Monday, August 14, 2023

पन्ना जिले के इचोलिया गांव में घर के भीतर घुसा तेंदुआ

  • वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, किया जायेगा रेस्क्यू 
  • तेंदुओं और इंसानों के बीच बढ़ता टकराव चिंता का विषय 



।। अरुण सिंह ।।

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में उत्तर वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र धरमपुर के ग्राम इचोलिया में रात के समय एक तेंदुआ घर के भीतर घुस गया, जिससे गांव में हड़कंप और दहशत का माहौल है। सोमवार की सुबह खबर मिलते ही वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुँच गए हैं तथा तेंदुए को सुरक्षित पकड़ने के लिए सतना से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया है। जिस घर में तेंदुआ घुसा है उसके आसपास लोगों की भारी भीड़ जमा है।  

वन परिक्षेत्राधिकारी धरमपुर नरेश ककोड़िया ने जानकारी देते हुए बताया कि इचोलिया गांव उत्तर प्रदेश की सीमा से लगा हुआ है। आज सुबह तक़रीबन 4 बजे जैसे ही हमें जानकारी मिली, हम मौके पर पहुँच गए हैं, रेस्क्यू टीम का इंतजार किया जा रहा है। आपने बताया कि जिस कच्चे घर में तेंदुआ घुसा हुआ है वहां बकरियां एक कमरे में बंधी हुई थीं, इनकी गंध से तेंदुआ यहाँ पर आया होगा। रेस्क्यू टीम के आने पर तेंदुए को ट्रंक्यूलाइज कर उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया जायेगा। आपने यह भी बताया कि यह तेंदुआ विगत कई दिनों से इस इलाके में घूम रहा है। एक सप्ताह पूर्व इसने तेंदुए ने एक बकरी भी खाई थी जिसका मुआवजा दिया जा रहा है। ग्रामवासियों के मुताबिक यह तेंदुआ 15-20 दिनों से यहीं आसपास घूम रहा है, कई बार मवेशियों के ऊपर हमला भी कर चुका है जिससे गांव के लोग दहशत में हैं। 

उल्लेखनीय है कि बीते कुछ सालों में मध्यप्रदेश में जहाँ बाघों की संख्या में इजाफा हुआ है, वहीं तेंदुओं की संख्या भी बढ़ी है। जबकि वन क्षेत्र तेजी से घट रहा है, यही वजह है कि वन्य प्राणी आबादी क्षेत्र के निकट पहुंचने लगे हैं। मालूम हो कि मध्य प्रदेश में देश के 26 फीसदी से भी अधिक तेंदुए रहते हैं और यहां इनकी आबादी में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। इसी के साथ प्रदेश में तेंदुए और इंसानों के बीच टकराव भी बढ़ रहा है जो चिंता की बात है। मध्यप्रदेश तेंदुए की आबादी के मामले में पहले स्थान पर है। तेंदुए जंगल के साथ-साथ इंसानी आबादी के करीब भी रहने में सहज हैं। इसलिए इंसान और तेंदुओं के बीच टकराव की आशंका अधिक है। 

जानकारों का कहना है कि पन्ना टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र व उत्तर वन मंडल के जंगल से लगे डेढ़ सैकड़ा से भी अधिक गांव हैं, जहां हिंसक वन्य प्राणियों का खतरा बना रहता है। मौजूदा समय पन्ना टाइगर रिज़र्व में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, ऐसी स्थिति में यहाँ के बाघ अपने लिए इलाके की तलाश में बाहर निकल रहे है। बाघों के साथ तेंदुओं की तादाद भी बढ़ी है लेकिन इनके रहने के लिए जंगल सुरक्षित नहीं बचा। इन हालातों को देखते हुए यह जरुरी हो गया है कि इनके रहने के स्थान को सुरक्षित रखा जाय। पन्ना सहित मध्य प्रदेश में जंगलों का जिस तरह तेजी से ह्रास हो रहा है, उससे इंसानों और जंगली जीवों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। 

 घर में घुसे तेंदुए को सतना की रेस्क्यू टीम ने ट्रैंक्युलाइज कर पकड़ा

पन्ना जिले के इचोलिया गांव में बीती रात से जो भय और दहशत का माहौल था उससे गांव के लोगों को निजात मिल गई है। सतना से पहुंची रेस्क्यू टीम ने घर में घुसे तेंदुए को ट्रैंक्युलाइज करने के बाद पिंजड़े में कैद कर लिया, जिसका स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत जंगल में स्वच्छंद विचरण के लिए छोड़ दिया जायेगा।  

उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले के उत्तर वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र धरमपुर के ग्राम इचोलिया में महेंद्र सिंह के कच्चे मकान में बीती रात एक तेंदुआ घुस गया था। ग्रामीणों को जब इस बात की भनक लगी तो उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे डरकर तेंदुआ घर के अंदर लकड़ियों के ढेर में छुप गया। वन परिक्षेत्राधिकारी धरमपुर ने बताया कि एक हफ्ते पूर्व इस तेंदुए ने बकरी का शिकार किया था। बीती रात तेंदुआ बकरियों की गंध से ही इस घर में घुसा लेकिन बकरियों वाले कमरे का दरवाजा बंद था। ग्रामीणों के शोर मचने पर यह लकड़ियों के ढेर में छिपकर बैठ गया।  सतना से आई रेस्क्यू टीम ने उत्तर वन मंडल पन्ना के सहयोग से सोमवार 14 अगस्त दोपहर करीब 1 बजे रेस्क्यू करके पकड़ा।  तेंदुए को देखने के लिए  इचोलिया गांव में आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। तेंदुए का सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू हो जाने के बाद ग्रामवासियों ने राहत की साँस ली है। बताया जा रहा है कि यह तेंदुआ पिछले 15 दिनों से गांव के आसपास घूम रहा है, जिसके चलते क्षेत्र के लोग दहशत में थे।



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