुरूआत की। अधिकांश समय बॉल सीधी के पाले में ही नजर आई। कुछ ही समय में भटगांव के मुकेश ने मौका बनाते हुए पहला गोल दाग दिया। इसके बाद सीधी की टीम बचाव करती नजर आई। लेकिन आक्रमक खेल रहे छत्तीसगढ़ के खिलाडियों ने पहला हाफ खत्म होने से पहले 1 और गोल दाग दिया। यह गोल विवके राय ने किया। 

पहले हाफ का मैन खत्म होने तक स्कोर 2-0 रहा। इसके बाद सीधी की टीम कुछ संभल पाती दूसरे हाफ की शुरूआत में ही मुकेश ने टीम के लिए तीसरा गोल किया। वहीं कुछ ही समय में सेंटर फावर्ड खिलाडी विवेक राय ने एक और गोल कर स्कोर को 4-0 बना दिया। सीधी की ओर से कुछ संघर्ष जरूर किया गया, लेकिन अपने मौकों को सीधी के खिलाडी गोल में नहीं बदल सके। इसी बीच भटगांव के हेमंत ने पांचवां गोलकर टीम का निर्णयक बढ़त दिला दी। इसके बाद मैच में औपचारिकताएं ही शेष बची थीं कि सीधी की ओर से संदीप सेन ने गोल कर अपनी टीम का खाता खोला। इसके बाद भटवांव की ओर से 9 नम्बर की जर्सी के खिलाड़ी से शानदार गोल करते हुए उपस्थिति लोगों को उत्साहित कर दिया। 

मैच खत्म होने के कुछ ही देर पहले भटगांव के गिरधारी ने टीम के लिए सातवां गोल बनाया। इसके बाद रेफ री की लम्बी बिसिल के साथ मैच समाप्त हुआ और भटगांव छत्तीसगढ़ ने अपने पहले ही मुकाबले में 7-1 से शानदार जीत दर्ज की। टूर्नामेंट के उद्घाटन समारोह का संचालन एडवोकेट मनू बुंदेला द्वारा किया गया। वहीं मैच का आंखों देखा हाल सुनाते हुए पहलवान सिंह , इश्तयाक अली, रविकांत मिश्रा एवं लॉरेंस ने कॉमेंट्री की।

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Sunday, February 17, 2019

सतना - खजुराहो वाया पन्ना मार्ग की हालत हुई दयनीय

  •  राष्ट्रीय राजमार्ग - 39 पर यात्रा करना हुआ खतरनाक 
  • गड्ढों में तब्दील हो चुके मार्ग में आये दिन हो रहे हादसे 



पन्ना। खजुराहो-सतना मार्ग वर्तमांन समय में अत्यंत ही बदहाल स्थिति में है। पिछले पाँच साल से इस सड़क का निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है। इस दौरान निर्माण एजेन्सी बदलने से लेकर कई ठेकेदार बदले लेकिन सड़क के सूरत-ए-हाल नहीं सुधर सके। पुनर्निर्माण अथवा समुचित मरम्मत के आभाव में लगातार जर्जर होती सड़क अब गड्ढ़ों में गुम होकर मौत की सड़क बन चुकी है। खजुराहो-सतना के बीच छभ्-39 पर सड़क हादसों का ग्राफ चिंताजनक तेजी से बढ़ गया है। हादसों में यात्रियों के असमय काल-कवलित होने और सड़क पर आए दिन खून बहने के बाद भी संवेदनहीन जनप्रतिनिधि और जिम्मेदार तमाशबीन बने बैठे हैं। इससे बड़ी विडंबना या दुर्भाग्यपूर्ण बात और क्या होगी कि इस मार्ग पर 4 साल पूर्व बस में सवार 22 यात्रियों के जिन्दा जलने के दिल-दहला देने वाले हादसे ने देश को पूरे गमगीन किया। हादसे पर तत्कालीन मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक ने गहरा दुख व्यक्त किया। बाबजूद इसके सड़क की हालत में सुधार होना तो दूर यह कहीं अधिक जर्जर और खतरनाक हो चुकी है। करीब 90 किलोमीटर में बमीठा से नागौद के बीच तो सड़क के परख्च्चे ही उड़ चुके हैं। इसकी बदहाली को देखते हुए यह यकीन करना मुश्किल होता है कि यह नेशनल हाईवे है।

उल्लेखनीय है कि खजुराहो-सतना मार्ग का निर्माण कार्य करीब चार साल तक एमपीआरडीसी रीवा ने कराया लेकिन एक वर्ष पूर्व इसे लोक निर्माण विभाग की नेशनल हाईवे विंग को हस्तांतरित कर दिया गया। निर्माण एजेंसी के तकनीकी अधिकारियों का दावा है कि पिछले छः माह से लगातार तेजी से सड़क निर्माण कार्य चल रहा और 30 प्रतिशत कार्य पूरा भी हो चुका है। इनके अनुसार यदि कार्य की मौजूदा गति बनी रही तो अप्रैल-2019 तक 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो जाएगा। जबकि वास्तविकता इन दावों के उलट है, धरातल पर खजुराहो-सतना मार्ग निर्माण कार्य की प्रगति बेहद धीमी और असंतोषजनक बनी हुई है। सड़क की बदहाली के कारण लगातार सामने आ रहे सड़क हादसों के मद्देनजर इस मार्ग की यात्रा काफी जोखिम भरी हो गई। मड़ला से देवेन्द्रनगर के बीच बड़े वाहनों के लिए खतरा सबसे ज्यादा है। मौजूदा हालात में इस मार्ग पर लोग अघोषित तौर पर सिर पर कफन बाँधकर सफर कर रहे हैं।

हिचकोले लेते हुए चलते हैं वाहन


झाँसी से राँची तक फैला एचएन-39 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी को पन्ना-खजुराहो टूरिस्ट सर्किट को जोड़ने वाला महत्पूर्ण मार्ग है। इस मार्ग से होकर प्रति माह बड़ी तादाद में देशी-विदेशी पर्यटक वाराणसी-खजुराहो आते-जाते हैं। बेहद धीमी गति से निर्माणाधीन खजुराहो-सतना मार्ग की हालत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बमीठा और नागौद के बीच गड्ढ़ों में गुम हो चुकी सड़क पर वाहन हिचकोले लेते हुए रेंगते हैं। जर्जर सड़क के कारण इस मार्ग पर आए दिन जाम लगता रहता है। रास्ते में पड़ने वाली खतरनाक संकीर्ण मोड़ वाली पन्ना की मड़ला घाटी की यात्रा के दौरान तो यात्रियों की साँसें ही अटकी रहती हैं। घाटी की सुरक्षा दीवार मोड़ सहित अधिकांश जगह ढह चुकी है। घाटी में जरा सी चूक होने पर वाहन गहरी खाई में गिर सकता है। वहीं सड़क और पटरी के बीच का फासला आधा फुट से लेकर एक फुट तक हो चुका है। परिणामस्वरूप मड़ला से देवेन्द्रनगर के बीच दो बड़े वाहनों की क्रॉसिंग होना भी मुश्किल हो रहा है। यात्रा के दौरान जब अचानक किसी बस या ट्रक का एक हिस्सा सड़क से उतरकर पटरी पर आता है तब उसके पलटने का जोखिम बढ़ जाता है। इस स्थिति में बस में सवार यात्री हादसे के डर से सहम उठते हैं। क्रॉसिंग के दौरान पटरी पर वाहन न उतारना पड़े इस चक्कर में अक्सर भारी वाहनों के बीच सीधी भिड़ंत भी हो जाती है।

