Wednesday, January 29, 2020

जनसहयोग से पन्ना जिला होगा कुपोषण से मुक्त: कलेक्टर

  •   कामयाबी के लिये जन जागरण व जन समर्थन जरूरी 
  •   युवाओं की टीम ने 50 कुपोषित बच्चों को लिया गोद


संकल्प गार्डेन में आयोजित कार्यक्रम में मंचासीन अतिथि। 

अरुण सिंह,पन्ना। किसी भी बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिये जन जागरण व जन समर्थन जरूरी होता है। अकेले सरकारी योजनाओं व कार्यक्रमों के माध्यम से शत-प्रतिशत कामयाबी हासिल करना संभव नहीं होता। कुपोषण के मामले में भी यह बात लागू होती है। यही वजह है कि जिले से कुपोषण की समस्या को जड़ मूल से खत्म करने के लिये संजीवनी अभियान के माध्यम से आम जनता का सहयोग हासिल करने के साथ-साथ जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है। इसके बड़े ही उत्साहजनक और सार्थक नतीजे आने शुरू हुये हैं। यह बात कलेक्टर पन्ना कर्मवीर शर्मा ने संकल्प गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन के जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को तभी शत-प्रतिशत सफल किया जा सकता है जब उसमें आम जन का सहयोग मिले। पन्ना जिले में जब हमारे सामने कुपोषण की गंभीर होती समस्या की बात सामने लाई गई तो उसी समय से कुपोषण को खत्म करने बावत् मेरे मन में चिंतन शुरू हुआ। विचार मंथन के बाद कुपोषण के कलंक को जिले से मिटाने के लिये संजीवनी अभियान शुरू किया गया। जिसमें जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों व आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिये भी पहल की गई। इसका परिणाम यह हुआ कि बड़ी संख्या में लोग स्वप्रेरणा से आगे आकर कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उन्हें सुपोषित बनाने की मुहिम में जुडऩे लगे। संजीवनी अभियान पन्ना जिले में अब एक जन अभियान बन चुका है जिससे दूरदराज ग्रामीण अंचलों में भी कुपोषण के प्रति लोगों में जागरूकता आई है। कलेक्टर ने कार्यक्रम के आयोजक युवक कांग्रेस नेता वैभव थापक व उनकी टीम के प्रयासों तथा 50 कुपोषित बच्चों को गोद लिये जाने की अनुकरणीय पहल को सराहा और कहा कि इससे निश्चित ही इस अभियान को और गति मिलेगी।

कार्यक्रम में मौजूद आँगनबाड़ी कार्यता, कुपोषित बच्चे व  परिजन।
कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण के साथ किया गया। कलेक्टर श्री शर्मा ने कहा कि जब कुछ दिन पहले बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संबंधी एक कार्यशाला आयोजित की गई तो उसमें बड़ी संख्या में जिले के दूरस्थ अंचलो से भी जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिकों ने पहुंच कर कुपोषण से ग्रसित बच्चों को गोद लेने एवं उनकी सेहत की देख-रेख करने की घोषणा की। उस दिन की गई घोषणा को चरित्रार्थ करने का काम श्री थापक और उनकी टीम द्वारा किया गया है जो अत्यंत ही सराहनीय है। उन्होने कहा कि अब इसमें किसी भी तरह की शंका नहीं है कि पन्ना को कुपोषण से मुक्त करने का अभियान एक जन आंदोलन बन चुका है इसलिये अब कामयाबी निश्चित है। उन्होने कार्यक्रम आयोजक वैभव थापक को भगवान जुगल किशोर की प्रतिमा भी एक स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। इस दौरान पन्ना ग्रामीण एवं अजयगढ़ क्षेत्र की विभिन्न आँगनबाड़ी केन्द्रों में दर्ज कुपोषित बच्चे जिनकी संख्या 50 थी उनको अलग-अलग लोगों ने गोद लेने की रस्म अदायगी करते हुये उन्हे पोषण आहार भी भेंट किया। कार्यक्रम को वरिष्ठ नेता रामकिशोर मिश्रा, पं. मुरारी लाल थापक, शिवजीत सिंह, मीना सिंह यादव, लक्ष्मी दहायत, मनीष मिश्रा, अनीष खान, मंगला भाले, सत्यजीत सिंह, देवीप्रसाद दीक्षित, युसुफ बेग, संतोष तिवारी, धीरेन्द्र पाठक, विवेक व्यास आदि लोगों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी ऊदल सिंह, शीला सिंह परिहार, सहायक संचालक ज्योति पाण्डेय, अशोक विश्वकर्मा, गौरव चंसोरिया, आशीष शर्मा, करूणा अवस्थी, सुनील अवस्थी, शशिकांत दीक्षित, पुरूषोत्तम जडिय़ा, डॉ.प्रमोद श्रीवास्तव, हीरालाल विश्वकर्मा, राजेन्द्र कुमार धामी, गणेश जडिय़ा, पवन पाठक, महेश सिंह परमार, सुन्दरलाल रैकवार, अज्जू गर्ग, जगतपाल सिंह, अक्षय जैन, पूनम मिश्रा, बहादुर सिंह, राजाबाबू पटेल, सुनील रजक, सत्यम उपाध्याय, छोटू त्रिपाठी, सौरभ रैकवार, अंकित पाराशर, रियासत खान, विमलेश सेन, रोहित शर्मा, सिद्धार्थ शर्मा, अनुराग मिश्रा, आनंद बाजपेई, अलोक शर्मा, विकास तिवारी, प्रतीक परमार, निखिल, सुभांश तिवारी, कामता नगायच, सुरेन्द्र सेन, सुन्दरम गर्ग, राहुल तिवारी, शरद शर्मा सहित काफी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका उपस्थित रही। कार्यक्रम का  सफल संचालन आयुषी चौरसिया द्वारा किया गया।
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