- जंगली नदी व नालों में नहीं हैं सुरक्षा के इंतजाम
- तेज बारिश होने पर हो जाते हैं बेहद खतरनाक
- जान जोखिम में डालकर लोग नालों को करते हैं पार
अरुण सिंह,पन्ना। पिछले दो दिनों से रुक-रुककर हो रही झमाझम बारिश के चलते नदियां और नाले उफनाने लगे हैं। बारिश के मौसम में जंगल और पहाड़ों से होकर गुजरने वाले नाले व छोटी नदियां बेहद खतरनाक हो जाती हैं। इसके बावजूद इन नदी व नालों में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं । ऐसी स्थिति में तेज बारिश होने पर जब पहाड़ी नाले उफनाते हुये बहते हैं उस समय भी लोग अपनी जान जोखिम में डालते हुये नाला पार करते हैं । इतना ही नहीं इन बरसाती नालों का पानी उतरने का इंतजार करने के बजाय यात्रियों से भरे वाहन भी निकलते हैं , जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता है ।
उल्लेखनीय है कि पन्ना जिले में ऐसे पहाड़ी नालों व छोटी नदियों की संख्या दर्जनों में है जिनसे होकर सड़क मार्ग गुजरते हैं । इन नदी व नालों में सुरक्षित पुलों की जगह रपटा बने हैं जो सूखे मौसम में आवागमन के लिये उपयोगी हैं लेकिन तेज बारिश होने की स्थिति में नालों का पानी रपटे के ऊपर से बहने लगता है । इन पहाड़ी नालों के पानी का प्रवाह इतना तेज रहता है कि जरा सी लापरवाही व असावधानी होने पर बड़े वाहन भी इस प्रवाह की चपेट में आ सकते हैं । फिर भी तेज प्रवाह वाले रपटों के ऊपर से बारिश के दौरान भी आवागमन जारी रहता है , जो किसी भी दृष्टि से सुरक्षित नहीं कहा जा सकता।
निर्माणाधीन पुल का डायवर्सन मार्ग बहा, कई ग्रामों का टूटा संपर्क
जिले के बडग़ड़ी-सिरस्वाहा मार्ग पर निर्माणाधीन पुल का अस्थाई डायवर्सन बीती रात हुई तेज बारिश में बह गया। जिससे उक्त मार्ग पर आवागमन ठप्प हो गया। करीब एक दर्जन गाँवों का आपस में सड़क संपर्क टूट गया है। आठ माह से निर्माणाधीन पुल के डायवर्सन में लगाये गये सीमेण्ट के पाईप नदी के पानी का तेज बहाव नहीं सह सके और बारिश के पानी के साथ बह गये। आवागमन बाधित होने से करीब एक दर्जन गाँव के लोगों के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। आवागमन बाधित होने से स्कूल और कॉलिज जाने वाले बच्चे नहीं जा पा रहे हैं। बीमारी की हालत में वाहनों का आवागमन भी उक्त मार्ग पर संभव नहीं हो पा रहा। जानकारी के अनुसार बडग़ड़ी-सिरस्वाहा मार्ग पर छोटी नदी में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाये जा रहे मार्ग में एक पुल का निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण कार्य की कछुआ चाल के कारण कार्य पूरा नहीं हो पाया और ग्रामीणों के लिये मुसीबत बन गया है। बताया गया है कि तेज बारिश के चलते नदी में पानी ज्यादा आ गया और बहाव तेज होने से मिट्टी कटने से डायवर्सन में लगे तीनों पाईप बह गये। जिससे डायवर्सन मार्ग का कटाव ज्यादा हो गया और मार्ग अवरूद्ध हो गया। इससे पानी रूकने और बहाव कम होने तक इसे दोबारा बना पाना संभव नहीं हैं। इसके अलावा पानी के बहाव के चलते मिट्टी का कटाव बढ़ता जा रहा है और बीस फिट से भी अधिक की खाई बन गई है। डायवर्सन मार्ग से आवागमन करने वाले करीब एक दर्जन गाँवों का सड़क मार्ग से सम्पर्क टूट गया है। इन गाँवों के लोगों को अब करीब 40 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में भी यदि बारिश का सिलसिला इसी तरह जारी रहा तो लोगों की मुसीबत और भी बढ़ सकती है।
कीचड़ युक्त मार्ग से स्कूल जाने को मजबूर हैं छात्रायें
बारिश के इस मौसम में आवागमन हेतु मार्ग का निर्माण न होने से छात्र-छात्राओं को कीचड़ से होकर स्कूल जाने को मजबूर होना पड़ रहा है। पन्ना जनपद की ग्राम पंचायत गढ़ीपड़रिया के वार्ड 20 के रहवासियों ने पंचायत स्तर पर आयोजित होने वाली जनसुनवाई में कलेक्टर पन्ना के नाम मार्ग बनवाने हेतु आवेदन दिया। जानकारी के अनुसार गढ़ीपड़रिया से ककरहटी को जोडऩे के लिये लगभग 7 वर्ष पहले 5 किमी की प्रधानमंत्री सड़क स्वीकृत थी जिसे 3 कि मी ककरहटी से रानीपुरा तक ही बनाया गया, शेष 2 किमी कच्चा ढर्रा होने से बरसात के समय आवागमन अवरुद्ध हो जाता है। इस हेतु कलेक्टर के नाम आवेदन दिया गया। बताया जाता है कि इस मार्ग से ग्रामीणों सहित स्कूल में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को प्रतिदिन निकलना पड़ता है लेकिन कीचडय़ुक्त रोड होने के कारण इन्हें आने-जाने में काफी दिक्कत होती है। कीचडय़ुक्त मार्ग से निकलते समय अगर कोई वाहन तेज गति से निकल जाता है तो स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं की यूनिफार्म खराब हो जाती है। ऐसी स्थिति में लोगों की मांग है कि शीघ्र ही मार्ग की मरम्मत कर पक्का सड़क मार्ग बनाया जाये।
ग्राम पंचायत गढ़ीपड़रिया के वार्ड 20 बगीचा मोहल्ला के रहवासियों ने अपनी व्यथा सुनाते हुये बताया कि हमारे मोहल्ले से गाँव के लिये जो मार्ग है वह बारिश के दिनों में कीचड़ से सराबोर हो जाता है जिससे आवागमन करना बहुत मुश्किल हो जाता है। ग्रामवासियों द्वारा जानकारी देते हुये बताया गया कि इस गंभीर समस्या को लेकर सरपंच सचिव से अनेकों बार कहा गया लेकिन इस समस्या को लेकर किसी भी जवाबदेह ने सुध नहीं ली। इस संबंध में जनसुनवाई में कलेक्टर पन्ना के नाम आवेदन देकर गुजारिश की गई है कि ग्राम पंचायत को आदेशित कर मार्ग दुरुस्त कराने की तत्कालिक व्यवस्था की जाये ताकि बच्चों को स्कूल जाने तथा बीमार व्यक्ति को अस्पताल ले जाने में असुविधा न हो।
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