फलों से लदा आम का पेड़। |
इन दिनों आम अपनी सबाब पर है। पेड़ फलों से लदे हुए हैं, पर अभी मात्र पना और टहुआ के लिए ही। एक माह बाद बगजा का समय आएगा और उसके पश्चात सांह एवं अमावट का।
यहां आप सभी को महिलाओं को थेंक्स कहना चाहिए जिनने आप के लिए क्रमश: आम की चटनी, पना, बगजा और उसके बाद अमावट तक का अनुसन्धान किया था।
साथ ही चार प्रकार के अचार भी जिनमे पहला कचेलियो का अचार, दूसरा सूती से छील कर बनने वाला छुन्ना का अचार, तीसरा पनीहा अचार जो एकाध महीना के खाने के लिए बनता है। और चौथा तेलहा अचार जो वर्षों तक रखा रहता है।
इन दिनों हमने कई दिन आम की चटनी, पना और टहुआ का आनंद लिया। आप भी खाइए। क्योकि प्रकृति ने अलग - अलग समय में मौसमी फल इसीलिए बनाया है कि आप उसके व्यंजनों का आनंद लें।
पर हां एक निहित स्वार्थ आप से उस पेड़ का भी है कि उसके वंश परिवर्धन का भी पूरा - पूरा ख्याल रखें।
@ बाबूलाल दाहिया
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