- बाघिन पी-234 (23) ने दिया तीन शावकों को जन्म
- कैमरा ट्रैप में पहली बार टहलते नजर आये तीनों शावक
।। अरुण सिंह ।।जंगल में चहल - कदमी करते बाघ शावक कैमरा ट्रैप में हुए कैप्चर।
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से आज फिर एक बड़ी खुशखबरी मिली है। यहां बाघिन पी-234 (23) ने तीन नन्हे शावकों को जन्म दिया है। ये शावक दो से तीन माह के हो चुके हैं और अपनी मां के साथ चहल कदमी भी करने लगे हैं। पहली बार इन नन्हे शावकों के फोटो कैमरा ट्रैप में आये हैं, जिन्हें क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व उत्तम कुमार शर्मा द्वारा आज जारी किया गया।
क्षेत्र संचालक श्री शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि बाघिन पी-234(23) पन्ना में ही जन्मी और यहीं पर पली बढी है। लगभग साढे तीन वर्ष की इस युवा बाघिन ने कोर क्षेत्र से बाहर अकोला बफर को अपना नया ठिकाना बनाया है। यहीं पर इस बाघिन ने पहली बार तीन शावकों को जन्म दिया है। श्री शर्मा ने बताया कि तीनों शावक 2 से 3 माह के हो चुके हैं तथा पूर्णरूपेण स्वस्थ हैं। अकोला बफर क्षेत्र के जंगल में तीनों शावक अब अपनी मां के साथ चहल कदमी करते हुए नजर आने लगे हैं। इन नन्हें मेहमानों के आने से पन्ना टाइगर रिजर्व में जहां खुशी का माहौल है, वहीं अकोला बफर क्षेत्र का आकर्षण और बढ़ गया है।
मालूम हो कि पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र से लगे अकोला बफर को विगत दो-तीन वर्षों से सुरक्षित और संरक्षित कर बाघों के अनुकूल विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके उत्साहजनक परिणाम सामने आने लगे हैं। कोर से लगे बफर के इस जंगल में अब न सिर्फ कई बाघ विचरण करते हैं अपितु अब तो यहां ब्रीडिंग भी होने लगी है। इस कामयाबी से पार्क प्रबंधन अत्यधिक उत्साहित है तथा अकोला बफर की ही तर्ज पर अन्य क्षेत्रों को भी विकसित करने की योजना बना रहा है। ताकि कोर क्षेत्र में बाघों की बढ़ती आबादी को बफर के जंगल में अनुकूल माहौल व ठिकाना मिल सके।
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