- जंगल उजडऩे व पानी के संकट से बढ़ रहा मानव- वन्यजीव संघर्ष
- समस्या के स्थाई समाधान हेतु समय रहते सार्थक पहल जरूरी
हमलावर वह भालू जिसने पति-पत्नी पर हमला करके उन्हें मार डाला। |
।। अरुण सिंह ।।
पन्ना। विश्व पर्यावरण दिवस के दिन जब पूरी दुनिया में पर्यावरण संरक्षण की महत्ता पर चर्चा हो रही है, उसी दिन मध्यप्रदेश के पन्ना शहर से दिल दहला देने वाली खौफनाक खबर आई है। शहर से लगभग 2 किमी. दूर लोकपाल सागर तालाब के किनारे स्थित पहाड़ी में एक प्राकृतिक जल स्रोत है। यहीं पर एक भालू ने रानीगंज मोहल्ला निवासी मुकेश राय (42 वर्ष) व उनकी पत्नी गुडय़िा राय (40 वर्ष) के ऊपर सुबह लगभग 7 बजे हमला कर दिया। भालू के इस हमले में पति-पत्नी दोनों की मौत हो गई है। मृतक दंपति के दो बच्चे भी हैं, जो अनाथ हो गए हैं। इस घटना के बाद से लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है।
घटना की जानकारी देते हुए रानीगंज मोहल्ला निवासी पप्पू यादव ने बताया कि आज सुबह मुकेश राय व उनकी पत्नी पहाड़ी में स्थित वनसुरई की खेर माता के स्थान पर पूजा करने गए थे। इस धार्मिक स्थान के निकट पहाड़ी में स्थित प्राकृतिक झिरिया में पानी लेने के लिए जब गुडय़िा राय पहुंची, तो वहां पहले से ही मौजूद भालू ने उनके ऊपर हमला कर दिया। पत्नी के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर पति मुकेश राय जब बचाने के लिए दौड़े तो भालू ने उनके ऊपर भी हमला बोल दिया।
भालू के हमले की खबर जैसे ही मोहल्ला वासियों को मिली, सैकड़ों की संख्या में लोग वहां पहुंच गए। लेकिन भालू इतना गुस्से में था कि दोनों पति-पत्नी के चिथड़े कर दिए तथा वहां पहुंचे लोगों की भीड़ को पास नहीं फटकने दिया। नागरिकों ने तत्काल घटना की जानकारी उत्तर वन मंडल पन्ना के डीएफओ सहित रेंजर को दी। भारी जन आक्रोश को देखते हुए वन अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फल स्वरुप हमलावर भालू को पकडऩे का प्रयास शुरू हुआ।
वन मंडलाधिकारी उत्तर पन्ना गौरव शर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही हम पन्ना टाइगर रिजर्व के रेस्क्यू दल के साथ मौके पर पहुंच गये। हमारे साथ एसडीएम पन्ना व टीआई भी पुलिस बल के साथ मौजूद थे। वन्य प्राणी चिकित्सक व रेस्क्यू टीम ने अथक प्रयासों के बाद भालू को ट्रेंकुलाइज कर पिंजरे में बंद कर लिया, जिसे वहां से सुरक्षित ले आया गया है। इस भालू को अब कहां छोड़ा जाए, इस संबंध में उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया जा रहा है।
पूर्व में भी हो चुकी हैं हमले की घटनाएं
लोकपाल सागर की पहाड़ी जहां पर भालू ने पति पत्नी पर हमला करके उन्हें मौत के घाट उतारा है, उस इलाके में इसके पूर्व भी हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं। कुछ साल पूर्व जहां एक भालू पानी की तलाश में शहर के आबादी क्षेत्र रानीगंज मोहल्ले में घुस आया था, वहीं हमले की भी विगत 2 वर्ष पूर्व घटना हो चुकी है। जिसमें सुबह सैर व निस्तार के लिए गए लोगों पर हमला बोलकर भालू ने आधा दर्जन से भी अधिक लोगों को घायल कर दिया था। इस इलाके में बीते 5-6 वर्षों के दौरान भालू के हमले की यह तीसरी घटना है, जिसमें पति-पत्नी की असमय मौत हुई है।
मानव व वन्य जीवो के बीच बढ़ रहा संघर्ष
जंगलों की बेतहाशा कटाई होने से वन्यजीवों का प्राकृतिक रहवास भी तेजी से उजड़ रहा है, साथ ही जंगल में प्राकृतिक जल स्रोत भी सूख रहे हैं। इसका परिणाम यह हो रहा है कि वन्य प्राणी पानी की तलाश में आबादी क्षेत्र की ओर रुख कर रहे हैं। मानव- वन्यजीव द्वंद की समस्या पर विगत एक दशक से काम कर रही संस्था लास्ट वाइल्डर्नेस फाउंडेशन के जिला कोआर्डिनेटर इंद्रभान सिंह बुंदेला ने मानव-वन्य जीव द्वंद को बेहद गंभीर विषय बताया और कहा कि यह समस्या दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। पर्यावरण का विनाश होने से उत्पन्न जलवायु संकट का असर अब पानी की कमी के रूप में दिखने लगा है। जंगल तेजी से खत्म हो रहे हैं, जिससे वन्य प्राणियों का रहवास भी उजड़ रहा है। ऐसी स्थिति में पानी की तलाश में वन्य प्राणी आबादी क्षेत्र में घुसने लगे हैं। यह संकेत बहुत ही चिंताजनक है, जिस पर गंभीरता से सोचा जाना चाहिए। ताकि मानव-वन्यजीव संघर्ष की समस्या का समय रहते समाधान खोजा जा सके।
वन्य प्राणियों से सुरक्षा पर गम्भीरता से हो विचार
जिले में वन्य प्राणियों तथा मनुष्यों के बीच संघर्ष की स्थितियां जगह-जगह पर बन रहीं हैं। रविवार को जिस तरह से खेर माता स्थल के समीप भालू के हमले में शहर के राय दम्पत्ति की मौत हुई है, इसने सभी को झकझोर दिया है। अब वन्य प्राणियों से लोगों की सुरक्षा पर गम्भीरता से विचार किया जाना नितांत आवश्यक हो गया है। यह बात कांग्रेस नेता श्रीकान्त दीक्षित ने जारी एक बयान में कही। श्री दीक्षित ने कहा कि वन विभाग को चाहिए कि वह अपनी सीमाओं की फैन्सिंग कराये, ताकि वन्य प्राणी शहरी इलाकों के समीप न आयें। इसके साथ ही जहां कहीं भी फैन्सिंग नहीं है और आमजन का आना-जाना लगा रहता है, वहां पर वन विभाग द्वारा लगातार गश्ती दल के माध्यम से निगरानी रखनी चाहिए। ताकि कोई भी वन्य प्राणी लोगों पर हमला न कर सके। इसके साथ ही वन विभाग को चाहिए कि हेल्पलाईन नम्बर जारी करें, ताकि मुश्किल के वक्त सूचना आमजन तुरंत ही वन विभाग को दे सकें। आमजन की सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए वन विभाग को चाहिए कि सुरक्षा दस्ते का गठन करें, जो सूचना पाते ही तुरंत स्थल पर पहुंचे। श्री दीक्षित ने भालू के हमले में हुई राय दम्पत्ति की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
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