Monday, October 12, 2020

आपदा काल में संकट मोचक बने समाजसेवियों का हुआ सम्मान

  •  उन सभी लोगों के प्रति भी सम्मान प्रगट किया गया जिन्होंने आपदा के समय सेवा को अपना धर्म समझा



अरुण सिंह,पन्ना। आपदा के समय गरीबों, असहायों और मजदूरों की यथासंभव मदद करने वाले समाजसेवियों की नेक पहल व प्रयासों को प्रेरणादायी मानते हुये रविवार को आयोजित एक गरिमामय कार्यक्रम में उनका सम्मान किया गया। सर्किट हाउस पन्ना में आयोजित यह अनूठा कार्यक्रम जमीनी स्तर पर सक्रिय रहने वाले पत्रकार संजय सिंह की पहल व प्रयासों से हुआ, जिसकी भूरि -  भूरि सराहना हो रही है। इस कार्यक्रम के माध्यम से कोरोना संक्रमण के उस दौर में जब भय और अफरा - तफरी का माहौल था, ऐसे समय मानव सेवा के मूल मंत्र को अपनाकर जरूरतमंदों तक मदद पहुँचाने वाले लोगों को सम्मानित कर समाज को यह सन्देश देने का प्रयास किया गया है कि सेवा भावना सबसे महत्वपूर्ण और जरुरी मानवीय गुण है। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि संकट मोचक बनने वाले समाजसेवियों का सम्मान पत्रकारों के हांथों कराया गया।        

कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले समाजसेवियों में मुख्य रूप से प्राणनाथ मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक राज किशन शर्मा, प्राणनाथ मंदिर के पुजारी देवकरण त्रिपाठी, नर सेवा नारायण सेवा संस्था के संस्थापक रामऔतार बबलू पाठक, समाजसेवी मनोज केसरवानी, समाजसेवी शिवजीत सिंह भैया राजा, सांई मंदिर ट्रस्ट के संचालक नरेंद्र कुमार गन्नू गुप्ता, मनीष शर्मा एवं कमल लालवानी को सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए कोरोना संकटकाल में जरूरतमंदों की निस्वार्थ मदद को देखते हुए शॉल, श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। सम्मानित करने वाली संस्था भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा के जिलाध्यक्ष व्ही.एस. यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि प्राणनाथ मंदिर ट्रस्ट द्वारा समय-समय पर जिले में देश विदेश के नामचीन चिकित्सकों का कैम्प लगवाकर गंभीर रोगों का निशुल्क उपचार करवाया जाता है, और कोरोना संकटकाल में भी जरूरतमंदों को भोजन की व्यवस्था की जाती रही है। नरेन्द्र कुमार गन्नू गुप्ता साईं मंदिर ट्रस्ट के माध्यम से वृद्ध, दिव्यांग एवं असहाय लोगों को भोजन की व्यवस्था करते हैं एवं कोरोना संकट काल में जरूरतमदों को राशन किट पहुंचाते रहे हैं। रामऔतार बबलू पाठक द्वारा नरसेवा नारायण सेवा संस्था के माध्यम से जरूरतमंदों की मदद एवं जिला अस्पताल में मरीजों के परिजनों को 05 रुपए में भरपेट भोजन की व्यवस्था करते हुए समय-समय पर जनसेवा के सराहनीय कार्य करते हैं। इसी प्रकार, मनोज केसरवानी द्वारा पेयजल व्यवस्था विहीन बस्तियों में स्वयं के टैंकरों से निःशुल्क पानी और कोरोना संकट में प्रवासी श्रमिकों को भोजन व जरूरत मंदों को राशन किट पहुंचाते रहे हैं। शिजीत सिंह भैया संकट के समय प्रवासी श्रमिकों के लिए भोजन और नास्ते की व्यवस्था एवं जरूरतमंदों की मदद करते रहे हैं। मनीष शर्मा द्वारा प्रवासी श्रमिकों के बच्चों को दूध, चाय, ब्रेड, बिस्कुट एवं अन्य सामग्री की व्यवस्था करना, कमल लालवानी द्वारा जरूरतमंदों को भोजन के पैकेट, राशन किट एवं भूखे-प्यासे पशुओं को भोजन और पानी की व्यवस्था जैसे नेक कार्य के किये गये हैं। जिसे देखते हुए संगठन द्वारा सम्मानित किया गया है। कार्यक्रम के दौरान पत्रकार मनीष मिश्रा ने कोरोना के भयावह दौर में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कुछ और समाजसेवियों व संस्थाओं का जिक्र कर यह मंशा जाहिर किया कि किसी न किसी रूप में इनका भी सम्मान होना चाहिये। मालुम हो कि कोरोना के समय जब लॉकडाउन था, जरुरत का सामान भी नहीं मिल पा रहा था उस समय न जाने कितने लोगों ने अपनी परवाह न करते हुये मानव होने का फर्ज निभाया था। कुछ लोग तो ऐसे भी रहे जो चुपचाप बिना किसी शोर शराबे के स्वान्तः सुखाय जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाते रहे हैं। ऐसे सभी लोगों के कार्यों को आदर व सम्मान देने की नेक मंशा से ही यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे प्रतीकात्मक रूप से कुछ समाजसेवियों का सम्मान कर उन सभी लोगों के प्रति भी सम्मान प्रगट किया गया जिन्होंने आपदा के समय सेवा को अपना धर्म समझा।  

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