Monday, November 22, 2021

नशा एवं तनाव ही दुर्घटना का कारण: ब्रह्माकुमारी बहनजी

  • मानवीय मूल्य अपनायें और सुरक्षित यात्रा करें
  • टेंशन नहीं अटेंशन रखें दुर्घटना से बचें: बहनजी

 

कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धांजलि अर्पित करते अतिथि साथ में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी बहन। 

पन्ना। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, पन्ना की ओर से सड़क दुर्घटना पीड़ितों के प्रति ''विश्व स्मृति दिवस'' कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी सीता बहनजी ने कहा कि नशा एवं तनाव के चलते ही ज्यादातर सड़क दुर्घटनायें होती हैं। गाड़ी चलाते समय यदि टेंशन की जगह  अटेंशन रहे तो सड़क दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। कार्यक्रम में ए.डी. कनारे थाना प्रभारी, यातायात पुलिस सुनील पाण्डेय, सज्जन प्रसाद मुंशी, यातायात स्टाफ तथा श्रीमती निशा जैन एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की सराहना करते हुये कनारे जी ने सभी को बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से समाज में यातायात सुरक्षा के प्रति काफी जागरूकता आएगी। उन्होंने ऐसे कार्यक्रम आगे भी कराने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने सभी को सड़क सुरक्षा संबंधी नियमों की जानकारी देते हुये कहा कि, आज अधिकांशत: दुर्घटनायें नशे के सेवन से हो रही हैं। वाहन चलाते समय मोबाईल पर बात ना करें, हेलमेट लगाकर एवं शीट बेल्ट बांधकर ही वाहन चलायें एवं वाहनों में अधिकतम सीमा से ज्यादा लोगों के साथ यात्रा करने से बचें।

ब्रह्माकुमारी सीता बहनजी ने सभी को समझाते हुये कहा कि, यातायात एवं परिवहन हर एक मनुष्य के जीवन की अनिवार्य आवश्यकता है, सभी का लक्ष्य होता है कि, हम सही समय पर आराम से अपने गंतव्य तक पहुंच जायें। लेकिन अचानक दुर्घटना हो जाना यह जीवन की बहुत बड़ी विडम्बना है। वर्तमान समय अच्छी सड़के, अच्छे वाहन होने के बाद भी रोड एक्सीडेंट दिनोदिन बढ़ रहे हैं, जिससे पूरे विश्व में प्रतिदिन अनेक लोगों की मौत हो जाती हैं या शारीरिक रूप से क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। इन दुर्घटनाओं का 90 प्रतिशत कारण मानवीय भूल एवं 10 प्रतिशत अन्य कारणों से होता है। जिसमें सबसे बड़ी भूल सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूक ना होना है। इन दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये मानवीय प्रवृत्ति को बदलना अतिआवश्यक है। सड़क पर मानसिक तनाव की स्थिति में अशांत मन से जल्दीबाजी में एक दूसरे से आगे जाने की होड़ में ट्राफिक नियमों को अनदेखा कर गाड़ी चलायेंगे तो निश्चित् ही दुर्घटना का शिकार होंगे।

अत: अपने अमूल्य जीवन की रक्षा के लिये सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करते हुये शांत मन से वाहन चलायें। अपने सहभागियों के प्रति सद्भाव रखें तो यात्रा सुखद और आसान होगी। माता-पिता अपने बच्चों को अच्छे वाहन के साथ-साथ श्रेष्ठ संस्कार भी देवें तो जीवन रूपी यात्रा में भी सफलता प्राप्त होगी। आगे आपने कहा कि यातायात ट्राफिक कंट्रोल के साथ-साथ मन के विचारों का ट्राफिक भी कंट्रोल करना अत्यावश्यक है। अत: तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए प्रतिदिन कुछ समय मेडीटेशन के लिए अवश्य निकालें क्योंकि आज अधिकतम दुर्घटनायें नशे और तनाव के कारण घटित हो रही हैं।

इस मौके पर प्रोजेक्टर के माध्यम से सड़क सुरक्षा का वीडियो दिखाकर सभी को जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान सभी भाई-बहनों ने दुर्घटना पीड़ितों को दीप प्रज्जवलित कर श्रद्धांजलि अर्पित की एवं मौन धारण करके दुर्घटना पीड़ितों को मेडीटेशन के द्वारा शुभभावना एवं शुभकामना के वायब्रेशन दिए।

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