Thursday, September 23, 2021

एसिड अटैक : युवती को जबरन घर से ले गए और आंखों में डाला जहरीला घोल

  • शांति का टापू कहे जाने वाले मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में पवई थाना क्षेत्र के गांव बराहों की दिल दहला देने वाली इस घटना ने हर किसी को विचलित कर दिया है। मामले के दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

जिला चिकित्सालय पन्ना में पीड़िता से जानकारी लेते पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा। 

पन्ना । मुझे जबरदस्ती घर से पकड़ कर जंगल में ले गए, खूब मारा और जबरन दोनों आंखों में दवाई (एसिड) डार दई। एसिड अटैक का शिकार हुई 21 वर्षीय युवती रोशनी (बदला हुआ नाम) ने जिला अस्पताल पन्ना में बुधवार 22 सितंबर को अपनी आपबीती सुनाई। मामला जिला मुख्यालय पन्ना से लगभग 70 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सुनवारी के छोटे से गांव बराहों का है। पीड़िता की मां बचपन में ही गुजर गई है तथा पिता भी छोड़ कर कहीं चले गए हैं। ऐसी स्थिति में युवती व उसके छोटे भाई को परिवार के अन्य लोगों ने पाल पोशकर बड़ा किया है।

घटना दिनांक 21 सितंबर की उस ख़ौफ़नाक सुबह को याद कर पीड़िता सिहर उठती है। घटना के दूसरे दिन जब उसे गंभीर हालत में पवई के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पन्ना जिला अस्पताल लाया गया, तो मामला प्रकाश में आते ही हड़कंप मच गया। पीड़िता ने बताया कि वारदात को अंजाम गांव के ही सुमेर राजा व इनके रिश्तेदार गोल्डी राजा ने दिया है। पिछड़े वर्ग व गरीब परिवार की इस युवती ने बताया कि उसका छोटा भाई दिल्ली में मजदूरी करता है तथा वह गांव में छोटी सी दुकान चलाती है। घटना के बाद से रोशनी की जिंदगी में अंधेरा छा गया है। उसकी आंखें झुलस गई हैं तथा उसे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है।

इस खौफनाक वारदात के पीछे की असल वजह क्या है ? इस संबंध में पीड़िता ने पत्रकारों को बताया कि विगत 4 माह पूर्व आरोपियों के परिवार की एक लड़की कहीं चली गई है। तभी से आरोपी उसे प्रताड़ित करते आ रहे हैं। आरोपियों का गांव में दबदबा है, उनके खिलाफ कुछ कहने और बोलने की कोई हिम्मत नहीं करता। पीड़िता ने बताया कि आरोपियों को यह शक था कि उनके परिवार की जो लड़की लापता हुई है उसकी जानकारी मुझे है। मैं उन्हें बताती रही कि मुझे कुछ भी नहीं पता फिर भी उन्होंने एक नहीं सुनी। मेरे छोटे भाई को दिल्ली से जबरन ले आए और मंगलवार को मुझे घर से जबरदस्ती उठाकर जंगल ले गए। वहां मेरे भाई व मुझे खूब मारा और फिर मुझे लिटाकर दोनों आंखों में कोई जहरीला घोल डाल दिया। मेरा भाई कहां है यह मुझे नहीं पता।

एसिड अटैक की घटना से स्तब्ध हैं लोग

पन्ना जिले में एसिड अटैक की यह पहली घटना है, यही वजह है कि घटना के बाद से लोग स्तब्ध व ख़ौफ़ज़दा हैं। बताया गया है कि 21 सितंबर को वारदात के बाद आरोपी ने ही मोटरसाइकिल से पीड़िता को दोपहर में उसके घर छोड़ा था। इसके बाद परिजनों ने 100 डायल की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पवई ले गए और वहां भर्ती कराया। युवती की गंभीर हालत को देखते हुए उसे जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। मामले पर विभिन्न संगठनों ने चिंता जाहिर करते हुए आक्रोश जताया है। जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष श्रीमती शारदा पाठक पीड़िता से जिला अस्पताल में मिलीं और इस अमानवीय घटना को शर्मसार करने वाली बताया। उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी चिंता जाहिर की है। श्रीमती पाठक का कहना है कि एसिड अटैक का शिकार न तो मर पाता है और न ही जी पाता है। एसिड से उसका शरीर ही नहीं आत्मा भी झुलस जाती है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 24 को दौरे पर आ रहे पन्ना

