Monday, January 16, 2023

जल मित्र कैडर करेगा पानी की निगरानी

  • स्वयंसेवी संस्था समर्थन की जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में गतिशीलता लाने अभिनव पहल 
  • जलमित्र कैडर के दो दिनी प्रशिक्षण में जल संरक्षण की महत्ता व उपयोगिता पर डाला गया प्रकाश 


पन्ना। पानी प्रकृति प्रदत्त पदार्थ है, जिसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। पानी मानव जीवन का भी अनिवार्य हिस्सा है, इसलिए इसका बुद्धिमत्ता पूर्ण उपयोग और संरक्षण जरूरी है। धरती पर मात्र तीन प्रतिशत पानी ही पीने योग्य है, जिसमें से 2.4  प्रतिशत ग्लेशियरो और उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव में जमा हुआ है, और केवल 0.6 प्रतिशत पानी नदियों, झाीलों और तलाबों में है, जिसे इस्तेमाल किया जा सकता है । एक अनुमान के अनुसार पुथ्वीपर कुल 32 करोड़ 60 लाख खरब गैलन पानी है।

स्वयंसेवी संस्था समर्थन पन्ना जिले के 40  गांव में डब्लू.एच.एच के सहयोग से जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में गतिशीलता लाने के लिये सिस्टम को मजबूत बनाने के लिये ग्रामपंचायत,जिला एवं राज्य स्तर पर सकारात्मक हस्ताक्षेप कर रही है। इस संस्था ने संकल्प गार्डन पन्ना में जल मित्र का दो दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया। जलमित्र कैडर के दो दिनी प्रशिक्षण में जिले के कार्यपालन यंत्री महेन्द्र सिंह, श्रीमती रामश्री तिवारी जिला समन्वयक जल जीवन मिशन,शालिनी नामदेव ब्लाक समन्वय जल जीवन मिशन, आशीष विश्वास राज्य तकनीकी विशेषज्ञ जल एवं स्वच्छता, पत्रकार एवं पर्यावरण के जानकार अरूण सिंह एवं टीम समर्थन उपस्थिति रही।

कार्यपालन यंत्री महेन्द्र सिंह ने कहा की जलमित्र कैडर मॉंडल है जिले में पानी को लेकर इनकी भूमिका बहुत बड़ी है। हम मानते हैं कि ये सब सुदामा और कृष्ण की मित्रता जैसे मिशाल पेश करें एवं जिले को जल की कमी न होने दें। पानी के संरक्षण एवं मिशन के उद्देश्यो की पूर्ति में धरातर पर काम कर पूरा करें। जिले में यह पहल बहुत ही सराहनीय है। रामश्री तिवारी ने कहा की हमारे मिशन में जल मित्र पिलर का काम करेगे। शालिनी ने जलमित्रो को पानी परीक्षण कर आपे गांव व घरों में सहज तरीके से पानी की जांच करना सिखाया। कम से कम दो बार वर्षात के पहले एवं बाद में पानी की जांच करना आवश्यक है। जल जीवन मिशन के उद्देश्य में नियमित पानी,साफ पानी एवं पर्याप्त पानी की बात कही गई है जो जल मित्र के निगरानी से ही पूरा होगा।


अशीष विश्वास ने कहा कि जल एवं स्वच्दता हमारे जीवन में आवश्यक है।  हमें स्वस्थ्य रहना है तो साफ पानी के साथ साफ गांव एवं घर भी हो तभी पूरा समाज बेहतर बन सकेगा। जलकर से ही योजना की निरंतरता बनी रहेगी। अरूण सिंह ने जलमित्र कैडर को संबोधित करते हुए जिले के प्राचीन तलाबों एवं कुओ का जिक्र किया। आपने बताया कि पन्ना के प्राचीन राजाशाही ज़माने के तालाब आज भी पन्ना शहर के जीवन का आधार बने हुए हैं। इन्ही तालाबों के पानी से शहरवासियों की प्यास बुझती है।  हम सब को मिलकर इनके संरक्षण का कार्य करना चाहिये।

जल संकल्प का तरीका सभी कार्यक्रमो में किया जाये और इसे आम सामुदाय स्वीकर करे तो पानी संरक्षण सामुदाय का मुददा बन सकेगा। ज्ञानेन्द्र तिवारी ने जल जीवन मिशन की निरंतरता एवं प्रबंधन में ग्राम पंचायत की भूमिका को स्पष्ट करते हुए कहा कि हर घर नल एवं जल पहुचने के बाद जल स्रोत जिन्दा रहे, पानी सतत् बना रहे इसके लिये ग्राम पंचायत को पानी संरक्षण एवं संबर्धन के कार्य नियमित करना होगा, जो जीपीडीपी से ही सभंव है। ग्राम कार्ययोजना का क्रियान्वयन पंचायत करे तो जल जीवन मिशन के उद्देश्य को पूरा होने में समय नही लगेगा और 2024 में भारत का सपना पूरा होगा। प्रत्येक नागरिक को अपना योगदान जो जहाँ व जिस स्तर पर है, वहीं से देना होगा।

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