हाल ही में पन्ना में बस में सवार एक वृद्ध महिला यात्री की गर्दन धड़ से अलग होकर सड़क पर गिरने के वीभत्स हादसे के बाद से एचएन-39 की दुर्दशा को लेकर एक बार फिर क्षेत्र के लोगों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। इस ज्वलंत मुद्दे पर खजुराहो सांसद नागेन्द्र की घोर निष्क्रियता को लेकर भी लोगों में काफी गुस्सा है। लोकसभा के चुनाव में खजुराहो सीट पर इस बार सतना-खजुराहो मार्ग की जर्जर स्थिति बड़ा मुद्दा बन सकती है जिसका नुकसान भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी को उठाना पड़ सकता है। क्योंकि, नेशनल हाईवे की बदहाल स्थिति के लिए क्षेत्र के लोग प्रदेश की पिछली भाजपा सरकार, केन्द्र की मोदी सरकार और भाजपा के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता-अकर्मण्यता को जिम्मेदार मानते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जब मध्यप्रदेश की सड़कों को अमेरिका से बेहतर बताया था तो उनके झूठ और बतोलेबाजी को आईना दिखाने के लिए पूरे प्रदेश भर से लोगों ने सोशल मीडिया पर जर्जर सड़कों के फोटो पोस्ट किये थे, जिसमें सतना-खजुराहो मार्ग के भी फोटो प्रमुखता से शामिल रहे। इस शर्मिंदगी के बाद भी पिछली सरकार ने समय रहते सतना-खजुराहो मार्ग की सुध नहीं ली। बहरहाल दो माह पूर्व प्रदेश में बनी कांग्रेस की नई सरकार इस सड़क का निर्माण कार्य पूर्ण कराने के लिए क्या करती है यह देखना महत्पूर्ण होगा।

अदालत में भी पहुंचा मामला


पन्ना जिला मुख्यालय में कुछ दिन पूर्व बस में सवार एक बुजुर्ग महिला यात्री का सिर सड़क किनारे स्थित विधुत पोल से टकराने के पर उसकी गर्दन कटकर धड़ से अलग होने के वीभत्स हादसे के बाद से मनौर से लेकर सतना-कटनी तिराहा तक डिवाइडर युक्त फोर-लाइन सड़क की माँग उठ रही। मालूम होकि पन्ना शहर में नेशनल हाइवे के चौड़ीकरण हेतु भू-अर्जन की कार्यवाही करीब 2 वर्ष पूर्व हो चुकी है लेकिन सड़क निर्माण कार्य आज तक शुरू नहीं हो पाया। शहरी क्षेत्र में सुरक्षित और सुगम आवागमन से जुड़ी इस माँग को लेकर पन्ना विधायक, विभिन्न राजनैतिक दलों के नेतागण और प्रशासनिक अधिकारी तनिक भी गंभीर नहीं है। हद दर्जे की इस उदासीनता का फायदा उठाते हुए सड़क निर्माण एजेन्सी और ठेकेदार खुलकर मनमानी कर रहे हैं। हालत इतने अधिक खराब हो चुके हैं कि निर्माण कार्य जारी रहने तक नेशनल हाइवे के गड्ढ़े भरने और उसे मोटोरेबल बनाये रखने की जिम्मेदारी से भी ये भाग रहे हैं। इस मामले को पन्ना के अधिवक्ता राजेश दीक्षित ने लोकोपयोगी अदालत में भी उठाया लेकिन गड्ढ़ों को भरने की अब तक जो कार्यवाही हुई है उससे वे खुद भी संतुष्ट नहीं है। लम्बे समय से नेशनल हाईवे की दुर्दशा का दंश झेल रहे क्षेत्र के लोगों में नाकारा जनप्रतिनिधियों को लेकर काफी गुस्सा है, माना जा रहा है कि इसका असर आगामी लोकसभा चुनाव में खजुराहो सीट के चुनाव परिणाम में देखने को मिल सकता है।

इनका कहना है-

‘‘खजुराहो-सतना मार्ग का निर्माण कार्य पिछले 6 माह से लगातार जारी है, इसे हमें 18 माह में पूर्ण करना है। पन्ना नगर में सड़क का चौड़ीकरण समय आने पर होगा अभी तो काम चल ही रहा है। गड्ढे भरने का काम भी नियमित रूप से किया जा रहा है।‘‘

- एस.एल. तिवारी ईई, लोनिवि एचएन विंग रीवा

‘इन पाँच सालों में मैंने पचासों बार खजुराहो-सतना मार्ग निर्माण को लेकर विभिन्न स्तर पर चर्चा की है, जब सड़क का निर्माण एमपीआरडीसी रीवा करा रही थी तब ठेकेदार के समक्ष कुछ आर्थिक समस्यायें आईं थी, जिससे निर्माण कार्य में देरी हुई बाद में निर्माण एजेन्सी बदल गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि तमाम प्रयास के बाबजूद इस सड़क का निर्माण अब तक नहीं हो पाया है, मुझसे जितना भी बना मैंने क्षेत्र के लिए काम किया है, मेरी कमियों और विफलताओं का नुकसान निश्चित ही लोकसभा चुनाव में खजुराहो सीट पर पार्टी को उठाना पड़ेगा क्योंकि लोग तकनीकी कारणों को नहीं समझते वे परिणाम चाहते हैं।‘‘

- नागेन्द्र सिंह, सांसद खजुराहो लोकसभा क्षेत्र।

Saturday, February 16, 2019

जवानों पर हुये कायराना हमले को लेकर युवाओं में आक्रोश

  •   पन्ना में ब्लाक कांग्रेस ने आयोजित की शोक सभा
  •   शहीद स्मारक पर मोमबत्ती जलाकर वीर शहीदों को दी श्रद्धांजली
  •   युवाओं ने पाकिस्तान व आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाकर जताया विरोध




