Thursday, November 12, 2020

कोरोना महामारी के बीच पन्ना में स्क्रब टाइफस ने दी दस्तक

  •  बीमारी से दो की हो चुकी है मौत व दो अन्य मिले संक्रमित 
  •  जाँच हेतु चिकित्सकों की तीन सदस्यीय टीम पहुँची पन्ना 


अरुण सिंह,पन्ना।
कोरोना महामारी के संकट से अभी निजात मिली नहीं और एक दूसरी खतरनाक बीमारी ने मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में दस्तक दे दी है। स्क्रब टाइफस नाम की इस बीमारी ने पन्ना जिले में दो लोगों की जान ले ली है तथा दो अन्य लोग इससे संक्रमित बताए जा रहे हैं। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने इस गंभीर बीमारी के संक्रमण की सूचना उच्चाधिकारियों को दी। जिस पर त्वरित कार्यवाही के लिए भोपाल से इन्ट्रोलॉजिस्ट की तीन सदस्यीय टीम को पन्ना भेजा गया है और संक्रमित व्यक्तियों के घर व आसपास के क्षेत्र में सघन जांच शुरू की गई है। हालांकि अन्य लोगों में अभी तक बीमारी के लक्षण नहीं मिले हैं लेकिन एहतियाती तौर पर संक्रमित क्षेत्र में पाए जाने वाले चूहों को पकडकर जाँच की जा रही है। 


जाँच हेतु भोपाल से पन्ना पहुंची तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम।  

इस संबंध में जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एल.के. तिवारी ने बताया कि यह बीमारी बेहद गंभीर है। सामान्य तौर पर चूहों के शरीर पर पाए जाने वाले जीवाणु के कारण यह बीमारी होती है। इस बीमारी में सामान्य बुखार के साथ शरीर में छोटो-छोटे दाने, चकत्ते होते हैं। ऐसा होने पर लोगों को तुरंत ही उपचार कराना चाहिए। समय पर उपचार होने से बीमारी 5 दिन में ही ठीक हो जाती है। लेकिन कई बार जानकारी देर से होने पर यह जानलेवा भी सिद्ध होती है। उन्होंने बताया कि पन्ना में अजयगढ़, अमानगंज व पवई के ग्रामीण इलाकों में मरीज मिले थे। जिन्हें उपचार हेतु जबलपुर भेजा गया था। जहां जांच में उनमें स्क्रब टाइफस संक्रमण मिला। उन्होंने बताया कि इन मामलों की सूचना भोपाल भेजी गई थी और भोपाल से टीम आई हुई है। यह संक्रमण अधिक न फैले इसके लिए संक्रमित क्षेत्र में कई लोगों के सेंपल लिए गये हैं, जिनकी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि यदि घर में चूहे हैं और किसी को बुखार व अन्य लक्षण दिख रहे हैं, तो उपचार करायें। उन्होंने कहा कि लोग साफ-सफाई का ध्यान रखें, इससे ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। स्टेट इन्ट्रोलॉजिस्ट शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि स्क्रब टाइफस बीमारी चूहों के संक्रमित पिस्सुओं के काटने से होती है। अजयगढ़ ब्लॉक में दो केस दर्ज हुए हैं, संक्रमित क्षेत्र से चूहों के सेम्पल लेकर जाँच हेतु लैब भेजा जा रहा है ताकि पता चल सके कि यह बीमारी कैसे व कहाँ से फैली। 

कैसे फैलती है स्क्रब टाइफस की बीमारी

स्क्रब टाइफस का बुखार खतरनाक जीवाणु जिसे रिकटेशिया  (संक्रमित माइट, पिस्सू) कहा जाता है, के काटने से फैलता है। यह जीवाणु लंबी घास व झाडय़िों में रहने वाले चूहों के शरीर पर रहने वाले पिस्सुओं में पनपता है और पिस्सुओं के काटने से यह बीमारी होती है। इस बीमारी के होने का खतरा उन लोगों को अधिक होता है जो बरसात के दिनों में खेती-बाड़ी या कृषि संबंधी कार्य करने के लिए खेतों में जाते हैं।

 इस रोग से कैसे करें बचाव

 स्क्रब टायफस बीमारी से बचाव के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनकर खेतों में जाएं क्योंकि स्क्रब टायफस फैलाने वाला पिस्सू शरीर के खुले भागों को ही काटता है। घरों के आसपास खरपतवार इत्यादि न उगने दें व शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखें। खुली त्वचा को सुरक्षित रखने के लिए माइट रिपेलेंट क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

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