Tuesday, April 21, 2020

कोरोना संकट के बीच पन्ना पुलिस बुझा रही परिंदों की भी प्यास

  • गर्मी में पक्षियों की जिंदगी बचाने अजयगढ़ थाना पुलिस की अभिनव पहल 
  • विश्रामगंज घाटी से लेकर अजयगढ़ तक जगह - जगह  पेड़ो पर टंगवाये डिब्बे 


विश्रामगंज घाटी में पेड़ पर टंगे डिब्बे में पानी डालता पुलिसकर्मी। 

अरुण सिंह,पन्ना। कोरोना संकट और लॉक डाउन के बीच कानून व्यवस्था कायम रखने के साथ - साथ म.प्र. के पन्ना जिले की पुलिस गर्मी के इस मौसम में मूक पशु पक्षियों का भी ध्यान रख रही है। गर्मी से बेहाल परिंदों की प्यास बुझाने के लिये अजयगढ़ थाना प्रभारी अरविंद्र कुजूर व उनके सहयोगियों ने विश्रामगंज घाटी से लेकर अजयगढ़ तक जगह - जगह  पेड़ो पर पानी से भरे डिब्बे टंगवाये हैं। अजयगढ़ थाना पुलिस की इस अभिनव और संवेदनशील पहल की न सिर्फ सराहना हो रही है अपितु ऐसा करने के लिये लोग प्रेरित भी हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है। मनुष्य को प्यास लगती है तो वह कहीं भी मांग कर पी लेता है, लेकिन मूक पशु पक्षियों को पानी न मिलने पर उन्हें प्यास से तड़पना पड़ता है। भीषण गर्मी में कई परिंदों व पशुओं की मौत पानी की कमी के कारण हो जाती है। अजयगढ़ थाना पुलिस की तरह यदि हर कोई थोड़ा सा प्रयास करे और अपने घरों के आस पास उड़ने वाले परिंदों के लिये पानी रखे तो उनकी जिंदगी बच सकती है। सुबह आंखें खुलने के साथ ही घरों के आस-पास गौरेया, मैना व अन्य पक्षियों की चहक सभी के मन को मोह लेती है। घरों के बाहर फुदकती गौरेया बच्चों सहित बड़ों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है। गर्मियों में घरों के आसपास इनकी चहचहाहट बनी रहे, इसके लिए जरूरी है कि लोग पक्षियों से प्रेम करें और उनका विशेष ख्याल रखें। जिले में गर्मी बढने लगी है, यहां का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर जाता है। आने वाले सप्ताह और जेठ में और अधिक गर्मी पडने की संभावना है। भीषण तपिश भरी गर्मी में प्यास से बेहाल परिंदों को पानी देना पुण्य का कार्य है क्योंकि पानी न मिले तो पक्षी बेहोश होकर गिर पड़ते हैं।अजयगढ़ नगर निरीक्षक अरविंद कुजूर ने बतलाया कि उक्त कार्य उन्होंने स्व प्रेरणा से किया है। इस कार्य को सफल बनाने हेतु पन्ना अजयगढ़ मुख्य मार्ग में स्थित जो भी दुकान संचालक एवं स्थानीय लोग हैं, उनको भी प्रेरित किया गया है । ताकि वे भी इस पहल में अपना योगदान दे सकें । उन्होंने जिलेवासियों से अपील की है कि अपने - अपने घरों की छतों पर एवं आसपास लगे पेड़ पौधों पर खाली डिब्बों को या बर्तनों को पेड़ में टांगे तथा उसमें नियमित पानी भरें, ताकि इस भीषण गर्मी में कोई भी पक्षी जल के अभाव में दम  तोडे। मालुम हो कि गर्मी में पक्षियों के लिए भोजन की भी कमी रहती है। पक्षियों के भोजन कीड़े-मकोड़े गर्मियों में नमी वाले स्थानों में ही मिल पाते हैं। खुले मैदान में कीड़ों की संख्या कम हो जाती है, जिससे पक्षियों को भोजन खोजने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। जंगलों में पेड़ों के पत्ते झड़ जाते हैं, साथ ही जल स्त्रोत भी सूख जाते हैं। यही वजह है कि गर्मियों में पशु पक्षियों को दाना पानी देने की भारतीय परम्परा रही है। इस परम्परा का निर्वहन करके पन्ना जिले की अजयगढ़ थाना पुलिस ने जो संवेदनशीलता दिखाई है वह काबिलेतारीफ है।
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