Thursday, January 20, 2022

धान की खरीदी में हुआ फर्जीवाड़ा, किसानों ने की शिकायत


पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में धान की हुई खरीदी में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा होने की जानकारी सामने आई है। किसानों द्वारा शिकायत की गई है कि उनके पट्टों की जमीन पर दलालों और बिचौलियों ने खाद्य व राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से उत्तर प्रदेश की धान को खरीदी केंद्रों में जमा कराया है।  

पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे अजयगढ़ क्षेत्र के धान खरीदी केंद्रों में व्यापक फर्जीवाड़ा हुआ है। हजारों कुंतल धान जो उत्तर प्रदेश से लाया गया था उसे फर्जी पंजीयन कराकर खरीदी केंद्रों में जमा करा कर शासन को जहां करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया, वहीं इस फर्जीवाड़े में लिप्त लोगों द्वारा अपनी जेबें भरी गई हैं। अजयगढ़ क्षेत्र के किसानों का कहना है कि उनके खेत में धान लगी ही नहीं थी, फिर भी बिचौलियों ने उनके पट्टों पर फर्जी पंजीयन कराकर धान जमा कराई गई है। मामले की शिकायत राजस्व अधिकारियों सहित कलेक्टर पन्ना से भी की गई है।  इस कथित फर्जीवाड़े के संबंध में पूछे जाने पर कलेक्टर संजय कुमार मिश्रा ने पत्रकारों को बताया कि मामले की जांच कराई जाएगी। श्री मिश्रा ने बताया कि जिसने पंजीयन कराया है राशि उसी के खाते में जाएगी, लेकिन जांच में यदि पंजीयन गलत हुआ तो यह राशि जप्त की जाएगी।

ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी निलंबित 

धान उपार्जन कार्य के निरीक्षण में लापरवाही बरतने वाले ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एल. पी. उरमलिया को उप संचालक कृषि पन्ना ने तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। मिली जानकारी के मुताबिक निलंबित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी विकास खण्ड अजयगढ़ के अंतर्गत धान उपार्जन कार्य के निरीक्षण में जहाँ लापरवाही की गई है वहीं कलेक्टर व उप संचालक कृषि द्वारा सौंपे गए अन्य दायित्यों का निर्वहन भी नहीं किया गया। विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने, निर्धारित मुख्यालय में न रहते हुए नियमित क्षेत्र भ्रमण न करने तथा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अजयगढ़ द्वारा किसानों के उर्वरक वितरण कार्य में ड्यूटी लगाए जाने पर कार्य संपादित न करने के कारण उप संचालक कृषि द्वारा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी केंद्र बीरा एल. पी. उरमलिया के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाकर मुख्यालय पवई में अटैच किया गया है। 

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