प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 24 सितम्बर को दौरे पर पन्ना आ रहे हैं। पूरा प्रशासन जब मुख्यमंत्री के दौरे की तैयारियों में जुटा हुआ है उस समय यह घटना होने पर प्रशासन की धड़कने भी बढ़ी हुई हैं। जिले के प्रशासनिक मुखिया संजय कुमार मिश्र व पुलिस कप्तान धर्मराज मीणा आनन-फानन जिला अस्पताल पहुंचकर घटना पर मलहम लगाने का प्रयास किया है। उन्होंने पीड़िता की हरसंभव मदद व आरोपियों की शीघ्र गिरफ़्तारी कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही का भरोसा दिलाया है। जिला चिकित्सालय पन्ना के सिविल सर्जन डॉक्टर एल.के. तिवारी ने बताया कि सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के आई हॉस्पिटल चित्रकूट के डायरेक्टर डॉ. वी.के. जैन से उनकी बात हो गई है, उन्होंने समुचित इलाज का भरोसा दिया है। आंखों के बेहतर इलाज हेतु एंबुलेंस के माध्यम से पीड़िता को चित्रकूट भेजा गया है। उन्होंने कहा कि इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी, इलाज की संपूर्ण व्यवस्था प्रशासन करेगा।

घटना के दूसरे दिन दोनों आरोपी हुए गिरफ्तार

युवती के चेहरे व आंखों पर जहरीला पदार्थ डालकर आशय पूर्वक प्राणघातक हमला एवं  मारपीट करने जैसे घिनौने और सनसनीखेज अपराध के दो आरोपियों को पन्ना पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। साइबर सेल पन्ना ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि थाना पवई के सनसनीखेज अपराध जिसमें आरोपियों ने नवयुवती के आंख में विषैला व तरल रासायनिक अम्लीय/ क्षारीय पदार्थ डालकर जान से खत्म  करने की नीयत से मारपीट कर उसका जीवन संकट में डाला था, उन अपराधियों को जिला पन्ना की पुलिस टीम ने पुलिस धर्मराज मीना के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में कुछ घंटे के अंदर ही आरोपियों को पकडऩे में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है। गिरफ़्तारी के बाद 22 सितम्बर की शाम आरोपियों को शहर की सड़कों से पैदल कोतवाली तक ले जाकर यह संदेश दिया गया है कि मध्य प्रदेश पुलिस एवं पन्ना जिले की पुलिस महिलाओं की स्वतंत्रता व सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु गंभीर एवं सदैव तत्पर है।

पीड़िता की स्थिति पहले से बेहतर : गृह मंत्री 

मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का भी इस मामले में बयान आया है। उन्होंने कहा है कि पन्ना मामले के आरोपियों को बख्शा नही जाएगा। दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है और उन पर कानून के अनुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है। पीड़िता डॉक्टरों की निगरानी में है और उसकी स्थिति पहले से बेहतर है। मिली जानकारी के मुताबिक पन्ना के बराहों गांव की एसिड अटैक पीड़िता का इलाज चित्रकूट के श्री सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय में चल रहा है। यहाँ के डायरेक्टर डॉ वी.के. जैन एवं डॉ ईलेश जैन ने बताया आंखों की नेत्र ज्योति नहीं जाएगी यानी युवती अंधा होने से बच गई है। एक आंख अधिक डैमेज है, जिसको रिकवर करने में समय लगेगा। डॉ ईलेश जैन का कहना है की पन्ना जिले के प्रशासन, पुलिस एवं स्वास्थ्य अधिकारी संपर्क में है। स्वास्थ्य का अपडेट ले रहे हैं। हमारी टीम को पूरा विश्वास है कि किशोरी की नेत्र ज्योति सुरक्षित रहेगी। कुछ दिनों तक अस्पताल में ही भर्ती रखना पड़ेगा। आंख में जो बर्न है उसको ठीक होने में समय लगेगा। ऐसी ही जानकारी सिविल सर्जन डॉ एल.के. तिवारी ने दी है।

मामले में गृह मंत्री का बयांन -  


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