- जंगल में अठखेलियां करते हुए नजर आए चारो शावक
- क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व से मिली यह खुशखबरी
पन्ना टाइगर रिज़र्व में चहल - कदमी करते बाघ शावक। ( फाइल फोटो ) |
।। अरुण सिंह ।।
पन्ना। बाघों से आबाद हो चुके मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से राहत पहुंचाने वाली सुकून भरी खबर मिली है, मृत बाघिन के दो दिनों से लापता चारो शावक स्वस्थ और सुरक्षित हैं। मालुम हो कि गत 15 मई को आघात पहुंचाने वाली खबर मिली थी। प्रजनन क्षमता वाली एक युवा बाघिन जिसके चार शावक हैं, उसकी अचानक हुई मौत की खबर ने हर किसी को झकझोर दिया था। वन्यजीव प्रेमी व पार्क के अधिकारी बाघिन के अनाथ हो चुके चारों शावकों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित थे। जंगल में शावकों की सरगर्मी के साथ तलाश की जा रही थी। बीते दो दिनों के अथक प्रयासों के बाद सोमवार को चारो नन्हें शावक अठखेलियां करते नजर आए हैं। शावकों के सुरक्षित होने की सुकून भरी इस खबर से सभी ने राहत की सांस ली है।
उल्लेखनीय है कि गत 15 मई को पन्ना टाइगर रिजर्व की एक अति महत्वपूर्ण बाघिन पी-213 (32) की अज्ञात कारणों के चलते मौत हो गई थी। बाघिन की मौत के बाद उसके चार शावकों को जिनकी उम्र तकरीबन 6 से 8 माह है, उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता की जाने लगी। इन नन्हे शावकों की खोज में पार्क के मैदानी अमले को जहां लगाया गया, वहीं प्रशिक्षित हाथियों के दल को भी कोनी बीट के जंगल में शावकों की तलाश के लिए तैनात किया गया। दो दिनों तक हुई अनवरत खोज के बाद आज अपरान्ह यह खुशखबरी मिली कि चारों शावक सुरक्षित हैं।
क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व उत्तम कुमार शर्मा ने यह खुशखबरी देते हुए बताया कि मौके पर मौजूद वन अमले ने शावकों को अठखेलियां करते हुए देखा है। आपने बताया कि चारों शावक स्वस्थ और सुरक्षित हैं। उन्हें देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह भूखे नहीं है, कुछ न कुछ खाया है। श्री शर्मा ने संभावना जताई कि हो सकता है कि नर बाघ पी-243 जो शावकों का पिता है, उसने इनकी मदद की हो। यदि ऐसा है तो निश्चित ही यह शुभ संकेत है।
आपने बताया कि चारों शावकों की चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी तथा उनकी हर गतिविधि व लोकेशन पर नजर रखी जाएगी। श्री शर्मा ने बताया कि यदि प्राकृतिक रूप से जंगल में शावक अपने को बचाने में सक्षम होते हैं, तो इससे बढय़िा और कुछ नहीं हो सकता। कुछ दिन हम इन पर नजर रखेंगे फिर जिस तरह के हालात बनेंगे, उसी के अनुरूप निर्णय लिया जाएगा।
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निश्चित रूप से साधकों के मिल जाने की खबर बहुत बड़ी खुश खबर है यह जरूर ध्यान रखने की आवश्यकता है की बरसात के मौसम में नाले से हार और अन्य जगह से आने वाले पानी से मैंने कोई नुकसान ना हो इसकी सुरक्षा की व्यवस्थाएं अभी से बनानी होंगी क्योंकि मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार 1 जून से बरसात शुरू होने की बड़ी संभावनाएं व्यक्त की गई
ReplyDeleteWhat does the post-mortem report says? Will the department shift the cubs to enclosure if necessary?
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