Monday, July 22, 2019

शिक्षा विभाग का लिपिक 10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार

  •   लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने की छापामार कार्यवाही
  •   शिक्षक की पदस्थापना बदलवाने के लिये माँगी थी रिश्वत


 आरोपी लिपिक का आवास जहां लोकायुक्त पुलिस ने छापा डाला।

 अरुण सिंह, पन्ना। भ्रष्टाचार को लेकर बदनाम हो चुके शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे। जिला मुख्यालय पन्ना में पदस्थ शिक्षा विभाग के लिपिक को आज 10 हजार रू. की रिश्वत लेते हुये लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने रंगे हाँथों गिरफ्तार किया है।
आरोपी लिपिक रामशंकर रैकवार।

 आरोपी लिपिक रामशंकर रैकवार लुहरगांव में पदस्थ अध्यापक से पदस्थापना बदलवाने के लिये 20 हजार रू. रिश्वत की माँग की थी। जिसकी शिकायत अध्यापक अरविन्द द्विवेदी ने 17 जुलाई को लोकायुक्त पुलिस सागर से की थी। पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त रामेश्वर सिंह यादव के मार्गदर्शन में लोकायुक्त पुलिस की 8 सदस्यीय टीम ने डीएसपी राजेश खेड़े के नेतृत्व में आज सुबह लगभग 10 बजे लिपिक के धाम मुहल्ला पन्ना स्थित आवास में छापा मारा और लिपिक को रिश्वत लेते हुये रंगे हाँथ दबोच लिया। बताया गया है कि आरोपी लिपिक उच्च अधिकारियों को रूपये देने के बहाने लम्बे समय से शिक्षकों से रिश्वत वसूल करता रहा है, जिसे लोकायुक्त पुलिस ने आज रिश्वत की राशि सहित गिरफ्तार किया है।

अध्यापक अरविन्द द्विवेदी ने की थी शिकायत 

शिकायतकर्ता  अरविन्द द्विवेदी।

लोकायुक्त पुलिस से अध्यापक अरविन्द द्विवेदी ने शिकायत की थी कि पदस्थापना बदलने के लिये जिला पंचायत शिक्षा प्रकोष्ठ में पदस्थ लिपिक रामशंकर रैकवार द्वारा उससे 20 हजार रू. की रिश्वत माँगी जा रही है। जिसमें से पहली किश्त 10 हजार रू. वह दे चुका है। लम्बे समय से परेशान इस अध्यापक ने रिश्वत की दूसरी किश्त देने से पूर्व भ्रष्ट लिपिक को सबक सिखाने की मंशा से लोकायुक्त का सहारा लिया। योजना के मुताबिक सोमवार को सुबह आज जैसे ही अध्यापक रिश्वत की राशि लेकर आरोपी लिपिक के घर पहुँचा  और राशि उसके हाँथों में दी उसी समय लोकायुक्त पुलिस की टीम ने आरोपी लिपिक को रंगे हाँथ दबोच लिया।

हाँथ धुलाते ही गुलाबी हो गया पानी का रंग

लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम का नेतृत्व कर रहे डीएसपी राजेश खेड़े ने बताया कि आरोपी लिपिक ने शिकायतकर्ता अध्यापक अरविन्द द्विवेदी से रिश्वत की राशि जैसे ही ली, हमारी टीम ने लिपिक को रंगे हाँथ पकड़ लिया। लिपिक के हाँथ धुलाये जाने पर पानी का रंग गुलाबी हो गया। डीएसपी श्री खेड़े ने बताया कि 8 सदस्यीय लोकायुक्त पुलिस की टीम द्वारा यह कार्यवाही की गई है। आरोपी लिपिक के विरूद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की जा रही है।

पूर्व में भी महकमे में पकड़े जा चुके हैं कई लोग

शिक्षा महकमे में इसके पूर्व भी कई लोग रिश्वत लेने के आरोप में लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। एक बार फिर शिक्षा विभाग के लिपिक द्वारा रिश्वत लेते हुये पकड़े जाने पर ऐसा प्रतीत होता है कि नई पीढ़ी को शिक्षित और संस्कारित करने की जवाबदारी जिस विभाग पर है उसी का अब संस्कारों व शिक्षा के उच्च आदर्शों से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं रह गया है। शिक्षण संस्थायें लूट खसोट का अड्डा बन चुकी हैं और शिक्षा महकमे में कार्यरत ज्यादातर अधिकारी व कर्मचारी अपने मूल दायित्वों से विमुख होकर गैर जरूरी कार्यों में लिप्त रहते हैं। यही वजह है कि जिले की शिक्षा व्यवस्था सुधरने के बजाय दिनोंदिन और बिगड़ रही है। बीते कुछ वर्षों से शिक्षा महकमे में भ्रष्टाचार की वृत्ति जिस तरह से बढ़ी है उससे हालात और चिन्ताजनक हो रहे हैं। अमूमन हर साल इस महकमे में कोई न कोई भ्रष्टाचार के आरोप में धरा जाता है फिर भी इस तरह के कदाचरण में लिप्त लोग सबक लेने को तैयार नहीं हैं। गरीब बच्चों को शिक्षित करने के लिये शासन द्वारा चलाई जा रही योजनायें भी भ्रष्ट अधिकारियों की कमाई का जरिया बन चुकी हैं। नतीजतन इन योजनाओं का लाभ गरीबों को नहीं मिल पा रहा है।
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