- अपनी मां के साथ चहल-कदमी करते दिखे दोनों शावक
- नन्हे शावकों की अठखेलियों से पीटीआर हुआ गुलजार
अपनी मां के साथ चहल-कदमी करते नन्हे शावक जिनकी तस्वीर पहली बार कैमरा ट्रैप में कैद हुई। |
।। अरुण सिंह ।।
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व से नये साल में खुशखबरी मिली है। यहां 3 वर्ष की युवा बाघिन पी- 213 (62) ने पहली बार दो शावकों को जन्म दिया है। नन्हे शावकों के साथ जंगल में चहल-कदमी करते बाघिन की पहली तस्वीर कैमरा ट्रैप में कैद हुई है, जिसे पार्क प्रबंधन द्वारा बुधवार 5 जनवरी को जारी कर नन्हे मेहमानों के आने की खुशखबरी दी गई है।
क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि बाघिन पी-213(62) पन्ना टाइगर रिजर्व की बाघिन पी-213 की संतान है। तीन वर्ष की हो चुकी इस बाघिन ने पहली बार शावकों को जन्म दिया है। बाघिन के साथ शावकों का छायाचित्र कैमरा ट्रैप के माध्यम से प्राप्त हुआ है। श्री शर्मा ने बताया कि शावकों की उम्र लगभग दो-तीन माह की है तथा बाघिन और दोनों शावक पूर्णरूपेण स्वस्थ हैं। मालूम हो कि पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। मौजूदा समय पन्ना टाइगर रिजर्व के कोर व बफर क्षेत्र में 70 से भी अधिक बाघ स्वच्छंद रूप से विचरण कर रहे हैं।
ब्रीडिंग क्षमता वाली बाघिनों की बढ़ी तादाद
किसी भी वन क्षेत्र में बाघों की वंश वृद्धि बहुत कुछ ब्रीडिंग क्षमता वाली बाघिनों की संख्या पर निर्भर करती है। इस लिहाज से मौजूदा समय पन्ना टाईगर रिजर्व बेहतर स्थिति में है। मौजूदा समय यहां पर ब्रीडिंग क्षमता वाली 13 बघिनें हैं, जो शावकों को जन्म देकर पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों के कुनबे को बढ़ा रही हैं। बीते साल वर्ष 2021 में पन्ना टाइगर रिजर्व की 9 बाघिनों ने शावकों को जन्म दिया है। जिनके 18 शावक पीटीआर की रौनक को बढ़ा रहे हैं।
क्षेत्र संचालक पन्ना टाइगर रिजर्व श्री शर्मा के मुताबिक वर्ष 2022 में ब्रीडिंग क्षमता वाली बाघिनों की संख्या में और इजाफा होगा, क्योंकि 3 वर्ष से लेकर 5 वर्ष तक की 10 युवा बघिनें पीटीआर में हैं। जिनसे उम्मीद है कि वे आने वाले समय में शावकों को जन्म देंगी। इस तरह पन्ना टाइगर रिजर्व में ब्रीडिंग क्षमता वाली बाघिनों की संख्या दो दर्जन के आसपास पहुंच सकती है, जो शुभ संकेत है।
00000
No comments:
Post a Comment