- जिला चिकित्सालय पन्ना में घायल महावत का चल रहा इलाज
- पसली में फ्रैक्चर लेकिन चिकित्सकों ने बताया खतरे से बाहर
हांथी के हमले में घायल महावत जिला चिकित्सालय में इलाज कराते हुए। |
।। अरुण सिंह ।।
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में एक हांथी ने शुक्रवार की शाम महावत पर हमला कर उसे घायल कर दिया है। हांथी के हमले में घायल हुए महावत को आनन-फानन में पन्ना टाइगर रिजर्व की एंबुलेंस से जिला चिकित्सालय पन्ना में भर्ती कराया गया,जहाँ उसका इलाज चल रहा है। महावत की हालत खतरे से बाहर बताई गई है।
क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिज़र्व उत्तम कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पीपरटोला हांथी कैम्प में 6 मई की शाम को प्रहलाद नाम के हांथी ने अचानक महावत मन्नू गोंड के ऊपर हमला कर दिया था, जिससे महावत की पसलियों में चोट आई है। चिकित्सकों ने पसली में फ्रैक्चर बताया है, महावत का सीटी स्केन भी कराया जा रहा है ताकि यदि कोई अंदरूनी चोट है तो उसका पता चल सके। श्री शर्मा ने बताया कि आज सुबह वे और उपसंचालक जिला अस्पताल जाकर घायल महावत से मिले हैं तथा चिकित्सकों से भी चर्चा की है।
महावत हांथियों से इस तरह करते हैं जंगल व वन्य प्राणियों की निगरानी। |
मालुम हो कि पन्ना टाइगर रिज़र्व में हांथियों का पूरा कुनबा है जिसमें छोटे बड़े 14 हांथी हैं। जिनमें ढाई-तीन वर्ष के नन्हे बच्चों सहित दुनिया की सबसे उम्रदराज हथिनी वत्सला शामिल है। जिस हांथी ने महावत के ऊपर हमला कर घायल किया है उसकी उम्र लगभग 6 वर्ष है। इसका जन्म पन्ना टाइगर रिज़र्व में ही हुआ था। इस हांथी को दूसरे प्रशिक्षित हांथियों के साथ रखकर जंगल की रखवाली व वन्य प्राणियों की सुरक्षा के कार्य का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कम उम्र के इस हांथी ने महावत मन्नू गोंड जो कि हांथी की देखभाल भी करता है अचानक उस हमला क्यों बोला, यह अभी रहस्य है। क्षेत्र संचालक श्री शर्मा का कहना है जानवरों और आदमी के बीच के रिश्ते को समझ पाना बेहद मुश्किल है। बेहद प्रतिकूल और कठिन परिस्थतियों में जंगल की रखवाली व वन्य प्राणियों की सुरक्षा का कार्य चुनौतियों से भरा होता है जिसका मुकाबला मैदानी वनकर्मी करते हैं।
पूर्व में भी यह हांथी कर चुका है हमला
शरारती स्वभाव वाला कम उम्र का यह हांथी इसके पूर्व भी एक अन्य महावत पर हमला कर चुका है। सितम्बर 2019 में नर हांथी प्रहलाद जब उसकी उम्र चार साल के लगभग थी उस समय भी इसने महावत विष्णु के ऊपर अचानक हमला कर घायल किया था। इस गुस्साये हांथी ने उस समय महावत को अपनी सूंड़ में लपेट कर न सिर्फ पटक दिया था, अपितु सूंड़ से उसको दबाने का प्रयास भी किया था। गनीमत यह थी कि तब वहां मौजूद दूसरे महावतों ने तत्काल हांथी को रोका और घायल हो चुके महावत को वहां से पृथक किया। विचारणीय बात यह है कि कम उम्र का यह हांथी आखिर क्यों और किन परिस्थितियों में अचानक भड़क उठता है, इस बात की गहराई से छानबीन होनी चाहिये ताकि ऐसे अप्रिय हालात फिर कभी निर्मित न हों।
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