Wednesday, June 19, 2019

रैपुरा वन परिक्षेत्र के जंगल में भी हुई अवैध कटाई


  •   दमोह जिले के शातिर वन अपराधियों ने कटवाये हरे-भरे पेड़
  •  पुलिस की मदद से वन अमले ने दमोह जिले में जब्त की लकड़ी



अरुण सिंह,पन्ना। पन्ना बफर वन परिक्षेत्र के हरसा बीट के टपकनिया जंगल में बड़े पैमाने पर सागौन वृक्षों की हुई कटाई का मामला अभी शान्त भी नहीं हुआ कि दक्षिण वनमण्डल पन्ना के परिक्षेत्र रैपुरा में जंगल कटने का मामला प्रकाश में आ गया है। बताया जाता है कि पड़ोसी जिला दमोह के हथियार बन्द वन अपराधियों ने सुनियोजित तरीके से ट्रेक्टर-ट्राली लेकर रैपुरा वन परिक्षेत्र के जंगल में हरे-भरे वृक्षों को बेरहमी के साथ कटवाया, जब तक वन अमले को मामले की भनक मिली और वे मौके पर पहुँचे तब तक वन अपराधी लकड़ी लेकर अंधेरे का फायदा उठाते हुये पन्ना जिले की सीमा को पार कर अपने ठिकाने में पहुँच गये।
वन मण्डलाधिकारी दक्षिण वन मण्डल पन्ना कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार गत् 16 जून को बघवार के स्थानीय वन अमले द्वारा रात्रि 10.30 बजे सूचना प्राप्त हुई कि सगौनी बीट में कुछ व्यक्ति जंगल में घुसकर लकड़ी काट रहे हैं और वे लगातार फायरिंग कर रहे हैं। परिक्षेत्र अधिकारी रैपुरा ने प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये तत्काल थाना रैपुरा स्टाफ व वन अमले के साथ मौके पर पहुँचे व सॄचग की गई। जहां पर बीजा की लकड़ी के ठूँठ व ट्रेक्टर के पहिये के निशान पाये गये जिनका पीछा किया गया। परन्तु दुर्गम रास्ता एवं अंधेरा अधिक होने के कारण अपराधी नहीं मिले। पुन: सुबह जाकर जाँच कार्यवाही की गई व सूक्ष्म जाँच व मुखबिर से जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त काटी गई लकड़ी दमोह जिला के महुआडांड़ गई है। सम्पूर्ण प्रकरण की जानकारी से श्रीमती मीना कुमारी मिश्रा, वन मण्डलाधिकारी दक्षिण पन्ना को अवगत कराया व आगे की कार्यवाही हेतु मार्गदर्शन प्राप्त किया। वन परिक्षेत्राधिकारी मोहन्द्रा से सम्पर्क कर उनके स्टाफ के साथ दुर्गम मार्ग व वर्षा होने के बावजूद विषम स्थिति, में छिपाई गई लकड़ी व ट्रेक्टर के समीप पहुँचे जहां पर ट्रेक्टर ट्राली में बीजा की लकड़ी के गोंद के निशान मिले। अवैध कटाई में लिप्त अपराधी प्रकाश पटेल व भारत आदिवासी से पूछताछ की जा रही थी। तभी कुछ दूर स्थित प्रकाश पटेल की झोपड़ी में आरोपियों द्वारा आग लगा दी गई, जिससे जब्ती की कार्यवाही न हो सके। जिसकी सूचना दूरभाष के माध्यम से वन मण्डलाधिकारी दक्षिण पन्ना एवं थाना प्रभारी थाना पटेरा को दी गई व थाना जाकर लिखित रिर्पोट थाना पटेरा में दर्ज कराई गई। वन अधिकारी व अमला पुलिस बल के साथ पुन: जब्ती स्थल पर गये जहां से आरोपियों द्वारा ट्रेक्टर वहां से भगा कर ले जाया गया था व लकड़ी को भी छिपाने की कोशिश में थे। पुलिस बल व वन अमला अधिक मात्रा में पहुँच जाने से भयवश जब्त शुदा लकड़ी को छिपा नहीं सके व जब्ती की कार्यवाही की गई। ऐसी सूचना प्राप्त हुई कि जब्त शुदा लकड़ी लेने व स्टाफ से झगड़ा करने के उद्देश्य से ग्रामवासी रोड पर संगठित हो रहे हैं। वन परिक्षेत्राधिकारी द्वारा सूझबूझ से काम लेते हुये स्टाफ व जब्त शुदा सामग्री को बेलखेड़ी, हिनोती एवं कुम्हारी के रास्ते से रैपुरा सकुशल आ सके। उक्त प्रकरण में लिप्त आरोपियों में से कुछ को पहचाना जा चुका है जिन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जावेगा। उक्त घटना की कार्यवाही कर वन अपराध प्रकरण क्र. 939/05 दिनांक 17 जून को कायम किया गया। कार्यवाही में पुलिस थाना पटेरा, वनमण्डल दमोह, परिक्षेत्राधिकारी मोहन्द्रा व स्टाफ शामिल रहे। परिक्षेत्राधिकारी देवेश गौतम के साथ गोकुल सिंह, उप वनक्षेत्रपाल धीरेन्द्र प्रताप सिंह , वनरक्षक रजनीश चौरसिया, वनरक्षक राकेश खरे, वनरक्षक कु. प्रियंका शर्मा, वनरक्षक प्रेमशंकर सिंह ठाकुर, वनरक्षक सूर्यप्रताप सिंह, वनरक्षक व अन्य परिक्षेत्र स्टाफ व कार्यरत सुरक्षा श्रमिकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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