- कहना कुछ और करना कुछ वाली नीति से नहीं आयेगा बदलाव
- एन्टी माफिया सेल का गठन कहीं सिर्फ कागजी खानापूर्ति तो नहीं
अरुण सिंह,पन्ना। समूचे प्रदेश से माफिया राज खत्म करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने जो दृढ़ इच्छाशक्ति दिखाई है और सभी कलेक्टरों को माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं, उसकी आम जनता के बीच जमकर सराहना हो रही है। मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश के कुछ जिलों में इसका असर भी दिखने लगा है। समाज के लिए खतरा बन चुके माफियाओं के साम्राज्य को पूरे दमखम के साथ ध्वस्त किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की इस साहसिक पहल से उन लोगों में खलबली मची हुई है जिन्होंने गैर कानूनी तरीके से प्रकृति और पर्यावरण का विनाश करते हुए अकूत संपत्ति अर्जित की है। इसी संपत्ति के बलबूते शासकीय मशीनरी का संरक्षण हासिल कर वे खनिज संपदा का बेखौफ होकर न सिर्फ दोहन कर रहे हैं अपितु आम जनता का शोषण भी कर रहे हैं। बुंदेलखंड क्षेत्र का पन्ना जिला जिसे समृद्धि और खुशहाली के शिखर पर होना चाहिए था वह गलत नीतियों और प्रशासनिक लूट खसोट व माफिया राज को संरक्षण देने की मानसिकता के चलते दीन हीन और फटे हाल है। प्रकृति ने इस जिले को अनगिनत खूबियों से नवाजा है, यहां पर खूबसूरत जंगल के साथ समृद्ध ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत तो है ही यहां की धरती से बेशकीमती रत्न हीरा भी निकलता है। पर्यटन व शिक्षा के विकास की इस जिले में विपुल संभावनाएं मौजूद हैं जो समूचे जिले के लिए मंगलकारी हो सकता है। लेकिन दुर्भाग्य से इस दिशा में ठोस और ईमानदार प्रयास अभी तक नहीं हुए। रोजी रोजगार के लिए सिर्फ रेत और पत्थर खदान व जंगल की अवैध कटाई को ही सहारा माना गया, जिससे खूबसूरत इलाका जो दुनिया भर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता था वह दिनों दिन उजड़ रहा है। पन्ना जिले के जीवन का आधार केन नदी अधाधुंध उत्खनन से चीत्कार कर रही है। उसका वजूद संकट में है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इतने स्वार्थी और लालची हो चुके हैं कि उन्हें यह विनाश दिखाई नहीं दे रहा।
इस निराशा भरे माहौल में प्रदेश के मुख्यमंत्री की साहसिक पहल से आम लोगों में उम्मीद की किरण जागृत हुई है। क्योंकि यदि प्रदेश का मुखिया ही माफिया राज को खत्म करने की ठान लेगा तो सरकारी मशीनरी को सही रास्ते पर आने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। कुछ जिलों ने इस दिशा में तत्परता दिखाई भी है जिसके परिणाम लोगों को दिखाई दे रहे हैं। लेकिन ऐसे अनेकों जिले जिसमें पन्ना भी शामिल है वहां अधिकारी वर्षों पुरानी आदतों को जल्दी छोड़ने के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं है। यहां अभी भी वेट एण्ड सी वाली रणनीति पर अधिकारी चल रहे हैं। खानापूर्ति और दिखावे के लिए कुछ कागजी पहल जरूर की गई है, जिसमें माफियाओं के विरुद्ध कार्यवाही हेतु एंटी माफिया सेल का गठन भी है। मजे की बात तो यह है कि इन्हीं अधिकारियों के पास जिले भर के माफियाओं की पूरी कुंडली है फिर यह अपेक्षा जनता से क्यों की जा रही है कि जनता जानकारी दें ताकि माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही की जा सके। अरे सुबह से देर शाम तक महेंद्र भवन परिसर में संचालित हो रहे खनिज विभाग के दफ्तर में किन लोगों का जमावड़ा रहता है क्या इससे प्रशासन अनभिज्ञ है?
आपराधियों पर कार्यवाही हेतु जिले में एन्टी माफिया सेल का गठन
कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी कर्मवीर शर्मा द्वारा आदेश जारी किये गये हैं कि विभिन्न माध्यमों से इस आशय की सूचनायें और शिकायतें प्राप्त हो रही है कि शासकीय भूमियों पर अवैध कब्जे, मिलावटी सामानों की बिक्री, अवैध खनिज दोहन/परिवहन एवं अन्य गैर कानूनी गतिविधियों का संचालन कतिपय व्यक्ति या व्यक्तियों द्वारा समूह बनाकर किया जा रहा है। इस प्रकार की गतिविधियों का आम जीवन पर विपरीत प्रभाव पडऩे के साथ शासकीय राजस्व की हानि होने के साथ-साथ कानून व्यवस्था की स्थिति भी निर्मित हो सकती है।
उन्होंने इस प्रकार की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाये जाने के लिये जिले में एन्टी माफिया सेल का गठन किया है। इस टीम में समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व/दण्डाधिकारी, समस्त अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, जिला परिवहन अधिकारी, समस्त मुख्य नगरपालिका अधिकारी, खनिज अधिकारी तथा समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जिला पन्ना को अपने-अपने कार्य क्षेत्र में कार्यवाही हेतु दायित्व सौंपे हैं। सम्पूर्ण जिला का प्रभारी जे.पी. धुर्वे अपर कलेक्टर/अपर जिला मजिस्ट्रेट जिला पन्ना (मो.नं. 9425184459) को बनाया है। एन्टी माफिया सेल के जिला स्तर पर पुलिस समन्वय का दायित्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बी.के.एस. परिहार (मो.नं. 7049142828) निभायेंगे। उक्ताशय से संबंधित गतिविधियों की सूचना जिला परिवहन अधिकारी का मो.नं. 9425173384 पर देने के अलावा संबंधित क्षेत्र के संबंधित अधिकारियों को दी जाये। इनमें अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पन्ना इनका मो.नं. 9999416199, पवई मो.नं. 9755957255, अजयगढ़ मो.नं. 9111262165, गुनौर मो.नं. 7049610171 तथा शाहनगर मो.नं. 8349392277 है। इसी प्रकार अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पन्ना मो.नं. 9479996503, पवई मो.नं. 9479996504, अजयगढ़ मोनं. 9479996505 पर सूचना दी जा सकती है। कोई भी व्यक्ति एन्टी माफिया सेल के अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से अथवा उनके मोबाईल फोन द्वारा एसएमएस, व्हाट्सअप के माध्यम से ऐसी शिकायतें प्रस्तुत/प्रेषित कर सकते हैं। साथ ही ईमेल पर मेल के माध्यम से भी शिकायतें/सूचनायें प्रेषित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त कलेक्ट्रेट में शिकायत शाखा अथवा अपर कलेक्टर कार्यालय में शिकायत की जा सकती है। ऐसे शिकायतकर्ताओं का नाम गोपनीय रखा जायेगा। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि कार्यालय अधीक्षक रामलखन शर्मा ई-मेल, दूरभाष एवं शिकायत पेटी पर प्राप्त शिकायतों को संकलित कर एन्टी माफिया सेल के प्रभारी जे.पी. धुर्वे अपर कलेक्टर जिला पन्ना को सीधे प्रस्तुत करेंगे। संबंधित अधिकारी उनके मोबाइल आदि पर शिकायतों को भी प्रभारी अधिकारी को प्रस्तुत करेंगे तथा प्रभारी अधिकारी के निर्देशानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करेेंगे।
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