पन्ना। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआईएसएफ के 2500 जवानों का काफिला गुजर रहा था तभी घात लगाये बैठे आतंकी ने विस्फोटक से भरी कार बस से टकरा दी जिससे बस में सवार 40 जवान शहीद हो गये। गुरूवार को पुलवामा में हुये आतंकवादी हमले से पूरा देश दुखी है और इस हमले की घोर निंदा कर विरोध कर रहा है। वीर जवानों के शहीद होने पर आज ब्लाक कांग्रेस कमेटी पन्ना द्वारा शोकसभा का आयोजन छत्रसाल पार्क के शहीद स्मारक में किया गया। जहां पर ब्लाक कांग्रेस के सैकडों कार्यकर्ता आम जन उपस्थित रहे। घटना से गुस्साये कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान मुर्दाबाद, आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाते हुये अपना विरोध जताया। वहीं शहीद हुये वीर जवानों की याद में मोमबत्ती जलाकर दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजली अर्पित की। इस दौरान ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष अनीस खान ने कहा कि यह हमला हिन्दुस्तान की आत्मा पर चोट है। आतंकी इस अमानवीय घटना को अंजाम देकर सोचते होंगे कि वह हिन्दुस्तान को हिला कर रख देंगे यह उनकी बहुत बडी भूल है। भारत माता का एक-एक नागरिक आतंकी हमले को भूलता नहीं है इस मामले में हम सरकार व सेना के साथ पूरी तरह से खडे हैं। पूर्व विधानसभा प्रत्याशी शिवजीत सिंह ने कहा कि इस हमले से पूरा देश दुखी है और शहीद हुये वीर जवानों के परिवारों के साथ उनके इस दुख की घडी में साथ खडे हैं। इस शोकसभा में बृजमोहन यादव, रसीद सौदागर, पुरूषोत्तम जडिया, दीपक तिवारी, बालकिशोर शर्मा, मान सिंह, राकेश शर्मा, श्रीमती गीता वंशकार, मुन्नी लाल वंशकार, अशोक अहिरवार, डमरू लाल सेन, राम गोपाल शिवहरे, अयूब खान, संत कुमार यादव, सुरेन्द्र सेन, लोकेन्द्र यादव, डॉ कदीर मोहम्मद, इरसाद मोहम्मद, रवि कुशवाहा, रियासत मोहम्मद, आलोक शर्मा, अनीस पिंकू सिद्धीकी, रमेश महाजन, भोलू मिश्रा, राजा तिवारी, सौरभ पटेरिया, अमित शर्मा, सरदार सिंह यादव, ज्योति रमण दीक्षित, श्रीकृष्ण सिगोकार, इदू खान, इलयास मिस्टर राईन, रईस बेग, सुरेन्द्र सेन, मनोज सेन, रमेश लंगोटे, गुली कुशवाहा, पवन खरे, निक्की खान, रामशरण यादव, हबीब मोहम्मद, छोटू खान, अकरम खान, राजाराम जडिया, निजाम खान, स्वतंत्र प्रभाकर अवस्थी, फैज मोहम्मद, फईयाज मोहम्मद, अक्षय जैन, मकबूल खान, काशी यादव सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने वीर शहीदों को श्रद्धाजंलि दी।

युवक कांग्रेस ने पाकिस्तान का फूंका पुतला




जम्मू काश्मीर राज्य मार्ग स्थित पुलवामा के अबंतीपुर इलाके में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों को ले जा रही बस को आतंकवादियों की बारूद से भरी कार को टक्कर मार देने से हुये बारूदी विस्फोट से 40 से भी अधिक सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गये। दिल दहला देने वाली आतंकी घटना को लेकर पूरे देश भर में लोगों का गुस्सा आतंकवादियों एवं पाकिस्तान को लेकर फूट रहा है। आतंकी हमले में 40 से अधिक जवानों के शहीद हो जाने की घटना से दुखित युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा आज जिला मुख्यालय पन्ना स्थित गांधी चौंक में सायं करीब 4 बजे विरोध प्रदर्शन करते हुये पाकिस्तान और आतंकबाद का पुतला फूंका गया। जिला युवक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक तिवारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में युवक कांग्रेस के नेता तथा वरिष्ठ कांग्रेस जन गांधी चौंक में एकत्रित हुये तथा आतंकी हमले को कायराना हमला बताते हुये पाकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाये गये तथा हमले का बदला लेने के लिये पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने की बात कही गई। आक्रोशित युवा इंकाईयों द्वारा मिट्टी तेल डालकर पाकिस्तान के पुतले में आग लगा कर जला दिया गया। आक्रोशित युवाओं का कहना था कि अब पाकिस्तान से बात नही होनी चाहिये बल्कि जवान शहीदों की शहादत का बदला लेने के लिये आतंकवादियों तथा आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले लोगों को नेस्तानाबूद करना चाहिये। आयोजित विरोध प्रदर्शन एवं पुतला दहन में पन्ना विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे शिवजीत सिंह, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती शारदा पाठक, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनीष खान, सौरभ पटैरिया, रवती रमन दीक्षित, स्वतंत्र प्रभाकर अवस्थी, राजाभैया तिवारी, अमित शर्मा, अनीष पिंकू सिद्दीकी, इरशाद खान, सूर्य प्रकाश वर्मा, अनुराग मिश्रा, जुबेर खान, अकरम, संतोष, मानवेन्द्र, सतेन्द्र मिश्रा, भूपतलाल सेन, आशीष साहू, अलोक शर्मा, सरदार ङ्क्षसह यादव, उमेश रैकवार, अमित सेनी, रवि प्रजापति, रमानुज मिश्रा, छोटू त्रिपाठी, रियासत खान, जयप्रकाश लखेरा, गौरव प्रताप सिंह , कदीर खान, अभय जैन, आकाश पाराशर सहित अन्य युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

अजयगढ़ में जलाया गया आतंकवाद का पुतला




जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ  जवानों पर हुये आतंकी हमले में शहीद हुये जवानों को श्रद्धांजली देते हुये आतंकवाद के पुतले का दहन किया गया। अजयगढ जयस्तंभ चौक पर एनएसयूआई एवं सिंधिया फैन्स क्लब द्वारा आतंकवाद का पुतला दहन किया साथ ही आतंकवाद के खिलाफ एवं पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये तथा हमले में शहीद हुये जवानों को श्रद्धांजली अर्पित की। उक्त  हमले में लगभग 40 से अधिक जवान शहीद हो गये और कई जवान घायल भी हुये हैं। आतंकवाद का पुतला दहन करने में आकाश जाटव, उत्कर्ष पिडिया, चन्द्र प्रकाश सेन, आषीश जडिय़ा, प्रबल चौबे, दीपक अहिरवार, अब्दुल नसीब, गोलू यादव, भानू महेन्द्र यादव, राजकुमार प्रजापति, अनुपम प्रजापति, अंकित आरख, अंकित तिवारी, प्रमोद अहिरवार, राजाबाबू, विनोद, रामबाबू, हीरालाल, संतोष आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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Tuesday, February 12, 2019

अवैध खदानों से उजड़ रहा जंगल

  • मनोरम स्थल  वृहस्पति कुण्ड उत्खनन से  हुआ वीरान 
  • अधाधुंध कटाई से पर्यावरण को हो रहा भारी नुकसान 




अरुण सिंह, पन्ना। जिला मुख्यालय पन्ना से लगभग 40 किमी दूर पहाड़ीखेरा के निकट स्थित प्राकृतिक मनोरम स्थल बृहस्पति कुण्ड वीरान हो रहा है। रत्नगर्भा बाघिन नदी इसी कुण्ड पर गिरती हैए फलस्वरूप इस नदी के प्रवाह क्षेत्र में कई किमीण् की लम्बाई में बेशकीमती हीरे निकलते हैं। इन्हीं हीरों की खोज में यहां पर सैकडों की संख्या में अवैध हीरा की खदानें चल रही हैंए जिससे इलाके का जंगल उजड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस गहरे कुण्ड में अनेकों प्राचीन गुफायें भी स्थित हैं। बताया जाता है कि इन गुफाओं के भीतर ऋषि मुनि तपस्या में लीन रहा करते थे। बृहस्पति कुण्ड के पास विद्यमान आश्रम भी इंगित करता है कि किसी समय यह इलाका प्राकृतिक सुन्दरता के साथ . साथ धार्मिक आस्था का केन्द्र भी रहा है। मकर संक्रान्ति के अवसर पर इस स्थल में एक विशाल मेला भी भरता है। लेकिन अवैध उत्खनन व जंगल की हो रही अधाधुंध कटाई से इस पुरातात्विक महत्व वाले मनोरम स्थल की रौनक गायब हो रही है। जानकारों का कहना है कि बृहस्पति कुण्ड के जंगल में दुर्लभ किस्म की आयुर्वेेदिक जड़ी . बूटियां प्राकृतिक रूप में प्रचुरता से पाई जाती हैं। इन जड़ी . बूटियों की खोज में आयुर्वेद के ज्ञाता व वैद्य यहां दूर . दूर से आते हैं।
प्रकृति व पर्यावरण के संरक्षण में रूचि रखने वाले लोग इस अनूठे कुण्ड की दुर्दशा को देख आहत हैं। उनका कहना है कि यदि इस स्थल के संरक्षण हेतु प्रभावी कदम न उठाये गये तो आने वाले कुछ वर्षों में यह पूरा इलाका वीरान हो जायेगा। वृहस्पति कुण्ड के आसपास पाई जाने वाली जड़ी . बूटियां भी जंगल की अधाधुंध कटाई व उत्खनन से विलुप्त हो जायेंगी। इस संबंध में जब खनिज विभाग से पूंछा जाता है तो उनका साफ कहना रहता है कि बृहस्पति कुण्ड के जंगल में पट्टे की हीरा खदानें नहीं चलतीं। इस क्षेत्र में जो भी खदानें चलती हैं वे अवैध हैंए लेकिन वन क्षेत्र होने के कारण इस संबंध में हम ज्यादा कुछ नहीं कर सकतेण् जिले के वन अधिकारियों का कहना होता है कि यह पूरा इलाका जहां हीरा की खदानें चलती हैं वह सतना जिले में आता है। इस विचित्र भौगोलिक स्थिति के कारण यहां धड़ल्ले से अवैध खदानें चलती हैं और कोई कुछ कहने वाला नहीं है।

