- पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने आयोजित समारोह में किया सम्मानित
- बाघों के पुनर्वास व गिद्धों के संरक्षण में भी निभाई है सक्रिय भूमिका
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केन्द्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल से पुरस्कार प्राप्त करते हुये गाइड मनोज। |
अरुण सिंह,पन्ना। बाघों के पुनर्वास और गिद्धों के संरक्षण में सराहनीय व सक्रिय भूमिका निभाने वाले पन्ना टाईगर रिजर्व के गाइड मनोज कुमार द्विवेदी को सर्वश्रेष्ठ वन्यजीव गाइड का नेशनल अवार्ड मिला है। दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित भव्य समारोह में केन्द्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने उप राष्ट्रपति बेंकैया नायडू की मौजूदगी में पन्ना के प्रतिभावान गाइड मनोज को पुरूस्कृत करते हुये सम्मानित किया है। मनोज को सर्वश्रेष्ठ वन्यजीव गाइड का पुरूस्कार मिलने से पन्ना टाईगर रिजर्व के सभी गाइड जहां हर्षित और उत्साहित हैं, वहीं इस राष्ट्रीय सम्मान से पन्ना टाईगर रिजर्व का भी मान बढ़ा है।
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गाइड मनोज कुमार द्विवेदी |
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा यह पुरूस्कार हर वर्ष दिया जाता है। जिसके लिये देशभर के वन्यजीव गाइडों में से सर्वश्रेष्ठ गाइड का चयन होता है। पन्ना टाईगर रिजर्व के गाइड मनोज को वर्ष 2017-18 को लिये यह पुरूस्कार प्रदान किया गया है। देशी व विदेशी सभी तरह के पर्यटकों को प्रकृति, पर्यावरण व वन्यजीवों के बारे में अपनी अनूठी शैली में जानकारी देकर उन्हें प्रभावित करने में दक्ष मनोज की सबसे बड़ी खूबी यह है कि वह निरन्तर कुछ न कुछ नया सीखता है। वन्य प्राणियों, वनस्पतियों व पक्षियों के बारे में गहराई से जानने और समझने की ललक गाइड मनोज में है, जो इन्हें विशिष्ट बनाती है। हिन्दी के अलावा अंग्रेजी भाषा में भी अपने विचारों को प्रकट करने तथा वन्य प्राणियों के संबंध में सटीक व सही जानकारी देने में सक्षम होने के कारण पार्क भ्रमण हेतु आने वाले पर्यटकों की मनोज गाइड पहली पसंद होते हैं। पन्ना टाईगर रिजर्व में विगत कई वर्षों से गाइड के दायित्व का निर्वहन करने वाले मनोज को टाईगर रिजर्व के चप्पे-चप्पे का ज्ञान है। टाईगर रिजर्व के किस क्षेत्र में कौन से वन्य प्राणी के दर्शन हो सकते हैं, इस बात का भी इन्हें खासा अनुभव और इल्म है। यही वजह है कि पर्यटक इन्हें पसंद करते हैं क्योंकि भ्रमण के दौरान पर्यटकों को न सिर्फ विभिन्न प्रजाति के वन्य प्राणी देखने को मिल जाते हैं अपितु उन्हें इन वन्य प्राणियों के संबंध में जानकारी भी मिलती है।
बाघ पुनर्स्थापना में भी रहा योगदान
सफल और लोकप्रिय गाइड होने के साथ-साथ मनोज पर्यावरण और वन्य जीव प्रेमी भी हैं। वर्ष 2009 में पन्ना टाईगर रिजर्व के बाघ विहीन होने पर यहां बाघों को फिर से आबाद करने के लिये जब बाघ पुनर्स्थापना योजना शुरू हुई, तो इसे कामयाब बनाने में पन्ना टीम के साथ मनोज गाइड ने भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। बल्चर गणना व उनके संरक्षण कार्य में भी इनकी अच्छी भागीदारी रही है। पर्यटकों से अच्छा व्यवहार, पार्क प्रबन्धन से बेहतर तालमेल तथा जंगल का ज्ञान मनोज को विशिष्टता प्रदान करती है। यही वजह है कि इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ वन्य जीव गाइड के सम्मान से नवाजा गया है।
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