- तीन दिवसीय ओशो महोत्सव का जबलपुर में भव्य शुभारम्भ
जबलपुर। राज्य शासन द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ओशो महोत्सव का आज यहाँ भव्य समारोह में शुभारम्भ किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि संभागायुक्त श्री रविन्द्र कुमार मिश्रा थे। समारोह की अध्यक्षता महापौर डॉ स्वाति गोडबोले ने की। विधायक श्री विनय सक्सेना, डॉ. राजेश धीरावाणी, आलोक मिश्रा, कृष्ण वेदांता, कपिल तिवारी, सीमा कपूर, डॉ नसरत मेहंदी, आलोक मिश्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में मंचासीन थे। समारोह में ओशो महोत्सव का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
ओशो महोत्सव के शुभारंभ समारोह के प्रारम्भ में कलेक्टर श्री भरत यादव ने पहली बार शासकीय स्तर पर आयोजित किये जा रहे इस महोत्सव में देश-विदेश से आये ओशो भक्तों का स्वागत किया। उन्होंने कहा की ओशो महोत्सव से आचार्य रजनीश की कर्मभूमि रहे जबलपुर को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी और इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
महापौर डॉ स्वाति गोडबोले ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अपने विचार व्यक्त करते हुए ओशो महोत्सव के आयोजन को जबलपुर वासियों के लिए गौरव बताया। महोत्सव में आये ओशो भक्तों का शहरवासियों की ओर से स्वागत करते हुए महापौर ने कहा कि माँ नर्मदा के गोद में बसे जबलपुर को आचार्य रजनीश ने अपनी कर्मस्थली बनाया, यहाँ शिक्षा ग्रहण की और ज्ञान प्राप्त करने के बाद समूचे विश्व को अपने विचारों से आलोकित किया तथा इस शहर को विशिष्ट पहचान दिलाई।
समारोह के मुख्य अतिथि संभागायुक्त श्री रविन्द्र कुमार मिश्रा ने आचार्य रजनीश की कर्मभूमि पर ओशो महोत्सव के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ओशो ने अपने विचारों की क्रान्ति से समूचे विश्व को आलोकित किया है।
संभागायुक्त ने देश में स्थित सभी ओशो ध्यान केन्द्रों को प्रकाश पुंज बताया। उन्होंने कहा कि ध्यान से प्रयोग की शैली विश्व में आचार्य रजनीश ने ही विकसित की। श्री मिश्रा ने महोत्सव में आये ओशो भक्तों का स्वागत करते हुए कहा कि महोत्सव जबलपुर को नई पहचान देगा और इससे पर्यटन की गतिविधियां भी बढ़ेंगी।
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