Saturday, January 25, 2020

नायब तहसीलदार 25 हजार रू. की रिश्वत लेते गिरफ्तार

  •   लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने की कार्यवाही
  •   रेत से भरे ट्रेक्टर-ट्राली को छोडऩे माँगी थी रिश्वत
  •   साहब के साथ चौकीदार को भी लोकायुक्त पुलिस ने पकड़ा


 लोकायुक्त पुलिस टीम तथा घेरे में नायब तहसीलदार।

अरुण सिंह,पन्ना। लोकायुक्त पुलिस द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ की जा रही ताबड़तोड़ कार्यवाहियों के बावजूद भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे। अनियमितताओं और भ्रष्टाचार को लेकर सुॢखयों में रहने वाले पन्ना जिले के गुनौर में 25 जनवरी को सुबह लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम ने दबिश देकर नायब तहसीलदार सहित उनके चौकीदार को रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया है। नायब तहसीलदार रविशंकर शुक्ला जिनके पास तहसीलदार का भी प्रभार है, उन्होंने रेत से भरी ट्रेक्टर-ट्राली को छोडऩे के लिये रिश्वत माँगी थी। लेकिन यह रिश्वत उन्हें भारी पड़ गई और अपने ही आवास में वे लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ गये।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में हुई बातचीत के मुताबिक ट्रेक्टर-ट्राली को छुड़वाने के लिये रिश्वत की राशि लेकर शिक्षक बृजबिहारी प्रजापति सुबह नायब तहसीलदार के आवास में पहुँचा। आवास में मौजूद चौकीदार देवी दयाल दहायत 21 वर्ष ने घूस की रकम ली, उसी समय लोकायुक्त पुलिस की टीम ने दबिश देकर प्रभारी तहसीलदार रविशंकर शुक्ला तथा रिश्वत की राशि लेने वाले चौकीदार को रंगेहाँथ पकड़ लिया। लोकायुक्त पुलिस की टीम दोनों को तुरन्त पुलिस थाना गुनौर ले गई जहां उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही की गई। मालुम हो कि वर्ष 2020 की यह पहली कार्यवाही है जिसमें प्रभारी तहसीलदार रिश्वत लेते पकड़े गये। इसके पूर्व जिला मुख्यालय पन्ना के नवीन कलेक्ट्रेट भवन में आदिम जाति कल्याण विभाग के जिला संयोजक को घूस लेते पकड़ा गया था। शनिवार 25 जनवरी को हुई ट्रेप की यह कार्यवाही लोकायुक्त डीएसपी सागर राजेश खेड़े के नेतृत्व वाली टीम ने की है।

ट्रेक्टर-ट्राली छोडऩे माँगे थे 40 हजार

रिश्वत लेने के मामले में लोकायुक्त पुलिस के हत्थे चढ़ चुके प्रभारी तहसीलदार रविशंकर शुक्ला ने गुनौर निवासी शिक्षक बृजबिहारी प्रजापति से ट्रेक्टर-ट्राली छोडऩे के एवज में 40 हजार रू. की माँग की थी। मामले की शिकायत शिक्षक द्वारा सागर में लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की गई, तदुपरान्त ट्रैप कार्यवाही की योजना बनी। इसकी भनक प्रभारी तहसीलदार को नहीं लग पाई फलस्वरूप आदत के मुताबिक उन्होंने चौकीदार के माध्यम से रिश्वत की राशि अपने ही आवास में ली और पकड़े गये।

गुनौर तहसील मुख्यालय सहित जिले में हड़कम्प

लोकायुक्त पुलिस सागर की टीम द्वारा की गई इस ट्रैप कार्यवाही के तुरन्त बाद सोशल मीडिया के जरिये खबर फैल गई। जिससे गुनौर तहसील मुख्यालय सहित जिले में हड़कम्प मचा रहा। भ्रष्टाचार में लिप्त कई अधिकारियों के माथे पर चिन्ता की लकीरें दिखने लगी हैं। उन्हें फिक्र इस बात की है कि वे भी किसी दिन इसी तरह यदि धरे गये तो क्या होगा? सोशल मीडिया में लोकायुक्त पुलिस की इस धमाकेदार कार्यवाही को लेकर पूरे दिन टीका-टिप्पणियों का दौर चलता रहा। एक सज्जन ने समसामयिक टिप्पणी करते हुये कहा कि भ्रष्टाचारियों ने लोकतंत्र एवं मानवता को परेशान किया हुआ है। उन्होंने लोकायुक्त टीम को उनकी इस कार्यवाही के साथ-साथ 71वें गणतंत्र दिवस की लगे हाँथ बधाई भी दी है।
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