Saturday, July 25, 2020

फलों के राजा आम की खुशबू से मंहकेंगे खेत और खलिहान

  • पचमढ़ी से आये कलमी आम के पौधों का किया जायेगा रोपण 
  • उद्यानिकी विभाग द्वारा 40 हजार कलमी आम पौधे मंगाये गये 
  • पन्ना की उद्यान रोपणी जनकपुर में आ चुके हैं 3450 पौधे


पन्ना में रोपण के लिए शासकीय उद्यान पचमढ़ी से मंगवाये गये कलमी आम के पौधे।  

अरुण सिंह,पन्ना।
अमृत तुल्य आँवले के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में खेत और खलिहान अब फलों के राजा आम की खुशबू से भी मंहकेंगे। इसके लिए मनरेगा योजनांतर्गत शासकीय उद्यान पचमढ़ी से पन्ना उद्यानिकी विभाग द्वारा 40 हजार कलमी आम के पौधे मंगाये गये हैं। सहायक संचालक उद्यान महेन्द्र मोहन भट्ट ने बताया कि 24 जुलाई को शासकीय उद्यान रोपणी जनकपुर में 3450 पौधे आ चुके हैं। जिन किसानों के पास पर्याप्त निजी जमीन है वे अतिरिक्त आय अर्जित करने के साथ - साथ पर्यावरण को संतुलित रखने में अपना योगदान दे सकते हैं।  मनरेगा योजना द्वारा सार्वजनिक के साथ निजी जमीन पर भी इस साल व्यापक पौधरोपण किया जायेगा। निजी जमीन पर पौधे लगाने वाले जमीन मालिकों को विभाग द्वारा पूरी सुविधा भी दी जायेगी।

पन्ना की शासकीय उद्यान रोपणी जनकपुर का निरीक्षण करते मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत   

उल्लेखनीय है कि प्रदेश शासन ने कोरोना संक्रमण के दौरान लघु एवं सीमांत किसानों के लिये कृषि व उद्यानिकी की फल पौधरोपण की नई योजना प्रारंभ की है। किसान अपने खेत में फलदार पौधे लगायेंगे। जिसमें 3 वर्ष तक का खर्च का भुगतान मनरेगा योजना अन्तर्गत किया जायेगा। जब फल निकलेंगे तो उसका पूरा फायदा किसान को ही होगा। निजी व प्रदाय पट्टों की भूमि में योजना के तहत पौधा रोपण किया जा सकता है। सहायक संचालक उद्यान श्री भट्ट ने बताया कि शासकीय उद्यान पचमढ़ी से उद्यानिकी विभाग पन्ना द्वारा अच्छी प्रजाति वाले 40 हजार ग्राफ्टेड कलमी आम के पौधे मंगाये गये हैं, जिनका रोपण योजनाबद्ध तरीके से कराया जायेगा। मालुम हो कि ग्राफ्टिंग विधि से पौधा तैयार करने के लिये सबसे पहले गुठली से बीजू पौधा तैयार किया जाता है। यह पौधा तीन महीने में तीन फीट का हो जाता है। इसके बाद तने के ऊपरी भाग को तोड़ दिया जाता है, इससे उसमें कई शाखाएं निकल जाती हैं। बार-बार तोड़ने पर शाखाओं की संख्या बढ़ती जाती है। चार माह होने पर सभी शाखाओं में अलग-अलग वेराइटी के पेड़ से कोपल की इसमें ग्राफ्टिंग की जाती है। "वी" शेप में बीजू और दूसरे पेड़ की कोपल को बांध दिया जाता है। एक साल में पौधा तैयार हो जाता है।

सहायक संचालक उद्यान ने बताया कि किसान चाहें तो इस साल मानसून में अपनी जमीन में पौधरोपण करा सकते हैं। इसके लिए मनरेगा योजना द्वारा किसानों को मुफ्त पौधा दिया जायेगा। किसान अपनी इच्छा अनुसार पौधे लगा सकते हैं। निजी जमीन पर पौधे लगाने वालों को फायदा यह होगा कि पौधों की सुरक्षा के लिए मनरेगा योजना के तहत जमीन मालिक को रोपित पौधों की संख्या के मुताबिक राशि भी प्रदान की जायेगी। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बालागुरू के, अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अशोक चतुर्वेदी, परियोजना अधिकारी संजय सिंह परिहार ने शासकीय उद्यान रोपणी जनकपुर पहुँचकर पचमढ़ी से आये कलमी आम के पौधों का निरीक्षण किया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री बालागुरू ने निर्देश दिए कि किसानों को उच्च किस्म के कलमी पौधे जैसे लगड़ा, दशहरी, बाम्बेग्रीन, सुंदरजा की उपलब्धता कराई जाये तथा किसानों के खेतों तक पौधे पहुंचा कर शीघ्र उनका रोपण कराया जाये। श्री भट्ट ने बताया कि पन्ना जिले में 1490 कृषकों का मनरेगा के तहत चयन किया गया है। जिसमें से आम 44829 पौधे, अमरूद 37166, आंवला 27943, नीबू 22777 इस तरह कुल पौध संख्या 132715 रोपित किये जायेंगे। आपने बताया कि अच्छी किस्म वाले आम के पौधों का इतनी संख्या में पौध रोपण पहली बार हो रहा है। इन रोपित होने वाले पौधों के तैयार होने पर कुछ ही वर्षों में पन्ना बेहतरीन किस्म के मीठे और रसीले आमों के लिए भी पहचाना जायेगा।
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