Thursday, December 2, 2021

आत्मनिर्भर बनने जैविक खेती अपनाना आज की आवश्यकता

  • किसान यदि चाहे तो उनको आत्म निर्भर बनने से कोई नहीं रोक सकता
  • किसानों की स्थिति मजबूत करने एकजुट हो काम करें किसान संगठन 

कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना में स्वयंसेवी संस्था समर्थन के तत्वाधान में आयोजित बैठक। 

पन्ना। रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का अधाधुंध उपयोग करके खेती करना घाटे का सौदा साबित हुआ है। किसानों को आत्मनिर्भर बनने के लिए अब जैविक खेती अपनाना आज की आवश्यकता बन गई है। यह बात कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना में स्वयंसेवी संस्था समर्थन के तत्वाधान में आयोजित किसान एवं सीएसओ नेटवर्क की बैठक में कृषि विशेषज्ञों व जैविक खेती अपनाकर लाभ कमा रहे किसानों ने कही। जिला स्तरीय किसान/सीएसओ नेटवर्क की बैठक में  उप संचालक कृषि ए.पी सुमन, बरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक पी. एन. त्रिपाठी कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना, पशुपालन एवं डेरी विभाग से आर. के. मिश्रा, उद्यानिकी से उद्यान विकास अधिकारी संजीत बागरी, सवंसेवी संगठन कोशिका से नीता , पृथ्वी संस्था से रामऔतार तिवारी, विकास संवाद से रवि पाठक एवं किसान भाई उपस्थिति रहे। कार्यक्रम  में राज्य कार्यक्रम प्रबंधक पंकज पाण्डेय ने गूगलमीट के माध्यम से जीपीडीपी एवं 15 वां वित्त की राशि का उपयोग किसान हित में करना आवश्यक है, इस सम्बन्ध में किसानो से चर्चा की।

 उप संचालक कृषि ए.पी सुमन ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान खुद डाक्टर बने, बर्मीखाद की सलाह दी और कहा कि जैविक खेती आज की आवश्यकता है। किसान आत्मनिर्भर बने, उन्हे बाजार की कोई कमी नहीं पड़ेगी। आत्मा परियोजना से किसान को पूरा सहयोग किया जायेगा एवं पंजीयन की प्रक्रिया चलाई जायेगी। जिला स्तर पर मार्केट एवं पहचान के लिये किसान को तैयार रहना है, पूरा सहयोग किया जायेगा ।

कृषि विज्ञानं केन्द्र में उन्नत कृषि की जानकारी लेते तथा हो रहे प्रयोगों का अवलोकन करते किसान। 

कृषि विज्ञान केन्द्र के बरिष्ठ वैज्ञानिक  पी.एन त्रिपाठी ने कहा कि यह केन्द्र किसानों के लिये प्रयागशाला है। हम किसान को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य करते हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र में किये गये कार्य का किसानों को अवलोकन कराया, दुग्ध उत्पादन में आजोला घास के महत्व एवं फलदार पौधे पर किसानों को उन्मुखीकरण किया गया ।

पशु एवं डेयरी से किसान बनेगा आत्मनिर्भर, यह बात आर.के. मिश्रा प्रभारी उपं संचालक पशु ने किसानों से कही। उद्यान क्षेत्र विस्तार अधकिारी  संजीत सिंह बागरी ने कहा कि  किसान जैविक तरीके से सब्जी उगाये तो उसे उपज की अच्छी कीमत मिलेगी व अच्छा मुनाफा होगा। समर्थन संस्था के ज्ञानेद्र तिवारी ने कहा कि किसान को योजना के साथ अधोसंरचना की आवश्कता पड़ती है, उसकी पूर्ति ग्राम पंचायत से ही संभव है। जो ग्राम पंचायत विकास योजना से बन सकेगा। कोशिका संस्था ने 200 किचेन गार्डन एवं मिर्ची की जैविक खेती के लिये किसानों को प्रेरित कर रहे हैं। पृथ्वी संस्था लोगों को पोषण एवं राशन की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इस प्रयास में लगी है।

समर्थन संस्था के बरिष्ठ कार्यक्रम प्रबंधक पंकज पाण्डेय ने किसानो को 15वां वित्त योजना की जानकारी देते हुए उन्हे जीपीडीपी में अपने आवश्यकता को ग्राम पंचायत में जुड़वाने एवं योजना में भागीदार होने की बात कही । गूगल मीट के माध्यम से किसानो एवं जिले के नेटवर्क को मजबूत करने एवं टीम के रूप में काम करने का उत्साह वर्धन किया ।

जिले के उन्नत किसान लखनलाल जनवार, मंगल सिंह यादव, मनरेगा मजदूर संघ अध्यक्ष रामसहाय कुशवाहा, गोविन्द मंडल, संतकुमार, सुदामा पटेल,परमलाल कुशवाहा सकरिया, मलखान सिंह, गुलाब सिंह, शिव सिंह पल्थरा , रंजीत यादव मुटवाकला सहित कार्यक्रम में लगभग 45 किसान उपस्थित  रहे । आगामी समय में किसान संगठन जिला स्तर पर पैरवी करने के लिये खुद तैयार होंगे, नेटवर्क किसानो के हित में काम करेगा । प्रदीप कुमार पिड़िहा एवं समर्थन टीम ने सभी किसानो एवं अधिकारियों का अभार व्यक्त किया। 

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