पन्ना टाइगर रिजर्व की हथिनी रूपकली अपने नवजात शिशु के साथ। |
अरुण सिंह,पन्ना। बाघों के लिए प्रसिद्ध मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में हथिनी रूपकली ने एक स्वस्थ मादा बच्चे को जन्म दिया है। यहां हाथियों के कुनबे में एक नये और नन्हे मेहमान के आ जाने से खुशी का माहौल है। इस नन्हे मेहमान के आ जाने से पन्ना टाइगर रिजर्व में हाथियों का कुनबा बढ़कर 15 हो गया है। हांथियों के इस कुनबे में दुनिया की सबसे उम्रदराज हथिनी वत्सला भी शामिल है, जो पन्ना टाइगर रिज़र्व के लिये किसी धरोहर से कम नहीं है।
पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक के.एस. भदौरिया ने जानकारी देते हुए आज बताया कि 45 वर्षीय हथनी रूपकली ने 18 सितम्बर 20 की सुबह 5:10 बजे पन्ना टाइगर रिजर्व के परिक्षेत्र हिनौता स्थित हाथी कैंप में मादा शिशु को जन्म दिया है। नवजात शिशु का अनुमानित वजन 100 किलोग्राम है तथा हथनी व बच्चा दोनों पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। प्रसव के उपरान्त हथिनी व नवजात शिशु का स्वास्थ्य परीक्षण वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार गुप्ता द्वारा किया गया है। मादा शिशु अपनी मां का दूध पीने के साथ-साथ कुनबे में शामिल नन्हे सदस्यों से अठखेलियां भी करने लगी है। कोरोना वायरस के संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए हाथी कैम्प व आसपास के क्षेत्र को सैनिटाइज किया गया है तथा नवजात शिशु के पास स्टाफ के अतिरिक्त किसी भी अन्य व्यक्ति का जाना प्रतिबंधित है। श्री भदौरिया ने बताया कि हथिनी रूपकली व उसके नन्हे शिशु की समुचित देखरेख तथा विशेष भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। हथिनी को दलिया, गुड, गन्ना तथा शुद्ध घी से निर्मित लड्डू खिलाये जा रहे हैं ताकि नन्हे शिशु को पर्याप्त दूध मिल सके। हथनी व उसके शिशु की चौबीसों घंटे देखरेख व निगरानी के लिए स्टाफ की तैनाती की गई है। वन्य प्राणी चिकित्सक भी समय-समय पर मां व शिशु दोनों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर रहे हैं।
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