Thursday, January 21, 2021

वन मंत्री ने तालगांव में किया बाघिन का दीदार

  •  पन्ना टाइगर रिजर्व को वन्य प्राणी उपचार केंद्र की दी सौगात 
  •  हिनौता हाथी कैंप में हथनी रूपकली के बच्चे का किया नामकरण 
  •  पन्ना में बाघों के बढ़ते कुनबे व संरक्षण कार्य को वन मंत्री ने सराहा 

पन्ना टाइगर रिजर्व के हिनौता गेट में  पत्रकारों से चर्चा करते हुए वन मंत्री विजय शाह। 

।। अरुण सिंह ।। 

पन्ना। मध्यप्रदेश के वन मंत्री विजय शाह ने पन्ना प्रवास के दौरान आज सुबह पन्ना टाइगर रिजर्व में तालगांव के निकट बाघिन का दीदार   किया। पार्क भ्रमण से पूर्व वन मंत्री सुबह सबसे पहले हिनौता हाथी कैंप में पहुंचकर हथनी रूपकली के मादा बच्चे का नामकरण किया। इस हथिनी ने विगत 4 माह पूर्व 18 सितंबर 20 को यहां मादा बच्चे को जन्म दिया था। वन मंत्री विजय शाह ने हिनौता हाथी कैंप में चहल कदमी करने वाले इस चंचल और शरारती मादा बच्चे को कर्णावती नाम दिया। यहां हाथियों को केला और गुड़ खिलाने के बाद वन मंत्री पार्क भ्रमण पर निकल गये।

पार्क भ्रमण के बाद हिनौता प्रवेश द्वार पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए वन मंत्री विजय शाह ने पन्ना टाइगर रिजर्व के शून्य से 65 तक के सफर को बड़ी उपलब्धि बताया। आपने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब यह कहा जाता था कि पन्ना में टाइगर बताओ और इनाम पाओ, लेकिन आज हम बड़े गर्व से कह सकते हैं कि प्रदेश में यदि 526 बाघ हैं तो 65 बाघ पन्ना टाइगर रिजर्व में हैं। शून्य से शुरुआत कर इस मुकाम तक पहुंचना कोई साधारण कार्य नहीं है। पन्ना को फिर से आबाद करने में आर. श्रीनिवास मूर्ति जैसे वन अधिकारियों का सराहनीय योगदान रहा है,जो अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं। श्री मूर्ति के अलावा पन्ना टाइगर रिज़र्व को यहां तक पहुंचाने में अपना योगदान देने वाले कई वन अधिकारी आज यहां मौजूद हैं। पेंच टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक विक्रम सिंह परिहार जिन्होंने श्री मूर्ति के साथ मिलकर पन्ना के खोये हुए गौरव को वापस दिलाया तथा प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) आलोक कुमार ने भी बतौर क्षेत्र संचालक टाइगर रिजर्व को आगे ले जाने में अथक प्रयास किया है। मैं इन सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के योगदान की सराहना करता हूं।


वन्य प्राणी उपचार केंद्र के निर्माण हेतु भूमि पूजन व शिलान्यास के अवसर का चित्र। 

वन मंत्री श्री शाह ने बड़े उत्साह के साथ बताया कि आज हमारे प्रदेश को टाइगर स्टेट के साथ-साथ लेपर्ड स्टेट का दर्जा मिला है। यह उपलब्धि निश्चित ही वन अधिकारियों व कर्मचारियों के अथक श्रम व संरक्षण को जाता है। श्री शाह ने कहा कि हमें पूरा भरोसा है कि आने वाले समय में हम गिद्धों और घडय़िालों के संरक्षण में भी नंबर वन रहेंगे। वन मंत्री ने बताया कि बफर में सफर योजना के तहत जल्दी ही पन्ना में भी लोग हॉट एयर बैलून सफारी का लुफ्त उठा सकेंगे। इस अभिनव योजना को मूर्त रूप देने तथा बफर क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तीन दिन की कार्यशाला खजुराहो में आयोजित की गई है। पन्ना प्रवास के दौरान वन मंत्री ने बडौर के पास वन्य प्राणी उपचार केंद्र के निर्माण हेतु भूमि पूजन व शिलान्यास भी किया। इस केंद्र की सौगात मिलने से घायल व बीमार वन्य प्राणियों को समय पर समुचित उपचार की सुविधा मिल सकेगी। भूमि पूजन के उपरांत वन मंत्री तकरीबन 2:30 बजे पन्ना से खजुराहो के लिए रवाना हो गये।

कुंजवन से गेट खोले जाने की हुई मांग


कांग्रेस के नेता वन मंत्री से चर्चा करते हुए साथ में ग्रामीण। 

वन मंत्री के पन्ना प्रवास के दौरान कांग्रेस नेता शिवजीत सिंह के नेतृत्व में पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र के गांवों से विस्थापित सैकड़ो लोगो ने वन मंत्री विजय शाह को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने रहने व खेती के लिए जमीन का पट्टा, सहित मूलभूत सुविधायें दिलवाने की मांग की। इसके अलावा वन एवं राजस्व की जमीन का सीमांकन कराकर बंद पड़ी हीरा एवं पत्थर खदानों पुन: संचालित कराने तथा वन विभाग के अंदर जो ग्राम आते हैं, उन गांवों में बिजली,पानी, वनभूमि पट्टा एवं हरसा से झिन्ना तक पक्की सड़क बनाये जाने व पन्ना  टाइगर रिजर्व के भ्रमण हेतु प्रवेश द्वार कुंजवन से खोले जाने की मांग की गई। कुंजवन से गेट खुलने पर पार्क भ्रमण हेतु आने वाले पर्यटक पन्ना आयेंगे जिसका लाभ पन्ना को मिलेगा। 

अवैध वन कटाई की कराई जाये जाँच 


वन मंत्री से चर्चा करते योगेन्द्र भदौरिया। 

जिले के उत्तर वन मंडल क्षेत्र में बड़े पैमाने पर हुई वनों की कटाई तथा अवैध रूप से चल रही हीरा खदानों की जाँच कराने के सम्बन्ध में भी वन मंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। योगेन्द्र भदौरिया की अगुआई में सौंपे गये इस ज्ञापन के दौरान भाजपा के कई नेता भी मौजूद रहे। वन मंत्री से अनुरोध किया गया कि पुराना पन्ना स्थित बाई पास रोड, टपरियन - बड़ी देवी मार्ग एवं झिन्ना से आने वाले मार्ग पर सीसीटीव्ही कैमरे लगवाये जायें, ताकि अवैध वन कटाई में लिप्त लोगों की पहचान हो सके। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि वन व वन्य प्राणियों के संरक्षण में रूचि रखने वाले ईमानदार और कर्मठ वन अधिकारियों की पदस्थापना उत्तर वन मंडल में की जाये जो तेजी से उजड़ रहे जंगल को सहेज सकें।

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