अक्सर हमसे कहा जाता है कि सोना एक बेहतरीन दवा है। लेकिन, एक नई स्टडी से पता चला है कि ज्यादा सोना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। दिन में ज्यादा बैठना और व्यायाम नहीं करना और इसके साथ साथ एक रात में 9 घंटे से ज्यादा सोना धूम्रपान और शराब पीने से भी ज्यादा खतरनाक है। विशेषज्ञों का कहना है कि ज्यादा बैठे रहने वाले इंसान की जल्दी मृत्यु की 4 गुना ज्यादा संभावना रहती है। पिछले कुछ सालों में ऐसे कई प्रमाण मिले हैं जो यह साबित करते हैं कि ज्यादा देर तक बैठना आपके लिए खतरनाक हो सकता है। पहले की शोधों से भी पता चला है कि ज्यादा सोना आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। इस बार यह स्टडी सिडनी यूनिवर्सिटी में की गई है जिसने बैठने और सोने दोनों पर एक साथ अध्ययन किया है।
यूनिवर्सिटी आफ सिडनी में सीनियर रिसर्च फेलो और स्टडी के लेखक डॉक्टर मेलांडी डिंग ने बताया, जब आप श्रम या व्यायाम भी नहीं करते हैं तो आपके शरीर पर तीन तरफा मार पड़ती है। हमारी स्टडी से पता चलता है कि हम जितना पीने और अस्वस्थ खानपान की आदत को गंभीरता से लेते हैं उतनी ही गंभीरता से हमें सोने बैठने और व्यायाम करने को लेना चाहिए।
डॉ डिंग और शोधकर्ताओं की एक टीम ने 45 और इससे बड़ी उम्र के 2,30,000 से ज्यादा लोगों के स्वास्थ्य पर अध्ययन किया। यह स्टडी ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी स्टडी है। शोधकर्ताओं ने जीवन शैली के उन व्यवहारों का विश्लेषण किया जिसके बारे में जाना जाता है कि इससे बीमारी का खतरा बढ़ता है। इनमें धूम्रपान करना, अत्यधिक पीना, घटिया खानपान और शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहना भी शामिल था। स्टडी में यह बात भी सामने आई है कि 7 घंटे से कम सोना भी धूम्रपान और शराब पीने की तुलना में 4 गुना ज्यादा खतरनाक है । यह भी बताया गया कि दिल की बीमारियां डायबिटीज और कैंसर समेत अन्य गैर संचारी रोग दुनिया भर में 3.8 करोड़ से ज्यादा लोगों की जान लेती है। संक्रामक रोगों की तुलना में यह बीमारियां ज्यादा लोगों की जान लेती है।
अगर ज्यादा निद्रा हो जाएगी तो उसका परिणाम होगा कि दिन भर आप में एक ताजगी का अभाव रहेगा, शरीर बहुत शिथिल मालूम होगा, मस्तिष्क भारी मालूम होगा। और अगर निद्रा कम हुई तो वह कम निद्रा पूरा होने की दिन भर कोशिश करेगी और उसकी वजह से आप दिनभर उनींदे अनुभव करेंगे। नींद आपको कम करना नहीं है आपको तो पूरा लेना है जितना आपके लिए जरूरी मालूम हो। कम से कम 7 घंटा - कम से कम प्रत्येक के लिए जरूरी। ज्यादा से ज्यादा 8 घंटे, कम से कम 6 घंटे, इससे कम नहीं, इससे ज्यादा नहीं, सामान्यतः। अगर आप बहुत ठीक से सम्यकरूपेण 24 घंटे का जीवन जिये हैं, तो यह हो सकता हैं नींद आपकी 6 घण्टे में पूरी हो जाये। वह अपने आप 6 घंटे में पूरी हो जाती हो और 6 घंटे के बाद आपको कोई वजह न मालूम होती हो पड़े रहने की, तो उसका अर्थ यह है कि आप इतने शांत हैं और आप इतने व्यवस्थित हैं कि शरीर के बहुत से सेल्स नहीं टूट रहे हैं, और इसलिए नींद आपकी अल्प हो गई है।
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