- आपदा प्रबंधन समिति की हुई बैठक में मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने दिए निर्देश
- कलेक्टर ने कहा कोरोना संक्रमण एवं उपचार के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे
पन्ना जिले में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह। |
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने आज आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में कहा कि कोरोना उपचार संबंधी संसाधनों की कमी नहीं होने दी जाएगी। बैठक में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण, जांच एवं उपचार के संबंध में विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि जिले में कोरोना उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं होना चाहिए। यदि किसी भी संसाधन जैसे ऑक्सीजन, दवा किट आदि की कमी हो तो मांग भेजने के साथ मुझे भेजें, जिससे तुरंत आवश्यकताओं की पूर्ति की जा सके। इस अवसर पर कलेक्टर संजय कुमार मिश्र द्वारा बताया गया कि वर्तमान में सभी आवश्यक उपकरण एवं दवाएं उपलब्ध हैं। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
मंत्री श्री सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में फीवर क्लीनिकों की संख्या बढाने के साथ अधिक से अधिक नमूने प्राप्त कर जांच की जाए। प्रत्येक संक्रमित पाए जाने वाले व्यक्ति को तुरंत आइसोलेट करने के साथ आवश्यक उपचार एवं देखरेख की व्यवस्था की जाए। यदि किसी परिवार में होम आइसोलेट होने की व्यवस्था नहीं है तो उन्हें कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट करने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.पी. आर्या से कहा कि यदि चिकित्सालय में दवाओं की कमी हो तो निजी बाजार से दवा खरीदने के लिए प्रस्ताव जिला कलेक्टर को प्रस्तुत करें। इसी प्रकार अन्य सामग्री जिसकी आपूर्ति राज्य स्तर से आवश्यकतानुसार नहीं हो पा रही है उसे भी निजी क्षेत्र के बेण्डर से क्रय करने की कार्यवाही की जाए। उपचार के अभाव में अनावश्यक किसी भी मरीज को जिले से बाहर न जाना पडे। जांच के लिए आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की जांच की जाए। चिकित्सालय के कोविड वार्ड में पर्याप्त संख्या में वार्ड वाय लगाए जाएं। जिससे किसी भी मरीज को असुविधा का सामना न करना पडे। नगर में प्रायवेट पैथालॉजी खुलवाई जाए।
कलेक्टर श्री मिश्र ने बताया कि जिले में अभी तक दुकानों को एवं अन्य गतिविधियों को जो छूट दी गयी थी उसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। अब केवल दूध डेयरी प्रात: 6 बजे से प्रात: 10 बजे तक एवं शाम को 4 बजे से 7 बजे तक खोलने की अनुमति दी गयी है। गरीब व्यक्तियों को भोजन के लिए दीनदयाल रसोई में व्यवस्था की गयी है। नगरीय क्षेत्र में घर - घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच कराई जाएगी। यदि कोई भी कोरोना संबंधी संदेहस्पद मरीज मिलता है तो उसके सेम्पल लिए जाएंगे। अनावश्यक घरों से कोई भी व्यक्ति नहीं निकल सकेगा। पुलिस को पूरी छूट दी गयी है कि अनावश्यक घूमते हुए पाए जाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही करें। बसों में कम से कम सवारियां बैठाई जाएं, इसके भी निर्देश दिए गए हैं। सम्पन्न हुई बैठक में पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बालागुरू के, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी.पी. आर्या के साथ आपदा प्रबंधन समिति के शासकीय एवं अशासकीय सदस्य उपस्थित रहे।
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