- खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने एनएमडीसी के सेवा कार्यों को सराहा
- परियोजना को संचालित रखने राज्य व केन्द्र से मिलेगी हरसंभव सहायता
जिला चिकित्सालय पन्ना को दो एम्बुलेन्स वाहन सौंपते खनिज मंत्री। |
अरुण सिंह,पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले की पहचान बन चुकी एनएमडीसी हीरा खनन परियोजना समाज सेवा के मामले में भी अग्रणी भूमिका निभाती है। बेशकीमती हीरों का उत्पादन करने वाली यह परियोजना आसपास के ग्रामों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल सहित अन्य बुनियादी और मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में सराहनीय कार्य किये हैं। समाजसेवा का यह सिलसिला अनवरत जारी है। इस कड़ी में एनएमडीसी ने आज जिला चिकित्सालय पन्ना को दो एम्बुलेन्स की सौगात दी है। प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम विभाग मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय को एनएमडीसी द्वारा उपलब्ध कराई गयी दो एम्बुलेन्स वाहन एवं बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को आक्सीमीटर उपलब्ध कराने के लिए 5 लाख 64 हजार रूपये का चैक संयुक्त रूप से मंत्री श्री सिंह एवं कलेक्टर पन्ना के द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एल.के. तिवारी को सौंपा गया।
आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह। |
मंत्री श्री सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि एनएमडीसी लम्बे समय से जिले में हीरे का उत्खनन कर रही है। यह एशिया महाद्वीप की एक मात्र ऐसी खदान है जो आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुये संचालित है। इस परियोजना द्वारा खदान क्षेत्र के आसपास बहुत सारे समाज सेवा के कार्य किये जाते हैं। पास के गांव में शिक्षा, पेयजल, परिवहन आदि की सुविधाएं दी जा रही हैं। इसके अलावा इनके द्वारा जिला चिकित्सालय में निरंतर सहयोग प्रदान किया जा रहा है। आगे भी अन्य सहयोग प्रदान करते रहेंगे। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि परियोजना प्रबंधक से मैंने चर्चा करते हुए कहा है कि नगर मुख्यालय पर कोई ऐसा काम किया जाये जिससे जिला मुख्यालय में पहचान बन सके। इसके लिए धरम सागर तालाब के चारों ओर पाथवे बनाने के संबंध में कहा गया है। परियोजना प्रबंधक द्वारा कार्य कराने का आश्वासन दिया गया है।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि परियोजना को आगे आने वाले समय में संचालित रखने के लिए राज्य शासन एवं केन्द्र शासन से स्वीकृति प्रदान कराने में हरसंभव सहायता की जायेगी। इस परियोजना से यहां के लोगों को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलता है, इसलिए जिले में इस परियोजना को निरंतर चालू रखने के प्रयास किये जायेंगे। कलेक्टर संजय कुमार मिश्र ने कहा कि परियोजना द्वारा आवश्यक जनसेवा के कार्य किये जा रहे हैं। इनके द्वारा स्वविवेक से आक्सीमीटर के लिए 5 लाख 64 हजार रूपये की राशि प्रदान की गयी है। इस राशि से आक्सीमीटर क्रय किए जाकर घरों पर आइसोलेट किये जाने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य की जांच निरंतर हो सकेगी। उन्होंने अपेक्षा करते हुए कहा कि एनएमडीसी द्वारा आगामी समय में जिला चिकित्सालय को शव वाहन उपलब्ध कराया जायेगा।
मुख्य महाप्रबंधक एनएमडीसी एस.के. जैन ने कहा कि परियोजना को आगे संचालित रखने की स्वीकृति प्राप्त हो जाने पर यह परियोजना निरंतर सामाजिक कार्यो में अपना सहयोग करती रहेगी। सम्पन्न हुए कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रबंधक भूपेन्द्र कुमार द्वारा उपस्थितों के प्रति विनम्र आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में एनएमडीसी से समरबहादुर सिंह, भोला प्रसाद सोनी, सोमेन्द्र प्रताप सिंह, सिविल सर्जन डॉ. व्ही.एस. उपाध्याय, डॉ. गुंजन सिंह, अन्य चिकित्सकगण, पत्रकारगण एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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