- एसटीएसएफ ने किया 3 आरोपियों को गिरफ्तार
- गिरफ्तार आरोपियों में दो पन्ना जिले के शामिल
गिरफ्तार आरोपी तथा उनसे बरामद तेंदुआ व चीतल की खाल। |
अरुण सिंह,पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व में बीते 8-9 माह के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में हुई पांच बाघों की मौत का मामला अभी निराकृत भी नहीं हो पाया और शिकार का एक बेहद सनसनीखेज मामला प्रकाश में आ गया। वन्य प्राणी तेंदुआ व चीतल की खाल सहित तीन आरोपियों को जबलपुर में गिरफ्तार किया गया है। चिंताजनक बात तो यह है कि गिरफ्तार हुये इन आरोपियों में दो पन्ना जिले के व एक आरोपी पडोसी छतरपुर जिले का है। जाहिर है कि आरोपियों ने शिकार की घटना को अंजाम यहीं आसपास के जंगल में दिया होगा। इन आरोपियों के पकडे जाने से यह भी स्पष्ट हो गया है कि पन्ना टाइगर रिज़र्व सहित आसपास के जंगल में शातिर शिकारियों का गिरोह सक्रिय है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्रणी) ने आज जारी प्रेस नोट में बताया कि स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स (एस.टी.एस.एफ) भोपाल एवं जबलपुर और वन्य जीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो जबलपुर के संयुक्त दल ने गुरूवार को जबलपुर में 03 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से वन्य-प्राणी तेन्दुए की एक नग खाल और वन्यप्राणी चीतल की खाल अवैध रूप से होना पाया गया है। बताया गया है कि यह आरोपी फर्जी सर्टिफिकेट बनाकर खालों को बेचने की फिराक में थे। गिरफ्तार किये गए आरोपी जितेन्द्र तिवारी पिता अंजनी तिवारी निवासी बृजपुर, जिला पन्ना, ओमप्रकाश सेन पिता प्रकाशचंद सेन निवासी सुनहरा, जिला पन्ना एवं उमेश पटेल पिता रामनारायण पटेल छतरपुर का रहने वाला है। गिरफ्तार आरोपियों से पूंछतांछ जारी है, मामले में अभी अन्य आरोपियों के भी पकडे जाने की संभावना है। प्रथम दृष्टया इसमें एक संगठित गिरोह के शामिल होने के प्रमाण मिले हैं, जिसकी विवेचना की जा रही है।
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