- रबी फसलों की सिंचाई के लिये चिंतित हो रहे किसान
- रगौली तालाब का लीकेज न सुधरने से नाले में बह जाता है पानी
रगौली सिंचाई जलाशय तथा इसके डूब क्षेत्र में हो रही खेती का दृश्य। फोटो - अरुण सिंह |
अरुण सिंह,पन्ना। जिले के शाहनगर जनपद क्षेत्र के रगौली गाँव के निकट स्थित रगौली सिंचाई जलाशय की उपयोगिता खत्म हो रही है। इस शानदार तालाब का स्थल चयन व जल भराव बेहतरीन होने के बावजूद क्षेत्र के किसानों को इसका अपेक्षित लाभ नहीं मिल पा रहा है। तालाब में विगत कई वर्षों से लीकेज की समस्या बनी हुई है, फलस्वरूप बारिश में लबालब भरने के बावजूद भी रबी सीजन तक यह विशाल तालाब 75 फीसदी से भी ज्यादा खाली हो जाता है। तालाब की पार में नीचे से चार जगह लीकेज है, जहां से चौबीसों घण्टे पानी तेज गति से बहकर बर्वाद होता है, नतीजतन जब फसलों को पानी देने का समय आता है तब तक यह सिंचाई तालाब खाली हो चुका होता है। इस विकट समस्या से क्षेत्र के किसान विगत कई वर्षों से जूझते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक लीकेज नहीं सुधारा जा सका है।
सिंचाई तालाब की पार के नीचे से हो रहे लीकेज के कारण बह रहा पानी। |
मानसून पर खेती की निर्भरता को कम करने के उद्देश्य से प्रदेश में हर खेत में पानी पहुंचाने के लिये प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत् हर खेत को पानी उपलब्ध कराते हुये प्रत्येक बूंद पर अधिक से अधिक फसल उत्पादन सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इसके लिये केन्द्र और प्रदेश सरकार ने पर ड्रॉप-मोर क्रॉप का नारा भी दिया है। धरातल पर सरकार की मंशा के विपरीत फसलों की सिंचाई के लिये सुरक्षित पानी की बर्वादी लगातार जारी है। पन्ना जिले के बात करें तो यहां के शाहनगर विकासखण्ड अन्तर्गत आने वाले रगौली सिंचाई तालाब का आधा पानी पिछले कई सालों से लीकेज से बेकार बह जाता है। इस तालाब में एक-दो नहीं बल्कि चार-चार लीकेज हैं । जिनसे अलग-अलग बहते पानी की धार किसी नाले से कम नहीं है। इस साल अल्प वर्षा के चलते सूखाग्रस्त धाोषित पन्ना जिले में पानी की बर्वादी को लेकर जिम्मेदारों को उदासीनता किसी अपराध से कम नहीं है। इसे विडम्बना ही कहा जायेगा कि एक तरफ सूखा के चलते रगौली गांव की दलित और आदिवासी बस्ती के लोग कड़ाके की सर्दी में पेयजल संकट से जूझ रहे हैं वहीं गाँव से लगभग आधा किमी की दूरी पर स्थित रगौली के सिंचाई जलाशय के लीकेज से इसका पानी बेकार बह रहा है। हर दिन हजारों लीटर पानी की बर्वादी देख रहे सूखा प्रभावित किसान खासे चिंतित और नाराज हैं। इस तालाब में चार-चार लीकेज से पानी के फिजूल बहने के कारण क्षेत्र के आधे से अधिक खेतों में पानी नहीं पहुँच पा रहा है। मौके की स्थिति यह है कि चालू रबी सीजन में तालाब से जितनी कृषि भूमि में सिंचाई होनी चाहिये वह नहीं हो पा रही है। बड़े क्षेत्र में तालाब की नहर सूखी पड़ी है।
उपयंत्री व सहायक यंत्री कर रहे अनदेखी
नहर को मरम्मत की दरकार
तालाब के डूब क्षेत्र में हो रही खेती
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