Friday, June 21, 2019

तेंदुये के हमले से वन्य प्राणी चिकित्सक सहित चार घायल

  •   चिकित्सक की हंथेली में तेंदुये ने गड़ाये दाँत, हुये गहरे जख्म
  •   25 फिट गहरे सूखे कुंये में छिपकर बैठा था तेंदुआ
  •   इसके पहले दो वन कर्मियों सहित तीन को कर चुका था घायल



अरुण सिंह,पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में बड़े पैमाने पर हो रही अनियंत्रित अवैध कटाई के चलते वन्य प्राणियों का रहवास उजड़ रहा है। उनकी प्राकृतिक जिन्दगी में खलल पडऩे से वन्य प्राणी जंगल से निकलकर अब आबादी क्षेत्रों में भी घुसने लगे हैं। जिससे वन्य प्राणियों व मनुष्यों के बीच संघर्ष की स्थिति निर्मित हो रही है। गत 21 जून गुरुवार को अमानगंज वन परिक्षेत्र के अन्तर्गत पन्ना टाइगर रिजर्व के बफ र जोन से लगे ग्राम पगरा में जो घटनाक्रम घटित हुआ वह चिन्ता में डालने वाला है। टाइगर रिजर्व के जंगल से भटक कर इस गाँव में पहुँचे एक तेंदुआ ने वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार गुप्ता सहित दो वन सुरक्षा श्रमिकों व एक ग्रामीण को बुरी तरह से घायल कर दिया है। तेंदुये के हमले की इस घटना के बाद से पगरा सहित आसपास के ग्रामों में भय और दहशत का माहौल है।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को सुबह तेंदुये ने सबसे पहले ग्राम पगरा निवासी रतन पटेल पर हमला बोला और उसे घायल कर पास की झोपड़ी में घुस गया। घटना की खबर फैलते ही मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई जिससे तेंदुआ झोपड़ी से निकलकर गाँव के पास स्थित नाले में पेड़ों के नीचे जा बैठा। इस बीच ग्रामीणों द्वारा वन अधिकारियों को घटना से अवगत कराया गया, फलस्वरूप पन्ना टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम दोपहर में ग्राम पगरा के लिये रवाना हुई। रेस्क्यू टीम के वहां पहुँचने पर हमलावर तेंदुये को ट्रेंकुलाइज कर पकडऩे का ऑपरेशन शुरू किया गया। लेकिन इसी दौरान गुस्साये तेंदुये ने दो वन सुरक्षा श्रमिकों पर हमला बोल कर उन्हें भी घायल कर दिया। इस हमले के बाद वहां पर अफ रा-तफ री मच गई। तेंदुये के हमले से अब तक 3 लोग घायल हो चुके थे और तेंदुआ आसपास कहीं नजर भी नहीं आ रहा था। जिससे लोग भयभीत और सशंकित थे कि पता नहीं कहां से अचानक निकलकर वह हमला कर दे। ऐसी स्थिति में एहतियाती कदम उठाते हुये गाँव के बच्चों को घरों के भीतर रहने की हिदायत दी गई।

सूखे कुयें में छिपकर बैठा था तेंदुआ

पन्ना टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम द्वारा गाँव के आस-पास इस हमलावर तेंदुये की खोजबीन की जा रही थी उसी समय तकरीबन 5:30 बजे 20-25 फि ट गहरे एक सूखे कुयें में तेंदुआ बैठा नजर आया। पन्ना टाइगर रिजर्व के बेहद अनुभवी वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार गुप्ता व टीम के अन्य सदस्य कुयें के निकट खड़े होकर तेंदुये को ट्रेंकुलाइज करके बेहोश करने की योजना बना ही रहे थे कि अचानक बिजली की तरह तेंदुआ गहरे कुयें से निकल कर बाहर आया और वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. गुप्ता के ऊपर हमला कर दिया। तेंदुये ने उनकी उनकी गर्दन पकडऩी चाही लेकिन उन्होंने दाहिने हाथ से तेंदुये को धक्का दिया, फलस्वरूप उसने उनके हाथ की हथेली को मुँह में भरकर दाँत गड़ा दिये। टीम के अन्य लोगों के दौडऩे व बचाने पर तेंदुआ वहां से भाग खड़ा हुआ। हथेली में 4 दाँत गडऩे से गहरे जख्म हो गये थे जिससे तेजी से खून निकलने लगा था। आनन-फ ानन डॉ. गुप्ता को जिला चिकित्सालय पन्ना लाया गया जहां उनका इलाज चल रहा है। तेंदुये के हमले में घायल हुये दोनों वन कर्मियों व ग्रामीण का भी जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। बताया गया है यह हमलावर तेंदुआ जंगल की तरफ  भागा है लेकिन अभी भी पगरा सहित जंगल से लगे ग्रामों में भय और दहशत का माहौल है।
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दैनिक जागरण में प्रकाशित रिपोर्ट 

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