Wednesday, July 24, 2019

पुलिस अभिरक्षा से फरार शातिर ठग हुआ गिरफ्तार

  •   सिमरदा गाँव के लालचंद यादव व साथियों ने पकड़कर किया पुलिस के हवाले
  •   आरोपी के फरार हो जाने पर अजयगढ़ पुलिस की हो रही थी किरकिरी
  •   गाँव के साहसी युवकों ने आरोपी को पकड़कर बचाई पुलिस की लाज


ग्रामीण युवकों की मदद से पकड़ा गया आरोपी साथ में पुलिस।

अजयगढ़/पन्ना। शातिर अपराधियों के प्रति भी पुलिस का रवैया कितना लापरवाही पूर्ण और गैर जिम्मेदाराना होता है, इसका जीता-जागता उदाहरण बुधवार को तड़के अजयगढ़ थाने में देखने को मिला। राजस्थान की करौली जेल में रहते हुये ठगी का रैकेट चलाने वाले अभियुक्त प्रवीण उर्फ रिन्कू मीणा को न्यायालय से रिमाण्ड पर पुलिस अजयगढ़ लाई थी। इस शातिर ठग ने विगत दो माह पूर्व अजयगढ़ स्थित एक पेट्रोल पम्प के मालिक से एडिशनल एसपी पन्ना के नाम पर 50 हजार रू. की ठगी करवाई थी। इसी मामले में विस्तृत पूछताछ के लिये पन्ना जिले की पुलिस इस शातिर और खतरनाक अभियुक्त को रिमाण्ड पर 23 जुलाई को ही अजयगढ़ लाई थी। मामले के संबंध में आरोपी से पूछताछ हो पाती इसके पहले ही यह शातिर ठग अजयगढ़ थाना पुलिस की लापरवाही का फायदा उठाते हुये रफूचक्कर हो गया। आरोपी को 6 दिन की रिमाण्ड पर लिया गया था, लेकिन अजयगढ़ पुलिस उसे 24 घण्टे भी नहीं संभाल सकी। लेकिन अजयगढ़ थाना क्षेत्र के ही ग्राम सिमरदा के साहसी युवक लालचंद यादव व उसके तीन अन्य साथियों ने इस शातिर ठग को दबोच लिया और पुलिस को बुलाकर उनके हवाले कर दिया। इन साहसी युवकों ने आरोपी को पकड़कर बदनामी झेल रही अजयगढ़ थाना पुलिस की जहां लाच बचा ली है वहीं जिले के आला पुलिस अधिकारियों ने भी शातिर ठग के पकड़े जाने पर राहत की साँस ली है।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान की करौली जेल से गैंग संचालित करने वाला यह शातिर ठग प्रवीण उर्फ रिन्कू मीणा बहुत ही शातिराना ढंग से ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिये पुलिस की ही मदद लेता था। गहन छानबीन और पड़ताल के बाद पुलिस इस ठग का लोकेशन पता कर इसे रिमाण्ड पर पूछताछ के लिये ले पाई थी, लेकिन अजयगढ़ थाना पुलिस की लापरवाही से पूरी मेहनत पर पानी फिर गया था। अजयगढ़ जैसी ठगी की वारदातें पड़ोसी जिलों में भी हुई हैं, जिसे देखते हुये यह उम्मीद जताई जा रही है कि आरोपी से गहन पूछताछ होने पर कई अन्य ठगी के सनसनीखेज मामले उजागर हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार को अजयगढ़ पुलिस जब इस आरोपी को 6 दिन की रिमाण्ड पर थाने लाई, उसी समय से इस शातिर ठग के प्रति पुलिस का रवैया लापरवाही भरा रहा। रात्रि में उसे लॉकप के भीतर रखने के बजाय बाहर हथकड़ी डालकर जंजीर से बांधकर रखा गया। इतना ही नहीं ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मी बेफिक्र होकर गहरी नींद में डूबे रहे। इसी मौके का फायदा शातिर ठग प्रवीण उर्फ रिन्कू मीणा ने उठाया और जंजीर से खुद को अलग कर फरार हो गया। थाना के सीसीटीव्ही कैमरे में यह शातिर ठग सुबह 4 बजे तक नजर आ रहा था, उसके बाद फिर नहीं दिखा। जाहिर है कि आरोपी 4 बजे के बाद जब पुलिस कर्मी गहरी नींद में थे, उसी समय फरार हुआ।

 पुलिस अधीक्षक के साथ चारों युवक जिन्होंने आरोपी को पकड़ा।

लापरवाह तीन पुलिस कर्मी हुये निलंबित 

मामले में लापरवाही बरतने वाले तीन पुलिस कर्मियों  जिनमें एक प्रधान आरक्षक व दो आरक्षक हैं, उन्हें पुलिस अधीक्षक पन्ना मयंक अवस्थी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। फरार होने की घटना के बाद से पुलिस आस-पास के इलाके में सरगर्मी के साथ आरोपी की तलाश में जुटी थी। पुलिस अधीक्षक श्री अवस्थी ने फरार आरोपी की सूचना देने या पकड़वाने वाले को 10 हजार रू. इनाम देने की भी घोषणा कर दी थी। जिले की पुलिस चप्पे-चप्पे पर आरोपी को ढूँढ़ रही थी, फिर भी कोई सुराग नहीं मिल रहा था। लेकिन दोपहर बाद अचानक सिमरदा गाँव से पुलिस के लिये यह राहत भरी खबर मिली कि आरोपी पकड़ा गया है।

सिमरदा में भी भागने का किया था प्रयास

पुलिस अभिरक्षा से भागा शातिर ठग सभी की नजरों से छिपते और बचते हुये सुबह सानगुरैया पहुँचा, जहां रास्ते में उसे एक आटो वाला मिला। आरोपी ने आटो वाले से कहा कि वह उसको चंदला छोड़ दे, मैं 1 हजार रू. दूँगा। आरोपी ने आटो वाले के फोन से कहीं बात की और तुरन्त उसके खाते में 1 हजार रू. डलवा दिया। आटो वाला आरोपी को लेकर जैसे ही सिमरदा गाँव पहुँचा तो वहां उसके भाई लालचंद यादव ने आरोपी को पहचान लिया, क्योंकि सुबह से ही उसकी फोटो सोशल मीडिया में चल रही थी। आरोपी को भी कुछ शंका हुई, फलस्वरूप वह आटो से उतरकर खेतों से होकर भागने लगा। लेकिन वहां मौजूद लालचंद यादव सहित तीन अन्य युवक धरमराज, रामगोपाल व अजय ने दौड़कर उसे एक-डेढ़ किमी दूर दबोच लिया। इस तरह से यह शातिर ठग एक बार फिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर 

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