जंगलों का तेजी से हो रहा सफाया


जिले में जंगलों का तेजी से सफाया हो रहा है अवैध वन कटाई पर प्रभावी अंकुश न लग पाने के कारण घने जंगल मैदान में तब्दील हो रहे हैं। वन विभाग के आला अधिकारी निहित स्वार्थों के चलते वन माफियाओं पर नकेल कसने से जहां कतरा रहे हैं वहीं विभाग का मैदानी अमला भी महज खानापूर्ति कर रहा है। नतीजतन जिले का बेशकीमती जंगल नष्ट हो रहा हैण् जंगल की अवैध कटाई सबसे ज्यादा उत्तर वन मण्डल क्षेत्र में होती हैण् जलाऊ लकड़ी के नाम पर प्रतिदिन सैकडों गट्ठा लकड़ी जंगल से जहां आती है वहीं इसकी आड़ में सागौन की सिल्लियों का भी परिवहन होता है। वन नाके वसूली नाके में तब्दील हो गये हैं जिससे अवैध कटाई धड़ल्ले से जारी है। यदि वन कटाई पर अंकुश नहीं लगा तो कुछ सालों में जंगल के दर्शन दुर्लभ हो जायेंगे।
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Monday, February 11, 2019

विकास व जन सुविधाओं की अनदेखी ठीक नहीं: बृजेंद्र सिंह

  •  पन्ना विधायक ने कृषि व इंजीनियरिंग महाविद्यालय बावत कहा, करेंगे संघर्ष 
  •  चिकित्सकों की कमी,पेयजल व  भू-अर्जन के संबंध में उठाये सवाल


बृजेन्द्र प्रताप सिंह  विधायक पन्ना। 
अरुण सिंह,पन्ना। प्रदेश सरकार द्वारा यदि विकास और जन सुविधाओं की अनदेखी की गई तो हम शांत नहीं बैठेंगे, अपना हक लेने के लिये पन्ना से लेकर विधानसभा तक संघर्ष करेंगे। यह बात पन्ना विधानसभा क्षेत्र के विधायक बृजेंद्र प्रताप ङ्क्षसह ने कही। उन्होंने जिले के प्रभारी मंत्री के इस कथन पर आश्चर्य जताया कि उन्हें पूर्व सरकार की घोषणाओं से कोई मतलब नहीं है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह  चौहान द्वारा पन्ना जिले के विकास और जन सुविधाओं के विस्तार हेतु जो घोषणायें की गई थी, उन्हें हर हाल में पूरा कराया जायेगा। पन्ना विधायक ने कहा कि विकास व जनकल्याण के मामलों में राजनीति उचित नहीं, सरकार किसी भी दल की हो जनहित को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
उल्लेखनीय है कि भाजपा सरकार में कृषि व पर्यटन मंत्री रह चुके बृजेंद्र प्रताप सिंह मौजूदा समय पन्ना विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं । पवई क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुये आपने सिंचाई सुविधाओं के विस्तार सड़कों का निर्माण तथा पर्यटन विकास के मामले में उल्लेखनीय कार्य कराये हैं, यही वजह है कि इस बार पन्ना विधानसभा क्षेत्र से टिकट मिलने पर जनता ने उन्हें  रिकॉर्ड मतों से जिताया है ताकि उपेक्षा का दंश झेल रहा यह क्षेत्र विकास की ओर अग्रसर हो सके। पन्ना विधायक श्री सिंह का कहना है कि शिक्षा, चिकित्सा और पर्यटन विकास के लिये यहां हर संभव प्रयास किये जायेंगे। क्षेत्र के युवाओं को गुणवत्तापूर्ण उच्च तकनीकी शिक्षा पन्ना में ही हासिल हो इसी बात को दृष्टिगत रखते हुये पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह जी ने यहां कृषि महाविद्यालय व इंजीनियरिंग कॉलेज खुलवाने की घोषणा की थी ताकि पन्ना जिले के युवकों को उच्च शिक्षा के लिये बाहर न जाना पड़े। जनहित से जुड़ी इस घोषणा को मौजूदा कांग्रेस सरकार द्वारा पूरा करना चाहिये जिससे पन्ना के लोगों को इसका लाभ मिल सके। विधायक श्री सिंह ने बताया कि उन्होंने पन्ना में शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज खुलवाने के संबंध में विधानसभा में सवाल लगाकर यह जानना चाहा है कि पन्ना में इंजीनियरिंग कॉलेज कब से प्रारंभ होगा तथा शैक्षणिक सत्र किस शिक्षा सत्र से शुरू होगा। इसके अलावा पन्ना विधानसभा क्षेत्र में राम वन गमन क्षेत्रों को पर्यटन के माध्यम से विकसित कराने की योजना की भी जानकारी मांगी है ।जिला चिकित्सालय सहित विधानसभा क्षेत्र के चिकित्सालयों में चिकित्सकों की कमी तथा पन्ना में विशेषज्ञ चिकित्सकों की स्थापना के संबंध में भी सवाल किये गये हैं।

स्वीकृत नल जल योजनायें पूरी की जायें

विधानसभा क्षेत्र पन्ना में अनेकों ऐसी नल जल योजनायें हैं जो स्वीकृति के बावजूद भी पूरी नहीं हो सकी हैं। ऐसी कितनी नल जल योजनायें हैं जिनका निर्माण कार्य अभी तक शुरू नहीं हुआ, इस संबंध में भी सवाल किया गया है। अजयगढ़ क्षेत्र में जल निगम द्वारा निर्माणाधीन ग्रामीण पेयजल योजना में कितने गांव लाभान्वित होंगे, योजना की लागत राशि, पूर्ण होने का वर्ष तथा अब तक की कार्य प्रगति की जानकारी भी चाही गई है। पन्ना विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह  ने बताया कि ग्रामीण पेयजल योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने के दौरान सीसी व डामरीकृत रोडों को भी खोद डाला गया है जिनका सुधार कार्य नहीं कराया गया। इस ओर भी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग का ध्यान आकृष्ट कराया गया है ताकि उखड़ी हुई सड़कों का सुधार कार्य यथा शीघ्र कराया जाये।
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Sunday, February 10, 2019

