Saturday, August 14, 2021

चोरियों व नकबजनी में शामिल शातिर चोर गिरोह के 5 सदस्य गिरफ्तार

  • आरोपियों के कब्जे से 08 किलो चाँदी, 58 ग्राम सोने के आभूषण, नगद 15700 रूपये एवं 02 भरतल बंदूक कीमती करीब 30 हजार रूपये कुल कीमत लगभग  09 लाख 07 हजार रूपये का हुआ बरामद। मामले के 03 आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है। 

अंत्तर्राज्यीय चोर गिरोह द्वारा घटित वारदातों की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक तथा बरामद सामग्री। 

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में अलग-अलग थानों क्षेत्रों में चोरी और नकबजनी की वारदातों को अंजाम देने वाले अंत्तर्राज्यीय चोर गिरोह के 05 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस द्वारा 08 किलो चाँदी, 58 ग्राम सोने के आभूषण, नगद 15700 रूपये सहित 02 भरतल बंदूक कीमती करीब 30 हजार रूपये कुल कीमत लगभग  09 लाख 07 हजार रूपये का सामान बरामद किया गया है। इस शातिर गिरोह के तीन आरोपी फरार हैं जिनकी सरगर्मी से पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है। 

पुलिस अधीक्षक पन्ना ने आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि  जिले में हाल में हुई चोरियों की वारदातों को गंभीरता से लेते हुये चोरियों के अपराधों के खुलासे एवं आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अजयगढ़  बी.एस.परिहार के मार्गदर्शन एवं थाना प्रभारी अजयगढ़ निरीक्षक अरविन्द कुजूर के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई थी। पुलिस टीम में थाना प्रभारी धरमपुर उनि सुधीर बैगी एवं पुलिस सायबर सेल टीम पन्ना को शामिल किया गया ।  पुलिस टीम को चोरियों का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक पन्ना द्वारा दिये गये निर्देशों का उक्त पुलिस टीम द्वारा पालन करते हुये पूर्व में इस तरीके की वारदातों को अंजाम देने वाले संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित किया जाकर उनके बारे में जानकारी एकत्रित करते हुये चिन्हित व्यक्तियो की गतिविधियों पर लगातार नजर रखी गयी। आरोपियों की पतारसी एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीम द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया जाकर पुलिस सायबर सेल से जानकारी लेते हुये मामलों के खुलासा एवं आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये गये। 

शुक्रवार 13 अगस्त को थाना प्रभारी अजयगढ़ को मुखबिर द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि चोरी व नकबजनी की घटनाओ में शामिल संदिग्ध व्यक्ति चोरी करने के उद्देश्य से ग्राम पिस्टा में एक घर में छिपे हुये हैं। थाना प्रभारी अजयगढ़ द्वारा मुखबिर सूचना को आधार मानते हुये सायबर सेल से जानकारी लेकर मुखबिर के बताये स्थान ग्राम पिस्टा पहुँचकर घर की घेराबन्दी की गई। पुलिस को देखकर 05 संदिग्ध व्यक्ति घर से निकल कर भागने लगे, जिन्हे पुलिस टीम द्वारा पुलिस अभिरक्षा में लिया जाकर पूँछताछ की गई। कड़ाई से पूँछताछ किये जाने पर इन्होंने 03 अन्य साथियों के साथ मिलकर चोरी करने की वारदातों को कबूल किया। 

आरोपियों के कब्जे से बरामद हुई भरतल दो बंदूखें। 

आरोपियों ने पन्ना जिले के विभिन्न थानों में दर्ज अपराधो में से थाना अजयगढ़ के अप.क्र. 46/21, 51/21, 64/21, 154/21, 345/21, 377/21, 358/21, थाना धरमपुर के अप.क्र. 145/20, 127/21, 163/21, थाना कोतवाली पन्ना के अप.क्र. 587/21, थाना अमानगंज के अप.क्र. 188/21, 399/21, 68/21, थाना सिमरिया के अप.क्र. 260/21, 253/21, 298/21, 266/21, थाना शाहनगर के अप.क्र. 32/21, 81/21, 83/21 एवं थाना देवेन्द्रनगर के अप.क्र. 266/21 में फरियादियों के घर व दुकानों पर चोरी करने की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर शनिवार 14/08/21 को न्यायालय में पेश किया गया। मामले में 03 अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के बाद पूँछताछ पर पन्ना जिले के अलावा टीकमगढ़, छतरपुर, विदिशा एवं म.प्र. के बाहर अन्य राज्यों में आरोपियों द्वारा चोरी की घटनाओं में खुलासा होने की संभावना है।

आरोपीगण वारदात को इस तरह देते थे अंजाम 

 घटना में शामिल आरोपी मूलत: गाँव-गाँव जाकर फेरी लगाकर खेल तमाशा दिखाकर सामान बेंचते हैं। ये गुदना रचने का काम करने के दौरान गाँव की रैकी करके चोरी करने के लिये घरों को चिन्हित कर लेते हैं। इन लोगों के साथ कुछ स्थानीय व्यक्ति भी शामिल हैं जो इन लोगों को गाँव की रैकी करके चोरी करवाने हेतु बुलाकर योजनाबद्ध तरीके से चोरी की घटना को अंजाम देते हैं।

उक्त सम्पूर्ण कार्यवाही में थाना प्रभारी अजयगढ़ निरीक्षक अरविन्द कुजूर, थाना प्रभारी धरमपुर उनि सुधीर बैगी, सायबर सेल पन्ना से प्र.आर. नीरज रैकवार, राहुल सिंह बघेल , आर. आशीष अवस्थी, धर्मेन्द्र सिंह राजावत, राहुल पाण्डेय, थाना अजयगढ से आर. आइमात सेन का विशेष योगदान रहा। इनके अलावा उनि अनिल सिंह राजपूत, उनि एम.पी. दाहिया, सउनि राजेन्द्र नामदेव, प्र.आर. वृषकेतु रावत, सन्तोष तोमर, आर. सर्वेन्द्र , नरेन्द्र, भूरी सिंह , सुशील मिश्रा , प्रेमनारायण एवं धीरेन्द्र सिंह का भी सराहनीय योगदान रहा।

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