Wednesday, October 9, 2019

नकारात्मक सोच से हम खुद बन रहे भस्मासुर


मनोवैज्ञानिक तथ्य .......

अमेरिका में जब एक कैदी को फॉसी की सजा सुनाई गई तो वहॉ के कुछ बैज्ञानिकों ने सोचा कि क्यों न इस कैदी पर कुछ प्रयोग किया जाय ! तब कैदी को बताया गया कि हम तुम्हें फॉसी देकर नहीं अपितु  जहरीला कोबरा सांप से डसाकर मारेगें !
बैज्ञानिकों ने कैदी के सामने बड़ा सा जहरीला सांप लेकर आये  और इसके बाद कैदी की ऑखे बंद करके उसे कुर्सी से बॉधा गया और फिर उसको सांप से डसवाने के बजाय उसके शरीर में दो सेफ्टी पिन्स चुभाई गई ! इसके बाद जो कुछ घटित हुआ वह बेहद चौकाने वाला था। सेफ्टी पिन्स शरीर में चुभाने के कुछ सेकेन्ड में ही कैदी की मौत हो गई। पोस्टमार्डम के बाद पाया गया कि कैदी के शरीर मे सांप के जहर के समान ही जहर है ।
अब यहाँ यह विचारणीय है कि आखिर ये जहर कहॉ से आया, जिसने उस कैदी की जान ले ली ......वो जहर उसके खुद के शरीर ने ही सदमे में उत्पन्न किया था । हमारे हर संकल्प से पाजिटीव एवं निगेटीव एनर्जी उत्पन्न होती है और वो हमारे शरीर मे उस अनुसार हॉर्मोन्स उत्पन्न करती है । 75 फीसदी बीमारियों का मूल कारण नकारात्मक सोंच से उत्पन्न ऊर्जा ही है । आज इंसान ही अपनी गलत सोंच से भस्मासुर बन खुद का विनाश कर रहा है ......अपनी सोंच सदैव सकारात्मक रखें और खुश रहें। 

No comments:

Post a Comment