अंतर्राज्यीय शातिर चोर गिरोह का हुआ खुलासा



  •   बच्चों व महिलाओं के जरिये बैंकों व शादी समारोहों में कराते थे वारदात
  •   मामले में नाबालिग सहित 5 आरोपियों को पन्ना पुलिस ने किया गिरफ्तार


अंतर्राज्यीय  गिरोह की जानकारी देते पुलिस अधीक्षक, पीछे खड़े आरोपी व पुलिस बल। आरोपियों से जब्त हुई कार।

 अरुण सिंह,पन्ना। नाबालिग बच्चों और महिलाओं के माध्यम से बैंकों व शादी समारोहों से नोटों और गहनों से भरे बैग बड़े ही शातिराना तरीके से चोरी करवाने वाले एक अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का पन्ना पुलिस ने आज खुलासा किया है। बीते माह 24 दिसम्बर 2018 को शहर के सबसे बड़े बैंक से दिनदहाड़े भीड़ के बीच से एक 15 वर्षीय बालक ने विद्युत मण्डल के कैशियर का नोटों से भरा बैग पार कर दिया था। लम्बी खोजबीन और विवेचना के उपरान्त पन्ना पुलिस को इस सनसनीखेज मामले में सफलता मिली, फलस्वरूप इस अंतर्राज्यीय शातिर चोर गिरोह का खुलासा हुआ। पुलिस ने मामले में लिप्त नाबालिग सहित 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से दो 315 बोर के देशी कट्टा, 4 जिन्दा कारतूस, 2 लाख 3 हजार रू. नगद, 6 मोबाइल एवं बिना नम्बर वाली सफेद रंग की आई-20 कार जब्त किया है।
पुलिस अधीक्षक पन्ना विवेक सिंह ने इस सनसनीखेज मामले की जानकारी देते हुये बताया कि विद्युत मण्डल पन्ना का कैशियर मुईनुद्दीन सिद्दीकी 24 दिसम्बर 2018 को बिजली बिलों की जमा हुई राशि बैंक में जमा करने हेतु स्टेट बैंक पन्ना की मुख्य शाखा में गया था। कैशियर एक बैग में 6 लाख 95 हजार 828 रू. रखे हुये था। बैंक के रोकड़ शाखा में लम्बी कतार व भीड़ अधिक होने के कारण कैशियर पीछे रखी एक टेबल में नोटों से भरा बैग रखकर भीड़ कम होने का इंतजार कर रहा था, इसी दौरान नोटों से भरा यह बैग अचानक रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। इतनी बड़ी राशि बैंक के भीतर से इस तरह चोरी होने की खबर होते ही हड़कम्प मच गया। बिना देरी किये विद्युत मण्डल के कैशियर ने तुरन्त थाना कोतवाली पन्ना में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस पर थाना पुलिस ने अपराध क्र. 803/18 धारा 308 भादंवि कायम करते हुये मामले को विवेचना में लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक पन्ना विवेक सिंह द्वारा अज्ञात आरोपियों की पहचान व तलाश हेतु टीम गठित कर निरीक्षक कोतवाली अरविन्द कुजुर को निर्देशित किया गया।

बैंक व शहर के सीसीटीव्ही कैमरों से मिला सुराग

चोरी की इस बेहद सनसनीखेज मामले की तहकीकात में सक्रिय हुई पुलिस टीम व नगर निरीक्षक द्वारा जब स्टेट बैंक के अंदर लगे सीसीटीव्ही के कैमरों के फुटेज को खंगाला गया तो फुटेज में एक बालक बैंक के भीतर नोटों से भरा बैग उठाते हुये दिखाई दिया। यह बालक पीली टी-शर्ट पहने हुये था तथा फुटेज से बालक की पहचान नहीं हो पा रही थी। ऐसी स्थिति में शहर में जगह-जगह लगे सीसीटीव्ही कैमरों के माध्यम से भी खोजबीन की गई तो यह पता चला कि उक्त बालक नोटों से भरा बैग लेकर अपने तीन अन्य साथियों के साथ कार एमपी-04सीटी-2549 में बैठकर कटनी-दमोह की ओर गये हैं। कार के संबंध में टोल टैक्स नाकों से जानकारी ली गई तो ज्ञात हुआ कि उक्त कार रमेश पिता मांगी लाल रूहेला 50 वर्ष निवासी पिपलिया रसोदा, थाना बोड़ा जिला राजगढ़ की है।

गिरोह ने प्रदेश के कई जिलों व अन्य राज्यों में भी की है वारदात

गिरोह के कब्जे से बरामद नगदी,मोबाईल  व हथियार।
इस शातिर और अत्यधिक खतरनाक गिरोह ने चोरी की सनसनीखेज वारदात सिर्फ पन्ना जिलेभर में नहीं की अपितु इस गिरोह ने इसके पूर्व सागर, छतरपुर, सीधी, सतना, दमोह व जबलपुर सहित अन्य कई राज्यों व जिलों में भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है। पुलिस अधीक्षक पन्ना ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार किये गये आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, जिससे अन्य कई गंभीर मामलों का भी खुलासा हो सकता है। इनकी गिरफ्तारी के संबंध में बताया गया कि 8 फरवरी 19 को मुखबिर द्वारा थाना प्रभारी कोतवाली पन्ना को उक्त हुलिया के आरोपियों बावत जानकारी दी गई और यह बताया गया कि ये संदिग्ध आरोपी बांदा से पन्ना की तरफ सफेद रंग की नई आई-20 कार जो बिना नम्बर की है, उससे आ रहे हैं। इस महत्वपूर्ण सूचना के मिलने पर तुरन्त पुलिस टीम को गाड़ी को पकडऩे हेतु रवाना किया गया। दहलान चौकी तिराहे के पास जैसे ही यह संदिग्ध कार दिखी, पुलिस टीम ने उसे रोक लिया, गाड़ी में कुल 5 लोग सवार थे जिनमें वह नाबालिग बच्चा भी था जिसने बैंक से नोट वाला बैग पार किया था।

पेशेवर सांसी गिरोह के सदस्य हैं आरोपी

विभिन्न जिलों व प्रान्तों में जाकर चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले ये आरोपी सांसी गिरोह के सदस्य हैं। पुलिस अधीक्षक विवेक ङ्क्षसह ने बताया कि राजगढ़ जिले के ग्राम कडिय़ा में सांसी जनजाति के लोग रहते हैं, जो मूलत: अपराधिक प्रवृत्ति के हैं। कई प्रान्तों की पुलिस आरोपियों को पकडऩे के लिये इस गाँव में पहुँचती है, ये लोग इतने खतरनाक हैं कि पुलिस पर भी हमला बोल देते हैं। पन्ना पुलिस ने इस शातिर गिरोह के जिन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, उनमें गौरव पिता गोविन्द सिसौदिया 19 वर्ष, सूरज पिता जमुना सिसौदिया 35 वर्ष निवासी ग्राम कडिय़ा थाना बोड़ा जिला राजगढ़ तथा सुमित सिंह पिता रमेश चन्द्र कौडान निवासी समशाबाद जिला आगरा उ.प्र., रमेश पिता मांगी लाल रूहेला 50 वर्ष निवासी पिपलिया रसोदा थाना बोड़ा जिला राजगढ़ के हैं। इनके साथ नाबालिग भी था जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस बालक ने नोटों से भरा बैग चोरी करना कबूल किया है। पुलिस ने मामले में धारा 25, 27 आर्म्स  एक्ट का इजाफा कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तारी में इनकी रही सराहनीय भूमिका

