- सैकड़ों की संख्या में पेड़ हुए धरासायी, घंटों आवागमन रहा बाधित
- आकाशीय बिजली ने भी ढाया कहर, मंदिर का गुम्मद क्षतिग्रस्त
।। अरुण सिंह ।।
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में ताऊते तूफान के कारण बुद्धवार की शाम लगभग 3 बजे आए आंधी तूफान ने जमकर उत्पात मचाया है। झमाझम तेज वारिश के साथ भीषण आंधी ने एक घण्टे से भी अधिक समय तक अपना रौद्र रूप दिखाया, जिसके चलते यहां सैकड़ों पेड़ जहाँ धराशायी हो गए वहीँ विद्युत व्यवस्था भी ठप्प हो गई। कई प्रमुख मार्गों पर पेड़ गिरने से यातायात अवरुद्ध रहा। तेज आंधी और बारिश ने जिले के ग्रामीण अंचलों में भी तबाही मचाई है, कई जगह पेड़ों के गिरने से नुकसान की खबर है। खरीदी केंद्रों में खुले में रखा हजारों क्विंटल गेहूं भीग गया है।
उल्लेखनीय है कि दोपहर 2 बजे तक मौसम सामान्य था, आकाश में सिर्फ बादल नजर आ रहे थे। जिन्हे देखकर यह अनुमान लगा पाना मुश्किल था कि कुछ ही देर में भीषण तबाही मचने वाली है। देखते ही देखते बूंदाबांदी शुरू हुई तथा हवाएं भी चलने लगीं। लेकिन यह क्या हवाओं ने रौद्र रूप धारण कर लिया तथा बारिश ने भी रफ़्तार पकड़ ली। भीषण आंधी और झमाझम बारिश ने ऐसा तांडव मचाया कि बड़े - बड़े पेड़ चरमराकर गिरने लगे, पानी लोगों के घरों में घुसने लगा। इस तांडव के बीच ही बिजली भी चली गई जिससे घुप्प अँधेरा छा गया। बारिश इतनी तेज थी कि शहर के निकट से गुजरने वाली किलकिला नदी जो रूखी - सूखी पड़ी थी उसमें जलधार प्रवाहित होने लगी है। तेज आंधी के कारण कई घरों के छप्पर उड़ गए, शायद ही कोई बड़ा और पुराना पेड़ सुरक्षित बचा हो जिसे क्षति न पहुंची हो। किसी की डाल टूटी तो कोई जड़मूल से ही धरासायी हो गया। पेड़ गिरने से बिजली की लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
बुद्धवार की शाम आंधी और बारिश का ऐसा खतरनाक नजारा लोगों ने देखा जो इसके पहले शायद ही कभी देखा हो। यह तबाही पन्ना शहर के अलावा जिले के अजयगढ़,पवई, शाहनगर, गुनौर, देवेंद्रनगर, ककरहटी, अमानगंज सहित सभी जगह देखने को मिला। माकूल सुरक्षा इंतजाम न होने के कारण जिले के अधिकांश खरीदी केंद्रों में भी बर्बादी का मंजर दिखाई दिया। हजारों कुन्टल गेंहू बारिश में तर बतर हो गया। शहर में अजयगढ़ चौराहा से इन्द्रपुरी जाने वाले मार्ग में डॉ.एच.एन. शर्मा जी के क्लीनिक के बगल में पुराना विशालकाय पीपल का वृक्ष धरासायी हो गया जिससे बिजली की लाइन भी टूट गई। इसे सुधारने में घण्टों विजली कर्मचारियों को मशक्कत करनी पड़ी। रात 10 बजे के बाद इंद्रपुरी क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति हो पायी, तब तक यह क्षेत्र अँधेरे में डूबा रहा।
जगह - जगह पेड़ गिरने से कई मार्गों पर आवागमन भी बाधित रहा। पन्ना - पहाड़ीखेरा मार्ग पर सड़कों में पेड़ गिरे नजर आये। पन्ना - अजयगढ़ मार्ग पर भी कई जगह पेड़ गिरे जिससे वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं। घंटों की मशक्कत के बाद मार्गों पर आवागमन बहाल हो सका। जिले के कई इलाकों में आकाशीय बिजली का कहर भी दिखाई दिया। ककरहटी में मंदिर के ऊपर बिजली गिरी जिससे मंदिर का गुम्मद क्षतिग्रस्त हुआ है। इसी तरह पवई क्षेत्र के गुड़मनिया गांव में बिजली गिरने की जानकारी मिली है। यहाँ पर बिजली की चपेट में आकर गो वंशीय पशुओं के मरने की खबर है। आंधी से आम की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है, पेड़ों के नीचे आम बिछे नजर आये।
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