- जन आस्था का केन्द्र है पन्ना का श्री जुगुल किशोर जी मंदिर
- हजारों श्रद्धालुओं ने नटखट नंदकिशोर के किये दर्शन
- नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल के जयकारों से गूँजा पन्ना
पन्ना स्थित सुप्रसिद्ध श्री जुगुल किशोरजी का मन्दिर। |
अरुण सिंह,पन्ना। जन आस्था के केन्द्र पन्ना के श्री जुगुल कशोर मन्दिर में गुरूवार को कृष्ण जन्मोत्सव की धूम रही। मन्दिर को विद्युत लडिय़ों व बंदनवारों द्वारा आकर्षक ढंग से सजाया गया था। जिससे मन्दिर की अनुपम छटा देखते ही बन रही थी। सुबह से ही भगवान श्री जुगुल किशोर जी की एक झलक पाने श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। रात्रि के समय तो मानो पूरा नगर ही उमड़ पड़ा। मन्दिर परिसर में पन्ना के जुगुल किशोर मुरलिया में हीरे जड़े हैं गीत व नटखट नंदकिशोर के जयकारे गूँज रहे थे।
जन्मोत्सव की मनोरम झाँकी |
उल्लेखनीय है कि पवित्र नगरी पन्ना में मथुरा की तर्ज पर कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाता है। गुरूवार को भाद्र माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ठीक रात्रि 12 बजे श्री जुगुल किशोर मन्दिर मेंं नटखट नंदलाल का जन्म हुआ। इस जन्मोत्सव को लेकर पूरे नगर में कान्हा के उत्सव की धूम मची हुई थी। श्री जुगुल किशोर मन्दिर में जन्म के पश्चात हजारों श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ प्राप्त किया। मन्दिर में जन्म के पूर्व जन्म के पश्चात बधाईयां व सोहर गीत महिलाओं द्वारा मधुर ध्वनि में गाये गये और भगवान कृष्ण के जयकारों से पूरा शहर गुंजायमान रहा।
भगवान का जन्म होते ही पटाखे, बैण्डबाजे बजने लगे और पवित्र नगरी के श्रद्धालु नाच उठे। मन्दिर में श्रद्धालुओं की खुशी का ठिकाना ही नहीं था। भगवान के जन्म होते ही महिलाओं ने बधाईयां, सोहर गीतों को गाया और कृष्ण भगवान के जयकारे लगाये गये। इसके पश्चात भगवान कृष्ण के जन्म के पश्चात चँवर डुलाकर भगवान की आरती हुई। इस दौरान जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। मन्दिर में डीजे व बैण्डबाजे की धुन पर नंद के आनंद भये जय कन्हैया लाल की, राधे-राधे जपो चले आयेंगे बिहारी, बरसाने वाले राधे, श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारी जैसे गीत गाये गये। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में जन आस्था के केन्द्र पन्ना के श्री जुगुल किशोर जी मन्दिर का निर्माण तत्कालीन पन्ना नरेश महाराजा हिन्दूपत ने सम्वत् 1813 में कराया था। बुन्देली स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना यह भव्य मन्दिर पन्ना शहर के मध्य में स्थित है। मन्दिर में प्रतिष्ठित भगवान श्री जुगुल किशोर जी की नयनाभिराम जीवन्त प्रतीत होती प्रतिमा के दर्शन कर श्रद्धालु भाव विभोर हो जाते हैं। यही वजह है कि पन्ना के जुगुल किशोर मन्दिर को बुन्देलखण्ड का वृन्दावन कहा जाता है।
No comments:
Post a Comment