उपरोक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक अरविन्द कुजूर, उनि एम.डी. शाहिद खान, सुशील शुक्ला, सूबेदार नेहा चौहान, उनि. अंजली उदैनिया, प्र.आर. सुरेन्द्र तिवारी, प्र.आर. रामकृष्ण पाण्डेय, शिवेन्द्र सिंह, आर. नीरज रैकवार, आशुतोष तिवारी, राहुल सिंह , आशीष अवस्थी, धर्मेन्द्र सिंह, तेजेन्द्र, वीरेन्द्र, रामपाल, सरवेन्द्र, वृषकेतु, नीलेश, दीपप्रकाश, बृह्मदत्त, राजीव एवं सीसीटीव्ही कण्ट्रोल पन्ना व सायबर सेल पन्ना का विशेष योगदान रहा। उक्त टीम को पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की गई है।
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Friday, February 8, 2019

राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे वनराज का बसेरा

  •   मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों को आये दिन हो रहे दर्शन
  •   मड़ला के निकट स्थित संभुआ नाला बना आकर्षण का केन्द्र


राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित जंगल में अपना बसेरा बनाने वाला बाघ। 

अरुण सिंह,पन्ना। जंगल में स्वच्छन्द रूप से विचरण करते या फिर शाही अंदाज में आराम फरमाते हुये वनराज को देखना किसी के लिये भी रोमांचक अनुभव होता है। इस रोमांच की अनुभूति के लिये लोग हजारों रू. खर्च कर सैकड़ों किमी दूर से बाघ अभ्यारण्यों की सैर करते हैं ताकि उन्हें वनराज की झलक मिल जाये। इतनी मशक्कत करने के बादभी यह जरूरी नहीं है कि अभ्यारण्यों के खुले जंगल में हर किसी को बाघ के दर्शन हो ही जायें। ज्यादातर लोगों को तो निराशा ही हाँथ लगती है और उन्हें दूसरे वन्यजीवों का दीदार करके ही संतोष करना पड़ता है। लेकिन पन्नावासियों के लिये बाघ दर्शन अब सहज और स्वाभाविक हो चुका है। यहां सड़क मार्ग से गुजरते हुये कब और कहां से वनराज प्रकट हो जायें कुछ कहा नहीं जा सकता। पन्ना टाईगर रिजर्व से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 के किनारे जंगल में तो एक नर बाघ ने अपना बसेरा ही बना लिया है। ऐसी स्थिति में इस बाघ के सड़क मार्ग से ही आये दिन दर्शन हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पन्ना टाईगर रिजर्व के मड़ला प्रवेश द्वार से कुछ ही दूरी पर स्थित संभुआ नाला इन दिनों राहगीरों सहित पर्यटकों के भी आकर्षण का केन्द्र बन चुका है। इसी नाले के आस-पास जंगल में यह बाघ पिछले कुछ दिनों से डेरा डाले हुये है। सड़क मार्ग के दोनों तरफ जंगल है, इसलिये जब भी मौज होती है वनराज  चहल कदमी करते हुये सड़क पार कर इस तरफ से उस तरफ आते-जाते रहते हैं। यह अद्भुत और रोमांचकारी नजारा स्थानीय लोग तो आये दिन देखते ही हैं, यहां से गुजरने वाले यात्रियों को भी बाघ दर्शन के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। यह स्थिति सिर्फ पन्ना-छतरपुर नेशनल हाईवे भर में नहीं है, अपितु पन्ना-अमानगंज स्टेट हाईवे में भी यदा-कदा बाघ सड़क मार्ग पर ही चहल कदमी करते दिख जाते हैं। इस मार्ग में तो कभी-कभी पूरा बाघ परिवार ही निकल पड़ता है, फलस्वरूप सड़क मार्ग के दोनों तरफ आवागमन थम जाता है और लोग वाहनों के भीतर से ही बाघों का दीदार कर रोमांच का अनुभव करते हैं।
मड़ला के ग्रामीणों तथा पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों ने अचानक से प्रकट हुये इस अजनबी बाघ का नामकरण तक कर दिया है। इस वयस्क नर बाघ की एक आँख में सफेद धब्बा सा दिखाई देता है, इसीलिये इसे लोग किसी फिल्मी किरदार का नाम देते हुये विट्ठल  कार्णया कहकर पुकारते हैं। इस वयस्क बाघ ने बीते डेढ़-दो सप्ताह के दौरान एक बैल सहित वन्यजीवों का शिकार भी किया है और इसी इलाके में रमा हुआ है। यह बाघ टाईगर रिजर्व के बेहद सुरक्षित और सुकून वाले कोर क्षेत्र के भीतरी हिस्से से इतर सड़क मार्ग से लगे वन क्षेत्र को अपना बसेरा क्यों बनाया, यह अध्ययन का विषय है। लेकिन यह बाघ जनमानस व पर्यटकों के बीच चर्चा का विषय जरूर बन गया है।

बाघिन पी-213 की संतान है यह बाघ

ग्रामवासियों और पर्यटकों द्वारा जिस बाघ को अजनबी बताकर उसका नामकरण कर दिया गया है, दरअसल वह अजनबी नहीं अपितु पन्ना टाईगर रिजर्व में ही जन्मा बाघ है। यह बाघिन पी-213 के तीसरे लिटर की पहली संतान है। क्षेत्र संचालक पन्ना टाईगर रिजर्व कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक विगत 1 वर्ष पूर्व यह नर बाघ कोर क्षेत्र से बाहर निकल गया था। पूरे 1 साल बाद यह फिर वापस लौटा है और मड़ला के आस-पास विशेषकर संभुआ नाला से लगे जंगल को अपना नया बसेरा बना लिया है। इस बाघ की माँ पी-213 भी पन्ना में ही जन्मी है जो संस्थापक बाघिन टी-2 की संतान है। पन्ना टाईगर रिजर्व में बाघों का कुनबा बसाने में बाघिन टी-2 तथा इसकी बेटी पी-213 का अहम योगदान है।

अब तक 77 शावकों का हो चुका है जन्म

वर्ष 2009 में पन्ना टाईगर रिजर्व के बाघ विहीन घोषित होने पर इसी वर्ष यहां पर बाघ पुनस्र्थापना योजना शुरू की गई। पन्ना में बाघों की नई दुनिया बसाने के लिये बांधवगढ़ व कान्हा से बाघिन तथा पेंच टाईगर रिजर्व से नर बाघ लाया गया था। उस समय आर. श्रीनिवास मूॢत व उनकी टीम ने पन्ना में बाघों का संसार बसाने के लिये अथक श्रम किया, फलस्वरूप बाघ पुनस्र्थापना योजना का शानदार और चमत्कारिक सफलता मिली। बीते 9 वर्षों में यहां संस्थापक बाघिनों व उनकी संतानों द्वारा 77 शावकों को जन्म दिया जा चुका है। पन्ना में जन्मे बाघ केन से लेकर सोन तक विचरण कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार मौजूदा समय पन्ना टाईगर रिजर्व में कुल 47 बाघ हैं जिनमें 27 वयस्क व 20 अवयस्क बाघ हैं। इन बाघों में 15 नर व 14 मादा बाघ हैं जबकि 18 बाघ शावकों के लिंग की पहचान अभी नहीं हो सकी है।
इस बाघ की दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर 

