Saturday, May 22, 2021

मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में भी ब्लैक फंगस ने दी दस्तक

  • कोरोना की रफ़्तार कम होने पर अब ब्लैक फंगस ने बढ़ाई चिंता 
  • पन्ना निवासी पीड़ित मरीज का जबलपुर में चल रहा है इलाज 


।। अरुण सिंह ।।   

पन्ना। देश के कई राज्यों में म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों के मामले सामने आने के साथ ही मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में भी इस खतरनाक बीमारी ने दस्तक दे दी है। कोरोना संक्रमण की रफ़्तार में अंकुश लगने की ख़बरों से पन्ना जिले के लोगों ने राहत की साँस ली थी कि अब इस नये संकट ने लोगों को चिंता में डाल दिया है। पन्ना शहर के निवासी एक 45 वर्षीय व्यक्ति को ब्लैक फंगस ने अपनी चपेट में लिया है। जिसकी पुष्टि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी पन्ना डॉ. आर. एस. पाण्डेय ने की है। पीड़ित मरीज का जबलपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। 

डॉ. पाण्डेय ने बताया कि पन्ना निवासी संक्रमित मरीज अमित श्रीवास्तव शुगर के मरीज हैं। बीते माह उनकी कोरोना जाँच हुई थी और रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पॉजिटिव आने के बाद वे अपने घर में ही क्वारंटाइन थे। कोरोना संक्रमण के कुछ दिन बाद ही उनकी दाहिनी आँख में सूजन व लालिमा आने के साथ तबियत बिगड़ने पर पीड़ित के परिजन उपचार हेतु उसे जबलपुर ले गए। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि ब्लैक फंगस का संक्रमण मरीज के मस्तिष्क तक फ़ैल चुका है। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती पीड़ित युवक ने अपना एक वीडियो जारी कर मदद की गुहार लगाई है। पीड़ित ने कहा है कि "मुझे ब्लैक फंगस हो गया है, मेरा इलाज करवाकर किसी तरह मुझे बचा लो"।    

आखिर क्या है यह ब्लैक फंगस 

 कोरोना के साथ लोगों को एक नई चिंता में डालने वाला यह ब्लैक फंगस आखिर क्या बला है? इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की तरफ से जारी एडवाइजरी इसे समझने में आपके बेहद काम की हो सकती है। आइए जानते हैं कि ब्लैक फंगस क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है। म्यूकरमाइकिस यानी ब्लैक फंगस एक फंगल इन्फेक्शन है। यह उन लोगों को प्रभावित करता है, जिनका इम्यून सिस्टम किसी बीमारी या इसके इलाज की वजह से कमजोर हो जाता है। ये फंगस हवा में मौजूद होता है और ऐसे लोगों में पहुंचकर उनको संक्रमित करता है। इसका संक्रमण होने पर जो लक्षण प्रकट होते हैं उनमें प्रमुखत: आंख और नाक के आसपास दर्द या लालिमा,बुखार,सिर दर्द,खांसी,सांस लेने में परेशानी,उल्टी में खून,मेंटल कन्फ्यूजन होता है। 

इनको रहता है ज्यादा खतरा

म्यूकरमाइकिस यानी ब्लैक फंगस के संक्रमण का खतरा उनको अधिक रहता है जिनको अनकंट्रोल्ड डायबीटीज हो,स्टेरॉयड ले रहे हों तथा लंबे वक्त तक आईसीयू में रहे हों। इसके संक्रमण से बचने के लिए चिकित्सकों का सुझाव है कि धूल-मिट्टी भरी कंस्ट्रक्शन साइट पर जाएं तो मास्क जरूर पहनें। बागवानी या मिट्टी से जुड़ा काम करते वक्त जूते, फुल पैंट्स-शर्ट और दस्ताने पहनें। पर्सनल हाईजीन का ध्यान रखें। रोजाना अच्छी तरह नहाएं। यदि नाक जाम है या नाक से काला या खूनी पदार्थ निकले, गाल की हड्डी में दर्द हो, नाक/तालू के ऊपर कालापन आ जाए, दांत में दर्द हो, दांतों में ढीलापन लगे, जबड़े में दिक्कत हो, त्वचा में घाव, बुखार, दर्द या धुंधलापन दिखे, खून का थक्का जमे, छाती में दर्द हो, सांस लेने में दिक्कत हो तो इन लक्षणों को अनदेखा न करें। तुरंत चिकित्स्कीय परामर्श लें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार उपचार करवाएं। 

 नोट : यह जानकारी स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की तरफ से जारी की गई है।

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