Friday, April 12, 2024

गांव के निकट बैल का शिकार करने वाली बाघिन को सुरक्षित जंगल भेजा गया

पन्ना टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में स्थित ग्राम डोभा के निकट नजर आ रही बाघिन, जिसने बैल का शिकार किया।  

।। अरुण सिंह ।।

पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व की एक वयस्क बाघिन गुरुवार को बफर क्षेत्र के ग्राम डोभा के निकट स्थित खेत में जाकर एक बैल का शिकार करने के बाद वहीँ पास के नाले में झाड़ियों के नीचे छिपकर बैठ गई। गांव के निकट खेत में बाघिन के आने की खबर फैलते ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया। मामले की जानकारी पन्ना टाइगर रिज़र्व के अधिकारीयों को दी गई, फलस्वरूप भारी मशक्कत के बाद हांथियों की मदद से बाघिन को सुरक्षित जंगल की ओर खदेड़ा गया।  

क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व श्रीमति अंजना सुचिता तिर्की ने आज पत्रकारों को बताया कि पन्ना टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में गुरुवार को एक दो वर्षीय बाघिन द्वारा ग्राम डोभा से लगे हुए खेतों में बैल का शिकार किया गया था। मामले की जानकारी संबंधित बीट गार्ड द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को दूरभाष के माध्यम से दी गई। वन अमले द्वारा मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की सुरक्षा हेतु उपस्थित भीड़ को हटाकर किल एवं बाघिन की लोकेशन ली गई। बूडा दहार नाले में  बेसरम की झाड़ियों के नीचे बाघिन को बैठा देखा गया। 

प्रशिक्षित हांथी की मदद से बाघिन को जंगल की ओर खदेड़े जाने का द्रश्य। 

क्षेत्र संचालक द्वारा मौके पर पहुंचकर उपस्थित वन अमले को आवश्यक निर्देश दिए गए। मौके से ग्रामीणों को हटाने हेतु पुलिस चौकी बराछ से पुलिस बल की मदद ली गई। क्षेत्र संचालक ने बताया कि डोभा ग्राम में बाघिन के हटने तक विद्युत व्यवस्था क़ो बंद कराया गया। खेतों में काम कर रहे ग्रामीणों को समझाइस देकर खेतों से दूर किया गया। इतना ही नहीं बाघिन को सुविधा जनक मार्ग देने के लिए खेतों में से तार - बागड़ को भी हटाया गया। 

बताया जाता है कि गांव के निकट बाघिन द्वारा बैल का शिकार किये जाने की खबर जैसे ही फैली बड़ी संख्या में लोग वहां जमा हो गए। आसपास के गांवों से भी लोग बाघिन को देखने पहुँचने लगे, जिससे भीड़ बढ़ने लगी। ऐसी स्थिति में कोई भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए पार्क प्रबंधन द्वारा एहतियाती कदम भी उठाये गए। जिस तरफ भीड़ जमा थी, वहां पर हांथियों की तैनाती की गई तथा गाड़ियों की कतार लगा दी गई ताकि बाघिन भीड़ की तरफ न जाये।   

अधिकारीयों ने बाघिन को जंगल की तरफ ले जाने के लिए दिन ढलने का भी इंतजार किया। शाम होते ही रणनीति के तहत पटाखे फोड़कर जंगल की दिशा में बाघिन को जाने के लिए विवश किया गया, इसमें हांथी का भी उपयोग किया गया। इस तरह पन्ना टाइगर रिज़र्व के प्रशिक्षित हाथियों की सहायता से उप संचालक मोहित शूड एवं वन्य प्राणी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजीव कुमार गुप्ता पन्ना टाइगर रिजर्व के मार्गदर्शन में बाघिन को जंगल की ओर सुरक्षित खदेड़ दिया गया।  

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