- जैव विविधता,सुरक्षा,संरक्षण और पक्षियों की संख्या के बारे में जानकारी मिलेगी
- आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने किया शुभारंभ
पन्ना। मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व में तीन दिवसीय पक्षी सर्वेक्षण कार्य शुरू हो गया है। प्रदेश के खनिज साधन एवं श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को मड़ला के कर्णावती व्याख्यान केन्द्र में आयोजित कार्यक्रम में पन्ना टाइगर रिजर्व के पहले पक्षी सर्वेक्षण कार्य का प्रतीक चिन्ह अनावरण कर शुभारंभ किया। नवीन टूरिस्ट गाइड को दूरबीन और पुस्तक एवं वालंटियर को टी-शर्ट और कैप का वितरण किया गया। इस अवसर पर पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक सहित टूरिस्ट गाइड, वालंटियर और जिप्सी चालक उपस्थित थे।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि देश के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे पक्षी विशेषज्ञों के सानिध्य में टूरिस्ट गाइड को पक्षियों के बारे में नवीन जानकारियों से अवगत होने का मौका मिलेगा। यह नये पक्षियों की खोज के लिए भी बेहतर अवसर है। उन्होंने कहा कि हीरा और मंदिरों के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व की देश में अलग पहचान स्थापित हुई है। यहां बाघ की संख्या में वृद्धि के प्रयास के फलस्वरूप अब इनकी संख्या 70 से अधिक हो गई है।
उन्होंने कहा कि पन्ना टाइगर रिजर्व के मड़ला और हिनौता पर्यटक प्रवेश द्वार के अतिरिक्त रमपुरा प्रवेश द्वार को भी पर्यटकों के लिए खोला जाएगा। टाइगर रिजर्व में गिद्धों की उपस्थिति के कारण भी यह आकर्षण का केन्द्र रहा है। इसके अतिरिक्त प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण भी पन्ना टाइगर रिजर्व ने अलग पहचान स्थापित की है।
पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक ने तीन दिवसीय बर्ड सर्वेक्षण कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसके माध्यम से जैव विविधता, सुरक्षा, संरक्षण और पक्षियों की संख्या के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। टूरिस्ट गाइड की आजीविका में भी वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि 22 राज्यों और तीन केन्द्र शासित प्रदेश के 450 पक्षी विशेषज्ञों द्वारा बर्ड सर्वे के लिए इच्छा जाहिर की गई थी। इनमें से 60 विशेषज्ञों का चयन किया गया है।
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