पन्ना। मन्दिरों का शहर पन्ना इन दिनों भीषण शीत लहर की चपेट में है। बर्फीली हवाओं के चलने से ठण्ड के तेवर आक्रामक हो रहे हैं, जिससे आम जन जीवन जहाँ बुरी तरह से प्रभावित हुआ है,वहीँ पशु-पक्षी भी ठण्ड से हैरान और परेशान हैं। आलम यह है कि विपरीत स्वभाव वाले प्राणी भी इस कड़ाके की ठण्ड में बदली परिस्थितियों के चलते आपसी वैर भाव भूलकर शीतलहर से बचने का उपाय ढूंढ रहे हैं।
पन्ना में भीषण ठण्ड व बर्फीली हवाओं के चलते तापमान का पारा 4 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुँचा है। पेड़-पौधों पर ओस की बूँदें जमने लगी हैं जिससे पौधों पर सफेदी नजर आती है। सुबह जल्दी उठने वाले लोग भी 9 बजे के पहले रजाई नहीं छोड़ रहे। सबसे बुरी दशा रोज कमाने वाले गरीब मजदूरों की है, जिन्हें इस हाड़ कंपा देने वाली शीत लहर में ठिठुरना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि विगत एक सप्ताह से ठण्ड का दौर शुरू हुआ है जो निरन्तर बढ़ता ही जा रहा है। बीते तीन दिनों से तो ठण्ड भीषण शीतलहर में तब्दील हो चुकी है, फलस्वरूप दिन में भी ठिठुरन बनी रहती है। इस भीषण ठण्ड से बचाव के लिये शहर के सार्वजनिक महत्व वाले स्थानों पर प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है। लेकिन यह व्यवस्था भीषण ठण्ड और शीतलहर को देखते हुये नाकाफी है। बस स्टैण्ड व जिला अस्पताल जैसी जगहों पर लोग ठिठुरते रहते हैं।
उल्लेखनीय है कि विगत एक सप्ताह से ठण्ड का दौर शुरू हुआ है जो निरन्तर बढ़ता ही जा रहा है। बीते तीन दिनों से तो ठण्ड भीषण शीतलहर में तब्दील हो चुकी है, फलस्वरूप दिन में भी ठिठुरन बनी रहती है। इस भीषण ठण्ड से बचाव के लिये शहर के सार्वजनिक महत्व वाले स्थानों पर प्रशासन द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है। लेकिन यह व्यवस्था भीषण ठण्ड और शीतलहर को देखते हुये नाकाफी है। बस स्टैण्ड व जिला अस्पताल जैसी जगहों पर लोग ठिठुरते रहते हैं।
इस शीतलहर का घरेलू कामकाजी महिलाओं की दिनचर्या में जहां खासा असर पड़ा है, वहीं सरकारी कामकाज भी ठण्ड से प्रभावित हो रहा है। सरकारी दफ्तरों का आलम यह है कि ज्यादातर कर्मचारी किसी न किसी बहाने अपनी सीट छोड़कर धूप में नजर आते हैं। कई दफ्तरों में तो बैठकें आदि भी धूप में आयोजित हो रही हैं। बर्फीली हवाओं के तीखे तेवरों का असर माॄनग वॉक के शौकीनों पर भी पड़ा है। सुबह 5 बजे से ताजी हवा खाने व चहल कदमी करने के लिये सैर पर निकलने वाले लोग अब कम ही नजर आते हैं।
शहर में इन्द्रपुरी कालोनी के निकट से गुजरे बाईपास मार्ग, अजयगढ़ रोड, चौपड़ा मन्दिर मार्ग, पहाड़कोठी व अमानगंज घाटी मार्ग पर प्रतिदिन सुबह सैकड़ों लोग सैर पर जाते रहे हैं। लेकिन विगत 4-5 दिनों से इक्के-दुक्के दुस्साहसी लोग ही गर्म कपड़ों से ढँके मुंदे नजर आते हैं। ज्यादातर लोगों की दिनचर्या इस भीषण शीतलहर में सुबह 9 बजे के बाद ही शुरू होती है तथा शाम के समय भी ज्यादातर लोग जल्दी ही घर की तरफ रूख कर रहे हैं।
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