- दस्तक किशोरी समूहों के प्रतिनिधियों की जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित
- कार्यशाला में पोषण, स्वास्थ्य, आजीविका एवं नेतृत्व पर किया गया संवाद
पन्ना। विकास संवाद समिति पन्ना द्वारा संचालित दस्तक परियोजना के अंतर्गत गठित किशोरी समूहों के प्रतिनिधियों का दो दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन होटल- संकल्प गार्डन पन्ना में किया गया। इस कार्यशाला में किशोरियों को पोषण, स्वास्थ्य, आजीविका एवं संगठनात्मक (नेतृत्व) विकास हेतु संवाद किया गया। आयोजन में २५ गांव से ५० किशोरियों के द्वारा सभागिता की गई।
कार्यशाला में सहजकर्ता की भूमिका- सतना से मंजू चटर्जी एवं विकास संवाद भोपाल से अंजली आचार्य तथा पन्ना टीम के साथियों द्वारा निभाई गई। सबसे पहले कार्यशाला के उद्देश्य के बारे में विस्तार से चर्चा की गई और दो दिन की कार्यशाला को बिषय बार बताया गया जिसमे कुपोषण को ख़त्म करने हेतु सामुदायिक साझा पहल, आजीविका के नए स्रोतों का सृजन, पुरे साल हेतु घर में सब्जियों का उत्पादन, जैविक खेती को बढ़ावा देना, जल संरक्षण, लैंगिक भेदभाव, किशोरी स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, छुआ छूत पर संवाद और आगामी छः माह की कार्ययोजना आदि बिषय कार्यशाला में शामिल रहे।
विकास संवाद समिति के जिला समन्वयक रविकांत पाठक द्वारा बताया गया की हम प्रतिबर्ष २५ गांव से किशोरी समूहों के दो-दो साथियों को कार्यशाला में शामिल करते हैं। कार्यशाला में किशोरी स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका, सामुदायिक संगठनों को मजबूती हेतु दो दिन की कार्यशाला में संवाद स्थापित करते हैं। यदि हमे गाँव से कुपोषण, एनीमिया का अंत करना है, तो समुदाय, शासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं को साथ मिल कर काम करना होगा। हमें यह तय करना होगा कि गांव के प्रत्येक घर में पोषण वाटिका लगाने की जरूरत है, तभी हम कुपोषण और एनीमिया का अंत कर सकेंगे।
विकास संवाद से अंजली जी द्वारा किशोरी स्वास्थ्य में मेंसट्रुअल कप के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उपयोग करने हेतु बताया गया और कम खर्च तथा सुरक्षा कि दृष्टी से बहुत ही महत्त्व पूर्ण है। कार्यशाला में पृथ्वी संस्था से समीना युसूफ ने कार्यशाला में शामिल किशोरियों को सेनेटरी नेपकिन हेतु जानकारी देते हुए बताया कि आप स्वयं और परिवार में महिलाओ को पेड के उपयोग करने हेतु प्रेरित करें, जिससे संक्रमण का ख़तरा कम हो। रोजगार हेतु मशरुम उत्पादन सम्बन्धी जानकारी दी और बताया की आप लोग अपने घर में मशरूम उगा सकते हैं। मशरूम में बहुत पोषण होता है आप स्वयं परिवार में उपयोग करें और बच्चों को खिलाये साथ ही ज्यादा मात्रा में लगाते हैं तो बाजार में बेच सकते हैं, जिससे परिवार में आजीविका का स्रोत भी हो सकता है।
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