Thursday, February 7, 2019

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु होगी पहल

  •   स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. चौधरी ने प्रेसवार्ता में बताई प्राथमिकतायें
  •   समूचे प्रदेश में शिक्षा की बेहतरी के लिये संकल्पित है सरकार
  •   गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर होगी कड़ी कार्यवाही


सर्किट  हाऊस पन्ना में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते प्रभारी मंत्री। 
अरुण सिंह,पन्ना। समूचे प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिये सकार संकल्पित है और इस दिशा में आवश्यक पहल व प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। प्रदेश के सभी स्कूलों में एक साथ पालक शिक्षा संघ की मीटिंग आयोजित करना इस ओर उठाया गया शुरूआती कदम है। आने वाले समय में बदलाव आपको स्वमेव नजर आयेगा। यह बात प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बुधवार को सर्किट  हाऊस में आयोजित प्रेसवार्ता में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने मुझे शिक्षा विभाग का दायित्व सौंपा  है, जिसका पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वहन का प्रयास कर रहा हूँ।
उल्लेखनीय है कि प्रभारी मंत्री डॉ. चौधरी का पन्ना जिले में यह पहला दौरा है, जिसमें वे जिले के पत्रकारों से मुखातिब होकर अपने विभाग के बारे में अहम मुद्दों व सवालों पर बेबाकी के साथ चर्चा की। प्रभारी मंत्री ने कहा कि पन्ना बहुत ही सुन्दर और शान्ति प्रिय जिला है, मेरा यह पूरा प्रयास रहेगा कि इस जिले की शैक्षणिक व्यवस्था में गुणात्मक सुधार हो ताकि यहां के बच्चे बेहतर शिक्षा हासिल कर अपने जिले के साथ प्रदेश का नाम भी रोशन करें। जिले की शालाओं में शिक्षकों की कमी व शैक्षणिक अव्यवस्थाओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराये जाने पर मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि यह मेरा पहला प्रवास है, मैनें स्कूलों में शिक्षकों की स्थिति सहित अन्य जानकारियां देने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। जानकारी मिलते ही समीक्षा करने के उपरान्त आवश्यक कदम उठाये जायेंगे। स्कू ल शिक्षा मंत्री को पत्रकारों द्वारा यह अवगत कराया गया कि जिले में तकरीबन दो सौ स्कूल एक शिक्षकीय हैं जबकि लगभग सौ स्कूल ऐसे हैं  जो शिक्षक विहीन हैं। मंत्री का ध्यान साइकिल व गणवेश वितरण में विलम्ब व लापरवाही की ओर भी आकृष्ट कराया गया। इन बातों को डॉ. चौधरी ने गंभीरता से लेते हुये कहा कि गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।

भाजपा सरकार ने की हैं सिर्फ घोषणायें

स्कूल शिक्षा मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री का ध्यान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा विधानसभा चुनाव से पूर्व पन्ना में कृषि महाविद्यालय व इंजीनियरिंग कॉलिज खोले जाने की घोषणा की थी, इस पर अमल कब तक होगा? इस सवाल के जवाब में प्रभारी मंत्री ने कहा कि मुझे इन घोषणाओं की जानकारी नहीं है। भाजपा सरकार ने सिर्फ घोषणायें की हैं उन्हें पूरा नहीं किया, हमने घोषणायें नहीं वचन दिया है और उसे पूरा भी किया जा रहा है। जिला चिकित्सालय पन्ना में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी बावत पूछे जाने पर आपने कहा कि चिकित्सकों की पूरे प्रदेश में कमी है, फिर भी यहां चिकित्सकों की पदस्थापना के लिये हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। आपने पत्रकारों से कहा कि यदि कोई चिकित्सक यहां आने को तैयार हो, तो उसकी जानकारी व सुझाव दें, तत्काल इस पर आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।

अवैध उत्खनन रोकने सरकार सख्त

जिले की केन सहित अन्य सहायक नदियों में बड़े पैमाने पर हो रहे रेत के अवैध उत्खनन तथा कल्दा पठार व कुटरहिया आदि क्षेत्र में अवैध रूप से चल रहीं पत्थर खदानों की ओर ध्यान आकृष्ट कराये जाने पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि प्रदेश की सरकार अवैध उत्खनन पर प्रभावी रोक लगाने के लिये कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। मुख्यमंत्री जी ने इस संबंध में स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी जिले में अवैध उत्खनन बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। शिकायत मिलने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही होगी। प्रभारी मंत्री ने पत्रकारों से कहा कि आप लोग यह बतायें जिले में कहां-कहां अवैध उत्खनन हो रहा है, इस पर तुरन्त कार्यवाही की जायेगी। प्रेसवार्ता के दौरान प्रभारी मंत्री के साथ पूर्व गृहमंत्री कैप्टन जयपाल सिंह , जिला कांग्रेस  अध्यक्ष दिव्यारानी सिंह, गुनौर विधायक शिवदयाल बागरी, पूर्व विधायक श्रीकान्त दुबे, पन्ना विधानसभा प्रत्याशी शिवजीत सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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Wednesday, February 6, 2019

प्रदेश में तीन मुख्यमंत्रियों की चल रही सरकार



  •   भाजपा प्रदेश सह प्रभारी सतीश उपाध्याय ने किया कटाक्ष
  •   म.प्र. में मिशन 29 को लेकर बनाई जा रही है रणनीति
  •   देश की जनता चाहती है फिर बने मजबूत सरकार


वरिष्ठ भाजपा नेता सतीश उपाध्याय पाना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए। 

अरुण सिंह,पन्ना। म.प्र. में मौजूदा समय तीन मुख्यमंत्रियों की सरकार चल रही है। प्रदेश के सुपर सीएम दिग्विजय सिंह  हैं, फिर कमलनाथ और तीसरे नम्बर पर ज्योतिरादित्य सिंधिया , ऐसी स्थिति में बतौर मुख्यमंत्री लोग किससे बात करें। यह बात म.प्र. भाजपा लोकसभा चुनाव के सह प्रभारी व दिल्ली प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने पन्ना प्रवास के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुये कही। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिये म.प्र. में मिशन 29 का लक्ष्य रखा गया है, जिसे हासिल करने की रणरीति व कार्ययोजना बनाई जा रही है। भाजपा नेता ने बड़े ही आत्म विश्वास के साथ कहा कि पिछले चुनाव में जो सीटें जीती थीं, उन्हें तो हम जीतेंगे ही, शेष बची दो सीटों पर फतह हासिल करने की विशेष कार्ययोजना रहेगी, जिस पर तेजी से काम चल रहा है।
प्रदेश सह प्रभारी श्री उपाध्याय ने पत्रकारों के सवालों के सवालों का जवाब देते हुये कहा कि इस बार का लोकसभा चुनाव विशेष है, क्योंकि एक तरफ सामंतवाद और परिवारवाद के पोषक हैं तो दूसरी ओर लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करने वाले लोग हैं। इस चुनाव में जनता यह तय करने वाली है कि उन्हें मजबूर नहीं बल्कि मजबूत सरकार चाहिये जो देश के विकास हेतु अच्छे निर्णय ले सके। आपने कहा कि एक मजबूर सरकार कभी भी देश हित में अच्छे निर्णय नहीं ले सकती। श्री उपाध्याय ने कहा कि भाजपा का मूल मंत्र ही सबका साथ सबका विकास है, इसी मंत्र को लेकर पार्टी आगे बढ़ रही है। आगामी लोकसभा चुनाव हेतु प्रत्याशी चयन के मापदण्ड बावत पूछे जाने पर आपने कहा कि जीतने योग्य प्रत्याशी मैदान में उतारे जायेंगे, प्रत्याशी चयन में जन आकांक्षाओं का भी ध्यान रखा जायेगा। प्रेसवार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश सह प्रभारी श्री उपाध्याय के साथ जिला भाजपा अध्यक्ष सतानंद गौतम, पूर्व विधायक विजय बहादुर ङ्क्षसह, जिला पंचायत पन्ना के अध्यक्ष रविराज सिंह  यादव, उपाध्यक्ष माधवेन्द्र सिंह  सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे।
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Monday, February 4, 2019

