Thursday, February 18, 2021

वन्य प्राणियों के शिकार का नहीं थम रहा सिलसिला

  • जल श्रोतों के आसपास शातिर शिकारियों की बढ़ रही सक्रियता  
  • शिकारियों के बिछाए करंट युक्त जाल में फंसकर तेंदुए की मौत

करंट की चपेट में आकर तालाब में प्यासे तेंदुए की हुई मौत का दर्दनाक द्रश्य। 

अरुण सिंह,पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिज़र्व से लगे विंध्य और बुंदेलखंड क्षेत्र के जंगलों में वन्य प्राणियों के शिकार की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा। शातिर शिकारी लगातार शिकार की वारदातों को अंजाम देने में कामयाब हो रहे हैं। ताजा मामला पडोसी जिला सतना के मझगवां रेंज का है। यहाँ शिकारियों ने जल श्रोत के निकट करंट युक्त तार फैलाकर शिकार की घटना को अंजाम दिया है। घटना में एक तेंदुआ सहित जंगली बिल्ली व एक बैल की मौत हुई है। 

 उल्लेखनीय है कि यह इलाका चित्रकूट से लगा हुआ है। यहाँ के जंगल व पन्ना के जंगलों के बीच जीवित कॉरिडोर है, फलस्वरूप वन्य प्राणियों का एक जगह से दूसरी जगह के जंगल तक आवागमन बना रहता है। पन्ना की एक बाघिन ने तो चित्रकूट के जंगल को न सिर्फ अपना आशियाना बना लिया है बल्कि वहां शावकों को जन्म देकर इस इलाके के जंगल को भी बाघों से आबाद किया है। मिली जानकारी के अनुसार शिकारियों द्वारा तालाब के समीप बिछाए गये करंट युक्त तार में उलझने से एक प्यासा तेंदुआ जहाँ काल के गाल में समा गया, वहीँ एक बैल और जंगली बिल्ली की भी करंट लगने से मौत हो गई। जिस जगह शिकार हुआ है वह क्षेत्र मझगवां रेंज के अंतर्गत पाल देव बीट क्रमांक 32 में आता है। यहाँ स्थित बगदरा तालाब के समीप बीती रात शिकारियों ने हाई वोल्टेज करंटयुक्त तार बिछा दी थी। रात्रि में तालाब में पानी पीने पहुंचा एक तेंदुआ इस करंट युक्त तार में उलझ गया और करंट लगने से प्यासे तेंदुए ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके बाद तालाब में पानी पीने पहुंचे एक बैल और एक जंगली बिल्ली भी करंट की चपेट में आ गये और इन बेजुबानों को भी असमय काल कवलित होना पड़ा। घटना की जानकारी मिलने पर मध्य प्रदेश के वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची टीम ने मृत जानवरों के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम को भेजा है। बताया गया है कि संदेह के आधार पर चार लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।

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