शिक्षा, स्वास्थ्य व पर्यटन विकास के लिये शुरू हो मुहिम

  •   पन्ना में कृषि व इंजीनियरिंग महाविद्यालय खोलने हो चुकी है घोषणा
  •   मूर्तरूप लेने में पन्नावासियों को कब तक करना पड़ेगा इंतजार



अरुण सिंह,पन्ना। औद्योगिक विकास से वंचित बुन्देलखण्ड क्षेत्र के पन्ना जिले में शिक्षा व पर्यटन विकास की विपुल संभावनायें मौजूद हैं, लेकिन इस दिशा में भी अभी तक कोई सार्थक पहल व प्रयास नहीं होने के चलते पन्ना की स्थिति जस की तस बनी हुई है। पन्ना के चारों तरफ वन क्षेत्र होने के कारण यहां कोई ऐसे उद्योग विकसित नहीं हो सके, जो रोजगार का जरिया बन सकें। ऐसी स्थिति में गरीबी और बेरोजगारी जैसे इस जिले की नियति बन चुकी है। पर्यटन विकास की दिशा में यहां बहुत कुछ हो सकता है, जिससे रोजगार के नये अवसरों का जहां सृजन होगा वहीं इस पिछड़े इलाके का कायाकल्प हो सकता है। मालुम हो कि यहां पर ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व के जहां अनेकों भव्य मंदिर हैं, वहीं अनूठे प्राकृतिक मनोरम स्थलों की भरमार है। इनका समुचित विकास कराया जाकर यदि पर्यटन से जोड़ा जाये तो यह पूरा इलाका देशी व विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बन सकता है।
उल्लेखनीय है कि प्रकृति ने पन्ना जिले को अनगिनत सौगातों से नवाजा है, लेकिन अभी तक शासन, प्रशासन व इस क्षेत्र से चुे जाने वाले जनप्रतिनिधियों ने प्रकृति प्रदत्त इन सौगातों को कोई अहमियत नहीं दी। शान्ति का टापू कहे जाने वाले पन्ना शहर के आस-पास की आबोहवा और वातावरण शिक्षा के लिये बेहद अनुकूल है। लेकिन दुर्भाग्य से अभी तक यहां एक भी तकनीकी शिक्षण संस्थान नहीं खुल सका है। जबकि पन्ना को शिक्षा का हब बनाये जाने की पिछले एक दशक से निरंतर माँग की जाती रही है, लेकिन नेताओं की रूचि इसमें कम तथा अपने निहित स्वार्थों की पूर्ति में ज्यादा रही है। यही वजह है कि सब कुछ रहते हुये भी पन्ना को अभी तक कुछ भी हासिल नहीं हो सका। शिक्षण संस्थाओं के अभाव में इस जिले के होनहार और प्रतिभाशाली बच्चे आॢथक कमजोरी के चलते उच्च शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पन्ना जिले के विकास को दृष्टिगत रखते हुये अनेकों घोषणायें की थीं। इन घोषणाओं में इंजीनियरिंग व एग्रीकल्चर कॉलिज पन्ना में खोले जाने की घोषणा प्रमुख हैं। घोषणा के मुताबिक पन्ना के महिला पॉलीटेक्निक का उन्नयन कर उसे इंजीनियरिंग कॉलिज का दर्जा देकर उसे शीघ्र शुरू किये जाने की बात की गई थी। वहीं एग्रीकल्चर कॉलिज के लिये तो भूमि आबंटन की प्रक्रिया भी पूरी की जा चुकी है। इसके लिये जिला मुख्यालय से लगे पटवारी हल्का क्र. 13 में 30 हेक्टेयर भूमि आबंटित की गई है। इस नवीन कृषि महाविद्यालय को कैबिनेट की मंजूरी भी मिल चुकी है तथा बजट भी स्वीकृत हो चुका है। लेकिन अभी तक कृषि महाविद्यालय के निर्माण हेतु जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्व विद्यालय जबलपुर को बजट प्राप्त नहीं हुआ। इस बीच प्रदेश में विधानसभा चुनाव शुरू हो गये और सरकार भी बदल गई। ऐसी स्थिति में पन्ना जिले के लिये स्वीकृत इन दो उच्च शिक्षा संस्थानों के लिये नये सिरे से पहल व प्रयास किया जाना जरूरी हो गया है ताकि ये मूर्तरूप ले सकें।

पन्ना विधायक से लोगों को है उम्मीद

पन्ना विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह से लोगों को ढेरों उम्मीदें हैं। इस जिले के लोग इनकी क्षमताओं से वाकिफ भी हैं, क्योंकि पवई क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुये आपके द्वारा वहां विकास के अनेकों कार्य कराये गये हैं। पवई में सड़क सुविधाओं के विस्तार सहित सिंचाई  सुविधा व शिक्षा के बेहतरी के लिये आपके द्वारा सराहनीय कार्य किया गया तथा प्रदेश शासन में पर्यटन मंत्री के रूप में पर्यटन के विकास हेतु भी सार्थक कदम उठाये थे। इस बार इन्हें पन्ना से प्रत्याशी बनाया गया और इन्होंने यहां से भी रिकार्ड मतों से जीत दर्ज की है। ऐसी स्थिति में पन्ना विधानसभा क्षेत्र के लोगों की अपने विधायक से अपेक्षायें भी बढ़ी हैं। पन्नावासियों को विश्वास है कि प्रदेश में सरकार भले ही कांग्रेस की है लेकिन विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंहअपनी क्षमताओं का उपयोग करते हुये तालमेल बनाकर पन्ना को इंजीनियरिंग व एग्रीकल्चर कॉलिज की सौगात दिलाने में जरूर कामयाब होंगे।

पर्यटन विकास के लिये भी की है पहल

उच्च शिक्षण संस्थानों की स्थापना के साथ ही पन्ना में पर्यटन विकास के लिये भी सम्मिलित रूप से सक्रिय प्रयासों की जरूरत है। इस दिशा में पन्ना विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह  ने रूचि दिखाई है। मिली जानकारी के अनुसार पन्ना विधानसभा क्षेत्र में राम वन पथ गमन क्षेत्रों को पर्यटन के माध्यम से विकसित किये जाने की योजना है। इन चिह्नित क्षेत्रों में प्रदेश शासन ने पर्यटन विकास की क्या योजना बनाई है, इस संबंध में पन्ना विधायक ने विधानसभा में सवाल लगाकर जानकारी चाही है। मालुम हो कि पन्ना में सारंगधर व बृहस्पति कुण्ड जैसे अनेकों धार्मिक  महत्व वाले प्राकृतिक मनोरम स्थल हैं, जो राम वन पथ गमन में आते हैं। यदि इनका समुचित विकास हो जाता है तो निश्चित ही इसका लाभ पन्ना को मिलेगा।
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